आतंक के गढ़ पाकिस्तान पर डबल अटैक... BLA ने उड़ाया मुनीर की सेना का काफिला, दूसरी तरफ ढेर हुआ हाफिज सईद का साथी
पाकिस्तान को एक ही दिन में दो बड़े झटके लगे हैं. पंजाब में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हाफिज सईद के करीबी शेख मुआज की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि बलूचिस्तान के कलात ज़िले में BLA आतंकियों ने पाकिस्तानी सेना पर हमला कर 9 जवानों को मौत के घाट उतार दिया. दोनों घटनाओं ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
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अपने ही देश की जमीन पर आतंकवाद को पनाह देने वाले भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को एक ही दिन में दो बड़े झटके लगे हैं. एक ओर पंजाब प्रांत में लश्कर-ए-तैयबा संगठन से जुड़े एक सदस्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई, वहीं दूसरी ओर बलूचिस्तान में हुए एक भीषण हमले में पाकिस्तानी सेना के नौ जवान मारे गए. इन घटनाओं ने एक बार फिर पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. बता दें कि इससे पहले भी बलूचिस्तान के कई इलाकों में पाकिस्तानी सेना पर बलूच लड़ाकों द्वारा कई बार हमले किए जा चुके हैं.
हाफिज सईद का करीबी था शेख मुआज
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आतंक से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है. कसूर ज़िले के कोट राधा किशन इलाके में शुक्रवार को 28 वर्षीय शेख मुआज़ मुजाहिद की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि मुआज प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था और कुख्यात आतंकी हाफिज सईद का करीबी सहयोगी माना जाता था. जिस जगह यह घटना हुई वो इलाका लाहौर से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित है. पंजाब पुलिस के मुताबिक, यह हत्या दो प्रतिद्वंदी गुटों के बीच हुई गोलीबारी का नतीजा हो सकती है. फिलहाल पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर बीस से अधिक संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी गई है.
पाकिस्तान की आर्मी पर BLA ने लड़कों ने बोला हमला
इसी दिन पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक और बड़ा धमाका हुआ, जिसने पूरे देश की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी. कलात ज़िले के पहाड़ी इलाके में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकियों ने घात लगाकर जबरदस्त हमला किया. यह हमला हाल के महीनों में पाकिस्तान की सेना पर हुआ सबसे घातक हमला माना जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेना का काफिला जैसे ही संकरी घाटी से गुजर रहा था, तभी अचानक चारों दिशाओं से BLA के लड़ाकों ने हमला बोल दिया. आतंकियों ने पहले रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) दागे और उसके बाद स्नाइपर फायरिंग शुरू कर दी. करीब 50 मिनट तक चली इस मुठभेड़ में पाकिस्तानी सेना के दो सैन्य वाहन पूरी तरह जलकर राख हो गए. इस हमले में 9 जवानों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें दो स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) कमांडो भी शामिल थे, जबकि कई सैनिक गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं.
BLA लड़कों के निशाने पर क्यों है आर्मी?
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस हमले की साजिश पहले से रची हुई थी. आतंकियों ने रणनीतिक बढ़त हासिल करने के लिए ऊंचाई वाले ठिकानों से हमला शुरू किया, ताकि पाकिस्तानी सेना की जवाबी कार्रवाई को रोका जा सके. BLA लंबे समय से बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना की ज्यादतियों और प्राकृतिक संसाधनों के शोषण के खिलाफ हथियारबंद लड़ाई छेड़े हुए है. संगठन का मकसद ‘आजाद बलूचिस्तान’ की स्थापना है, और इसी उद्देश्य से वह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) से जुड़ी परियोजनाओं को बार-बार निशाना बनाता रहा है. यह ताजा हमला एक बार फिर साबित करता है कि पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियां बलूचिस्तान में बढ़ती बगावत को काबू करने में अब भी नाकाम हैं, और स्थानीय असंतोष लगातार भड़कता जा रहा है.
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बताते चलें कि दोनों घटनाओं ने यह साफ कर दिया है कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों को पनाह देने की अपनी नीतियों का खामियाजा खुद भुगत रहा है. एक ओर उसके ही पाले आतंकवादी आपस में भिड़ रहे हैं, तो दूसरी ओर बलूचिस्तान में आज़ादी की लड़ाई ने सेना की नींद उड़ा दी है. इन हालातों ने पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं.
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