विदेशी कारों पर घटेगा टैक्स, भारत-UK व्यापार समझौते से ऑटो इंडस्ट्री को मिलेगा बूस्ट
भारत और यूके के बीच हुआ यह मुक्त व्यापार समझौता सिर्फ व्यापारिक आंकड़ों की बात नहीं है, बल्कि यह दोनों देशों के उद्योग, उपभोक्ता और निर्यातकों के लिए समान रूप से लाभकारी साबित होगा. जहां एक ओर भारतीय ग्राहक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की प्रीमियम कारों को सस्ती कीमत में खरीद पाएंगे, वहीं दूसरी ओर भारतीय कंपनियों को भी यूरोप जैसे महत्वपूर्ण बाजारों में बड़ा मौका मिलेगा.
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Free Trade Agreement - FTA: भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement - FTA) पर आखिरकार औपचारिक रूप से हस्ताक्षर हो गया है. इस समझौते की घोषणा मई 2025 में हुई थी, और अब कुछ हफ्तों बाद इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मौजूदगी में अंतिम रूप दे दिया गया. इस अवसर पर भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहे. यह समझौता दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को नई ऊंचाई देने के लिए तैयार किया गया है, जो खासतौर पर ऑटोमोटिव और मोटरसाइकिल इंडस्ट्री के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है.
नई कार खरीदने वालों को मिलेगा बड़ा फायदा
FTA के तहत अब भारत में यूके से आयात होने वाली प्रीमियम और लक्जरी कारों पर लगने वाला भारी शुल्क घटाया जाएगा. पहले इन कारों पर करीब 110% तक का आयात शुल्क लगता था, जिसे अब घटाकर सिर्फ 10% किया जा रहा है. हालांकि, यह छूट एक तय संख्या या कोटा के तहत मिलेगी, यानी हर साल कितनी गाड़ियां इस दर पर आयात की जा सकेंगी, इसका निर्धारण जल्द होगा. लेकिन इतना तय है कि अब मर्सिडीज, बेंटले, रोल्स-रॉयस, जैगुआर और मिनी कूपर जैसी महंगी गाड़ियां पहले से कहीं ज्यादा सस्ती कीमत पर भारतीय ग्राहकों को मिल सकेंगी. इससे प्रीमियम सेगमेंट में ग्राहकों की रुचि भी बढ़ेगी और बाजार में नई प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी.
इन ब्रांड्स को होगा सबसे ज्यादा फायदा
FTA का सबसे बड़ा असर उन ब्रांड्स पर पड़ेगा जो UK में निर्माण करते हैं और भारत में सीमित संख्या में आयात करते हैं। इनमें सबसे प्रमुख हैं Jaguar और Land Rover, जो पहले से ही टाटा मोटर्स के स्वामित्व में हैं. इनके अलावा Lotus, Rolls-Royce, Bentley, Aston Martin, McLaren, और Mini India जैसे ब्रांड भी इस समझौते से लाभ उठाएंगे. Mini India ने तो पहले ही एक "प्राइस प्रोटेक्शन प्रोग्राम" लॉन्च कर दिया है, जिससे उपभोक्ताओं को संभावित कीमत में गिरावट का फायदा मिल सके. यह एक संकेत है कि आने वाले समय में कई और ब्रांड्स अपने दामों में संशोधन कर सकते हैं.
भारतीय मोटरसाइकिल कंपनियों को भी मिलेगा अंतरराष्ट्रीय बढ़ावा
FTA का लाभ सिर्फ कार सेगमेंट तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका प्रत्यक्ष फायदा भारत की मोटरसाइकिल इंडस्ट्री को भी मिलेगा. उदाहरण के लिए, Royal Enfield, जो UK में काफी लोकप्रिय है, अब भारत से और अधिक किफायती दरों पर UK में निर्यात की जा सकेगी. इससे वहां इसकी बिक्री और पहुंच दोनों में बढ़ोतरी होगी.
इसके साथ ही, TVS, Bajaj और KTM जैसे भारतीय ब्रांड्स, जिनकी बाइक्स भारत में बनकर UK एक्सपोर्ट होती हैं जैसे Triumph 400, Norton, और Aprilia 457 अब इनकी कीमतें यूके बाजार में पहले से अधिक प्रतिस्पर्धी होंगी. इससे भारतीय कंपनियों की यूरोपियन बाजार में स्थिति और मजबूत होगी और विदेशी राजस्व में भी इज़ाफा हो सकता है.
भारत की ऑटो इंडस्ट्री को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय बाजार का रास्ता
इस समझौते का एक और सकारात्मक पहलू यह है कि भारत अब केवल आयात करने वाला देश नहीं रहेगा, बल्कि निर्यात में भी एक अहम खिलाड़ी बनकर उभरेगा. यूरोप में भारत निर्मित उत्पादों की विश्वसनीयता और लोकप्रियता पहले ही बढ़ रही है. अब जब टैरिफ कम हो जाएंगे, तो भारत में बनी गाड़ियों और बाइक्स की कीमतें वहां और अधिक प्रतिस्पर्धी हो जाएंगी. इससे भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बड़ी राहत मिलेगी और "मेक इन इंडिया" अभियान को भी सीधा समर्थन मिलेगा.
एक संतुलित और दूरगामी फैसला
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भारत और यूके के बीच हुआ यह मुक्त व्यापार समझौता सिर्फ व्यापारिक आंकड़ों की बात नहीं है, बल्कि यह दोनों देशों के उद्योग, उपभोक्ता और निर्यातकों के लिए समान रूप से लाभकारी साबित होगा. जहां एक ओर भारतीय ग्राहक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की प्रीमियम कारों को सस्ती कीमत में खरीद पाएंगे, वहीं दूसरी ओर भारतीय कंपनियों को भी यूरोप जैसे महत्वपूर्ण बाजारों में बड़ा मौका मिलेगा.
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