Cashless Treatment Scheme 2025: दुर्घटना में घायल लोगों को मिलेगा 1.5 लाख तक मुफ्त इलाज, बीमा और कागज़ की नहीं जरूरत
इस योजना के अंतर्गत पीड़ित को अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक का इलाज पूरी तरह निःशुल्क प्रदान किया जाएगा. सबसे अहम बात यह है कि हादसे के पहले 7 दिनों तक इलाज के लिए किसी भी चयनित सरकारी या निजी अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है, और इस दौरान किसी प्रकार की फीस नहीं ली जाएगी.

Cashless Treatment Scheme 2025: कैशलेस ट्रीटमेंट स्कीम 2025 के तहत यदि कोई व्यक्ति सड़क दुर्घटना का शिकार होता है, तो उसे इलाज के लिए किसी प्रकार का भुगतान नहीं करना पड़ेगा. इस योजना के अंतर्गत पीड़ित को अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक का इलाज पूरी तरह निःशुल्क प्रदान किया जाएगा. सबसे अहम बात यह है कि हादसे के पहले 7 दिनों तक इलाज के लिए किसी भी चयनित सरकारी या निजी अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है, और इस दौरान किसी प्रकार की फीस नहीं ली जाएगी.
बिना बीमा और दस्तावेज़ के मिलेगा लाभ
इस योजना की एक खासियत यह भी है कि इसके लिए किसी तरह के स्वास्थ्य बीमा, आय प्रमाण पत्र या अन्य कागजी प्रक्रिया की कोई आवश्यकता नहीं होगी.यह स्कीम पूरी तरह से कैशलेस है, यानी इलाज के समय मरीज या उसके परिवार को कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा। घायलों को सीधे नजदीकी सूचीबद्ध अस्पतालों में भर्ती कराया जाएगा और अस्पताल सरकार से इस राशि की वसूली बाद में करेंगे.
कैसे काम करती है यह योजना?
कैशलेस ट्रीटमेंट स्कीम को लागू करने के लिए सरकार ने पूरे देश में सड़कों पर तैनात एंबुलेंस नेटवर्क, ट्रैफिक पुलिस, और अस्पतालों के बीच तालमेल की मजबूत व्यवस्था तैयार की है. जैसे ही किसी हादसे की सूचना मिलती है, पीड़ित को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जाता है. अस्पताल द्वारा मरीज का प्राथमिक उपचार शुरू कर दिया जाता है और इसके बाद सरकार द्वारा खर्च की प्रतिपूर्ति की जाती है. यह प्रक्रिया तकनीकी रूप से पूरी तरह डिजिटल होगी, जिससे धोखाधड़ी की संभावना भी न के बराबर रहेगी.
लाभार्थियों के लिए बड़ी राहत
अक्सर देखा जाता था कि सड़क दुर्घटना के बाद इलाज में देरी या इलाज का खर्च वहन न कर पाने के कारण कई लोगों की जान चली जाती थी. कैशलेस ट्रीटमेंट स्कीम 2025 से यह स्थिति अब बदलने की उम्मीद है. गरीब, वंचित और मध्यम वर्ग के लोग जो निजी अस्पताल में इलाज कराने से हिचकते थे, उन्हें अब निःशुल्क और बेहतर इलाज का भरोसा मिलेगा.
सरकार की दूरदर्शिता का परिचायक
यह योजना प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई स्वास्थ्य सेवाओं की श्रृंखला का अगला कदम है, जो ‘सबका साथ, सबका विकास’ की सोच को दर्शाता है। सरकार का मानना है कि सड़क दुर्घटनाएं जीवन के लिए बेहद खतरनाक होती हैं, लेकिन अगर समय रहते इलाज मिले, तो लाखों जानें बचाई जा सकती हैं। यह योजना इसी सोच का साकार रूप है.