'थैंक्यू! ये आपने अच्छी बात कही है...', ट्रंप ने भारत की ओर बढ़ाया दोस्ती का हाथ तो PM मोदी ने भी जवाब देने में नहीं की देरी
बीते कई महीनों से भारत को लेकर बयानबाजी कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति के तेवर नरम पड़ने लगे हैं. उन्होंने पीएम मोदी को महान नेता और दोस्त बताया और हिंदुस्तान के साथ दोस्ती आगे भी जारी रखने की बात कही, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी जवाब देते हुए एक पोस्ट किया और सराहना की है. प्रधानमंत्री ने अपने X पोस्ट से साफ कर दिया है कि दो देशों के रिश्तों में व्यक्तिगत ईगो नहीं बल्कि राष्ट्र का हित महत्वपूर्ण होता है.
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भारत के साथ अमेरिका के लंबे समय से अच्छे और मजबूत संबंध रहे हैं. कूटनीति की भाषा में इसे स्ट्रैटेजिक पार्टनर कहा जाता है. अमेरिकी राष्ट्रपति इसी की ईगो और पर्सनल खुन्नस के कारण बलि देने लगे. मसलन नोबेल पीस प्राइज के लिए नॉमिनेट नहीं करना और भारत-पाक सैन्य तनाव में मध्यस्थता के दावे को इंडोर्स न करने को उन्होंने बड़ा इश्यू बना दिया. हालांकि SCO समिट में प्रधानमंत्री मोदी का जाना और वहां से जो तस्वीरें सामने आईं कि हिंदुस्तान के पास विकल्पों की कमी नहीं है और उसे कोई धमका नहीं सकता है कि वो किसके साथ रिश्ते रखे और किसके साथ नहीं, अब इस पर ट्रंप के तेवर ढीले पड़ते नजर आ रहे हैं.
ट्रंप के भारत को लेकर तेवर पड़े नरम
ट्रंप ने भारत के कथित तौर पर चीनी खेमे में जाने को लेकर दिए अपने बयान से पलटी मारी और प्रधानमंत्री मोदी को महान और दोस्ती जारी रखने की बात कही. इसे उनके अब तक के बयान से बैकफुट पर आने के तौर पर देखा गया. हालांकि उन्होंने जैसे ही ये बयान दिया, पीएम मोदी ने भी एक दोस्ताना जवाब वाला पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिया है.
'दो देशों के रिश्तों में पर्मानेंट सिर्फ राष्ट्र का हित होता है'
प्रधानमंत्री के बयान से साफ है कि दो देशों के रिश्तों में व्यक्तिग ईगो नहीं राष्ट्र का हित महत्वपूर्ण होता है. ये उस बयान का भी समर्थन है जो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिया था और कहा था कि कूटनीति में कोई पर्मानेंट दोस्त और दुश्मन नहीं होता बल्कि देश का हित और इंटरेस्ट सर्वोच्च प्राथमिकता होती है.
ट्रंप के दोस्त वाले बयान पर पीएम मोदी का जवाब
भारत और अमेरिका के बीच पिछले कई महीनों से जारी तनावपूर्ण संबंधों के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर अब प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने भी प्रतिक्रिया दे दी है. उन्होंने ट्रंप के उस बयान के जवाब में अपना रिएक्शन दिया है जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को ग्रेट लीडर, महान और भारत के साथ दोस्ती जारी रखने की बात कही थी. इस पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों की साझेदारी को महत्वपूर्ण है. पीएम मोदी ने भारत और अमेरिका के संबंधों पर पोस्ट करते हुए कहा कि मैं राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और दोनों देशों के संबंधों के प्रति उनके सकारात्मक आकलन की सराहना करता हूं. भारत और अमेरिका के बीच बहुत ही सकारात्मक, दूरदर्शी एवं वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है.
Deeply appreciate and fully reciprocate President Trump's sentiments and positive assessment of our ties.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 6, 2025
India and the US have a very positive and forward-looking Comprehensive and Global Strategic Partnership.@realDonaldTrump @POTUS https://t.co/4hLo9wBpeF
ट्रंप ने वास्तव में क्या कहा था?
बता दें कि पीएम मोदी का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाल ही में भारत के चीन, रूस के खेमे में जाने को लेकर लगातार प्रतिक्रियाएं दे रहे थे. ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते बेहद खास हैं. उन्होंने साफ किया कि मौजूदा तनाव और मतभेदों के बावजूद पीएम मोदी उनके दोस्त रहेंगे और यह दोस्ती बनी रहेगी. ट्रंप ने यहां तक कहा कि मोदी “ग्रेट” और “बेस्ट पीएम” हैं, हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस समय जो कदम भारत उठा रहा है, वह उन्हें पसंद नहीं आ रहे.
गौरतलब है कि ट्रंप से सवाल पूछा गया था कि क्या वह भारत के साथ फिर से रिश्तों को पटरी पर लाने को तैयार हैं, क्योंकि टैरिफ विवाद ने दोनों देशों के संबंधों को बीते 20 सालों के सबसे मुश्किल दौर में पहुंचा दिया है. ट्रंप ने दो टूक कहा कि रूस से भारत का भारी मात्रा में तेल खरीदना उन्हें बिल्कुल रास नहीं आ रहा.
ट्रंप ने आगे यह भी कहा था कि पीएम मोदी के साथ उनके व्यक्तिगत संबंध बहुत अच्छे हैं और कुछ समय पहले उनकी मुलाकात भी हुई थी. लेकिन साथ ही उन्होंने निराशा जताते हुए कहा था कि “लगता है हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है.”
पीएम मोदी का अमेरिका दौरा कैंसिल
आपको एक और खबर दे दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर से शुरू होने जा रही संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में शामिल नहीं होंगे. भारत की ओर से इस बार विदेश मंत्री एस. जयशंकर अमेरिका जाएंगे और वहां भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.
पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे पर ना जाने की खबर ठीक वैसे वक्त पर आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के चीन के खेमे में जाने और खो देने वाले अपने बयान से यू-टर्न ले लिया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महान नेता हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “मैं हमेशा पीएम मोदी का दोस्त रहूंगा. वह एक महान प्रधानमंत्री हैं. लेकिन मुझे इस समय उनकी कुछ नीतियां पसंद नहीं हैं. हालांकि भारत और अमेरिका का रिश्ता बहुत खास है और इसमें चिंता की कोई बात नहीं है. कभी-कभी ऐसे पल आते हैं.”
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ट्रंप के इस बयान से साफ है कि वह भारत के साथ बिगड़ रहे रिश्तों को लेकर बैकफुट पर आ गए हैं और सेफ गोल करने के बाद शायद उनकी अक्ल ठिकाने लग रही है. हालांकि भारत उनके रवैयों और बड़बोले बयानों के इतिहास पर बेहद सावधानी के साथ चल रहा है और विचार कर रहा है.
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