इंटरनेट चलाना हुआ महंगा, टेलिकॉम कंपनियों ने घटाई डेटा वाउचर की वैलिडिटी
अगर आप रोज़मर्रा के इंटरनेट इस्तेमाल के लिए डेटा वाउचर का सहारा लेते हैं, तो अब आपको और ज्यादा सोच-समझकर डेटा का इस्तेमाल करना पड़ेगा. कोशिश करें कि जब भी आप वाउचर लें, तो उसी समय उसका पूरा इस्तेमाल कर लें, ताकि आपका पैसा बर्बाद न हो. इसके अलावा, ऐसे प्लान चुनें जिनमें पहले से ज्यादा डेटा मिले या लंबे समय तक चलें.

Telecom Companies: अगर आप Jio, Airtel या Vi जैसे किसी प्राइवेट मोबाइल नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. देश की तीनों प्रमुख टेलिकॉम कंपनियों ने डेटा वाउचर्स के नियमों में बड़ा बदलाव कर दिया है. अब आपको मोबाइल डेटा रिचार्ज के लिए ज्यादा सतर्क और सावधान रहना होगा, क्योंकि ये नया नियम आपकी जेब पर सीधा असर डालेगा.
पहले डेटा वाउचर की वैधता प्लान जितनी होती थी
अब तक यह होता था कि जब भी आप अपने मुख्य प्लान के साथ कोई अलग से डेटा वाउचर खरीदते थे, जैसे 1GB या 2GB का पैक, तो उसकी वैधता आपके मुख्य प्लान जितनी ही होती थी. यानी अगर आपने 28 दिन का प्लान लिया और उसी दौरान कोई एक्स्ट्रा डेटा पैक रिचार्ज कराया, तो वह डेटा भी पूरे 28 दिन तक इस्तेमाल किया जा सकता था. इससे यूज़र्स को काफी लचीलापन मिलता था , जब जरूरत हो, तब डेटा इस्तेमाल कर लो.
अब वैधता घटाकर कर दी गई है सिर्फ एक दिन या कुछ घंटे
लेकिन अब कंपनियों ने इस सुविधा को खत्म कर दिया है. नए नियम के तहत जो भी डेटा वाउचर आप खरीदेंगे, उसकी वैधता सिर्फ कुछ घंटे या अधिकतम 1 दिन की होगी। इसका मतलब यह है कि अगर आपने 1GB डेटा लिया और पूरा डेटा उस दिन इस्तेमाल नहीं किया, तो बचे हुए डेटा का कोई फायदा नहीं मिलेगा – वो बेकार चला जाएगा. अगली बार फिर से नया डेटा पैक लेना पड़ेगा.
सबसे ज्यादा नुकसान सोच-समझकर इस्तेमाल करने वालों को
इस नए नियम का सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो डेटा को जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल करते हैं – यानी हर दिन ज्यादा खर्च नहीं करते लेकिन कभी-कभी जरूरत पड़ने पर वाउचर ले लेते हैं. अब उन्हें हर बार डेटा पूरी तरह इस्तेमाल करने की चिंता रहेगी, वरना पैसा बर्बाद हो जाएगा। पहले जैसे लचीलेपन की सुविधा अब नहीं रहेगी, और यह बात यूज़र्स को खल सकती है.
क्या अब हर बार नया वाउचर लेना पड़ेगा?
इस बदलाव का सीधा मतलब है कि अब हर बार जब आपके डेटा की जरूरत होगी, तो नया रिचार्ज करना होगा. अगर आपने डेटा खरीदा और उस दिन यूज नहीं किया या आधा ही खर्च हुआ, तो अगली बार फिर से नया वाउचर लेना पड़ेगा. इससे यूज़र्स का खर्च बढ़ेगा और मोबाइल यूज़ करना पहले से ज्यादा महंगा साबित हो सकता है.
क्या TRAI करेगा कोई हस्तक्षेप?
अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या सरकार या TRAI (भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण) इस मामले में हस्तक्षेप करेगा. क्योंकि जब सभी कंपनियों ने एक साथ यह बदलाव किया है, तो यह एक रणनीतिक फैसला लगता है, जिससे ग्राहकों को विकल्प नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में सरकार से उम्मीद की जा रही है कि वह इस फैसले की समीक्षा करे और उपभोक्ताओं के हित में कोई ठोस कदम उठाए.
स्मार्टफोन यूज़र्स क्या करें?
अगर आप रोज़मर्रा के इंटरनेट इस्तेमाल के लिए डेटा वाउचर का सहारा लेते हैं, तो अब आपको और ज्यादा सोच-समझकर डेटा का इस्तेमाल करना पड़ेगा. कोशिश करें कि जब भी आप वाउचर लें, तो उसी समय उसका पूरा इस्तेमाल कर लें, ताकि आपका पैसा बर्बाद न हो. इसके अलावा, ऐसे प्लान चुनें जिनमें पहले से ज्यादा डेटा मिले या लंबे समय तक चलें.
जहाँ पहले डेटा वाउचर यूज़र्स को लचीलापन और सुविधा देते थे, अब वही वाउचर एक झंझट बनते जा रहे हैं. इस बदलाव से मोबाइल डेटा यूज़ करना महंगा और कम सुविधाजनक हो गया है. इसलिए अब स्मार्टफोन यूज़र्स को न सिर्फ प्लान खरीदते समय, बल्कि डेटा इस्तेमाल करने के दौरान भी पूरी समझदारी दिखानी होगी.