दक्षिण मध्य रेलवे का ऐतिहासिक कदम : औरंगाबाद रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर, नया कोड CPSN
दक्षिण मध्य रेलवे ने औरंगाबाद रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर किया, नया कोड CPSN होगा. यह फैसला महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान को सम्मान देने के लिए लिया गया. महाराष्ट्र सरकार की मंजूरी के बाद सभी टिकटिंग और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर नाम अपडेट होगा.
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दक्षिण मध्य रेलवे ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है. औरंगाबाद रेलवे स्टेशन का नाम अब बदलकर छत्रपति संभाजीनगर रेलवे स्टेशन कर दिया गया है. यह बदलाव नांदेड़ मंडल के अधिकारियों ने मंजूर किया है. नया स्टेशन कोड CPSN होगा. यह कदम महाराष्ट्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को सम्मान देने के लिए उठाया गया है.
स्टेशन का नाम बदला
दक्षिण मध्य रेलवे ने औरंगाबाद रेलवे स्टेशन का नाम आधिकारिक तौर पर बदलकर छत्रपति संभाजीनगर रेलवे स्टेशन कर दिया है. इसका नया कोड CPSN होगा. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह बदलाव तुरंत लागू हो गया है, और जल्द ही सभी सिस्टम में नया नाम दिखेगा.
छत्रपति संभाजी के नाम पर निर्णय
इस नाम परिवर्तन का मकसद महाराष्ट्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना है. छत्रपति संभाजी महाराज, जो छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र और मराठा साम्राज्य के दूसरे शासक थे, उनकी स्मृति में यह नाम रखा गया है. यह कदम क्षेत्रीय गौरव को और मजबूत करेगा.
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
दक्षिण मध्य रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस बदलाव की घोषणा की. उनकी पोस्ट में लिखा, “औरंगाबाद रेलवे स्टेशन का नाम अब छत्रपति संभाजीनगर रेलवे स्टेशन होगा. ” यह खबर तेजी से वायरल हो रही है और लोगों में उत्साह पैदा कर रही है. टिकटिंग और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स में अपडेटरेलवे ने सभी टिकटिंग सिस्टम, स्टेशन बोर्ड, ऑनलाइन बुकिंग और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर नया नाम और कोड CPSN अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यात्रियों को अब टिकट बुक करते समय छत्रपति संभाजीनगर स्टेशन का नाम चुनना होगा.
महाराष्ट्र सरकार की मंजूरी
महाराष्ट्र सरकार ने 15 अक्टूबर 2025 को एक राजपत्र अधिसूचना जारी कर इस नाम परिवर्तन को मंजूरी दी थी. इसके बाद भारतीय रेलवे ने इसे औपचारिक रूप से लागू किया. यह फैसला शहर के नाम बदलने के बाद लिया गया, जो 2023 में औरंगाबाद से छत्रपति संभाजीनगर हो गया था. राजनीतिक चर्चा: चुनाव से पहले बड़ा कदमआगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले यह फैसला राजनीतिक रूप से काफी चर्चा में है. कई लोग इसे मराठा गौरव और क्षेत्रीय पहचान से जोड़कर देख रहे हैं. यह कदम मतदाताओं के बीच सांस्कृतिक गर्व को बढ़ाने वाला माना जा रहा है.
शहर और स्टेशन का नया नाम
2023 में औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर किया गया था. अब स्टेशन का नाम भी उसी के साथ जोड़ा गया है. यह बदलाव छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता और मराठा इतिहास को सम्मान देता है, जो क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करता है.
मराठा गौरव की पहचान
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पहले यह स्टेशन और शहर मुगल सम्राट औरंगजेब के नाम पर था. 1900 में हैदराबाद के सातवें निजाम, मीर उस्मान अली खान के शासनकाल में औरंगाबाद रेलवे स्टेशन शुरू हुआ था. अब छत्रपति संभाजी के नाम पर यह स्टेशन मराठा गौरव का प्रतीक बनेगा.
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