ये सोच कि NATO बचा लेगा, गलतफहमी है…कतर के बाद तुर्की पर हमला करेगा इजरायल! तेल अवीव से वाशिंगटन तक चर्चा
क्या कतर के बाद तुर्की पर हमले करेगा इजरायल? इसके चर्चे तेल अवीव से लेकर वाशिंगटन तक हैं. नेतन्याहू के करीबी भी कह रहे हैं कि ऐसा बिल्कुल हो सकता है. इसके पीछे की वजहें भी वो गिना रहे हैं.
Follow Us:
दुनिया का अग्रणी मुस्लिम देश, बहुत अमीर है, अमेरिका का सहयोगी है, वो उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी ले रखा है, इस देश में अमेरिकी सेना का सेंट्रल कमांड के तहत बेस भी है, फिर भी इजरायल के हमलों से नहीं बच पाया. हम बात कर रहे हैं US के करीबी पार्टनर कतर की, जिसकी राजधानी दोहा में बीते दिनों इजरायली सेना ने हमास के नेताओं को टार्गेट कर भीषण हमला किया. उसे US के एयर डिफेंस भी नहीं रोक पाए. यानी कि उसकी मर्जी भी कथित तौर पर शामिल रही. इसी कारण ये भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या अब अगला नंबर तुर्की का है, जो लंबे समय से तेल अवीव को आखें दिखा रहा है.
ये इसलिए भी पूछे जा रहे हैं क्योंकि इजरायल ने बीते कई महीनों में ईरान, लेबनान, यमन, सीरिया और उसके बाद कतर में भी अंदर घुसकर कार्रवाई की जिसके बाद मुस्लिम उम्मा में हड़कंप मचा है और कहा जा रहा है कि अगला नंबर मुस्लिम देशों की अगुवाई करने का ख्बाव देख रहे एर्दोगन का है. ये महज आशंकाएं नहीं बल्कि छन-छन कर आ रही खबरों और बयानों के बाद चिंता जाहिर की जा रही है. आपको बता दें कि ये बातें महज अफवाह नहीं, अनुमान नहीं बल्कि इजरायल के कुछ कूटनीति के जानकारों और पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के करीबियों ने कही हैं.
कुछ दिनों पहले इजरायल ने कतर पर टार्गेटेड हमले किए थे और जिसके बाद हड़कंप मच गया. ये ऐसा हमला था जिसके बारे में अमेरिका को भी कथित तौर पर पता नहीं चला. वैसे तो उसने इस पर आपत्ति जताई थी लेकिन सवाल ये उठे कि उसका तो यहां अड्डा था, उसकी पहरेदारी थी फिर भी कतर बच नहीं पाया.
इजरायल के इस हमले के बाद मुस्लिम उम्मा द्वारा एकजुटता भी दिखाने की कोशिश हुई थी. करीब 60 इस्लामिक देशों की कतर की राजधानी दोहा में ही मीटिंग भी हुई थी. जहां GCC देशों ने संप्रभुता पर हमले का आरोप लगाया तो इजरायल ने कहा कि कतर आतंकियों, विशेषकर हमास का गढ़ बन गया था और उसे वित्तीय, आर्थिक और कूटनीतिक शरण दे रहा था.
क्या तुर्की होगा इजरायल का अगला टार्गेट?
मुस्लिम देशों के आरोपों से इतर इजरायल ने आरोप लगाया है कि कतर की तरह ही तुर्की भी हमास का सेफ हाउस बनता जा रहा है. उसने आगे कहा कि हमास के कुछ कमांडरों ने तुर्की में भी शरण ले रखी है. इसी के बाद उन हवालों के बल मिला है कि अगला नंबर अंकारा का है. खुद इजरायली पीएम बीबी यानी कि बेंजामिन नेतन्याहू खुद चेतावनी दे चुके हैं कि जो भी देश आतंकवादियों और उनके देश को खत्म करने की साजिश में शामिल है उसे संरक्षण देगा तो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
Is their any scenario in which Israel might need to use nuclear weapons against Turkey or attack Turkey to stop its nuclear program?
— Michael Rubin (@mrubin1971) September 21, 2025
Trump’s indulgence of @RTErdogan is setting up a very dangerous situation.
“Why Israel Might Be Forced to End Its Nuclear Ambiguity Thanks to…
NATO के भरोसे बैठना तुर्की की गलतफहमी!
इस बीच वॉशिंगटन में अमेरिकन इंटरप्राइज इंस्टिट्यूट के सीनियर फेलो माइकल रुबिन का एक बयान सामने आया है. उन्होंने ये अनुमान लगाया है कि कतर के बाद अब अगला निशाना तुर्किये हो सकता है. उन्होंने ये भी कहा कि अगर तुर्की ये सोचकर खामोश बैठा हुआ कि वो नाटो का मेंबर है, उसे कुछ नहीं होगा तो ये उसकी गलतफहमी है. उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला है.
'आज कतर और कल तुर्की.'
रुबिन ही नहीं इजरायल के अकादमिक जगत की दिग्गज हस्ती माने जाने वाले मियर मासरी ने कहा, 'आज कतर और कल तुर्की.' उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि तुर्किये भड़क गया. उसका इस पर तीखा बयान सामने आया. उसने कहा तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप अर्दोआन के सलाहकार ने लिखा, 'जल्दी ही इजरायल दुनिया के नक्शे से खत्म हो जाएगा. फिर इन्हें पता चलेगा.'
आपकों बताते चलें कि बीते कई महीनों से इजरायली मीडिया में तुर्की के खिलाफ खुलकर बाते हो रही हैं, लेख लिखे जा रहे हैं और उसकी ओर से हमास के आतंकियों को पनाह देने पर जमकर हमला बोला जा रहा है.
तुर्की बना हमास के कमांडरों का सेफ हाउस!
यह भी पढ़ें
खुद को मुस्लिम देशों का नेता बनाने पर तुले तुर्की ने गाहे-बगाहे हमास का समर्थन किया है. उसकी इसी बात से तेल अवीव में नाराजगी रही है. उसने हमेशा कहा है कि अगर वो इससे बाज नहीं आता है तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी. वो हमारा अगला निशाना हो सकता है. यही नहीं इजरायली विश्लेषक तुर्की को अपना सबसे खतरनाक दुश्मन भी करार देने लगे हैं.
इजरायल का मानना है कि ईस्ट मेडिटेरियन सी वाले रीजन में तुर्की उसके लिए एक खतरा है. कहा जाता है कि सीरिया को इजरायल ने पहले ही अपनी तरफ ले लिया है. ऐसे में उसकी कोशिश है कि तुर्की की तरफ से आ रहे थ्रेट को भी न्यूट्रलाइज किया जाए, लेकिन ये आसान नहीं होगा.
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें