'क्या सच में दिल्ली की झुग्गी-झोपड़ियों पर गरजेगा बुलडोजर...? सीएम रेखा गुप्ता ने बताया आगे का पूरा प्लान
सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ियों तोड़ने के सवाल पर कहा कि 'हमारा मकसद इसे तोड़ना नहीं है. यह दिल्ली की लाइफलाइन है, जो मजदूर वर्ग के लिए बनी हुई है. जब तक इन्हें पक्के मकानों में शिफ्ट नहीं किया जाता है, तब तक यह जहां रह रहे हैं, वही रहेंगे और कई बेहतरीन सुविधाओं के साथ रहेंगे.'

वर्तमान में दिल्ली की बीजेपी सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि अगर वह सत्ता में आए, तो सभी झुग्गी -झोपड़ियां को तोड़ देंगे. दिल्ली सरकार के कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के बाद हर किसी की नजर इसी बात पर टिकी रही कि सीएम रेखा गुप्ता का क्या कुछ बयान आता है. ऐसे में दिल्ली की महिला सीएम ने झुग्गी झोपड़ी में रहने वालों को राहत की सांस दी हैं. उन्होंने कहा कि जब तक लोगों को पक्के मकानों में शिफ्ट नहीं किया जाता है, तब तक लोग वहीं रहेंगे. यह बात सरकार के 100 दिन पूरे होने के कार्यक्रम के दौरान कही.
दिल्ली में झुग्गी झोपड़ियों के टूटने के सवाल पर रेखा गुप्ता का बयान
सीएम रेखा गुप्ता ने झुग्गी तोड़ने के सवाल पर कहा कि 'हमारा मकसद इसे तोड़ना नहीं है. यह दिल्ली की लाइफलाइन है, जो मजदूर वर्ग के लिए बनी हुई है. इन लोगों के बिना दिल्ली चल ही नहीं सकती. यह सभी मेहनत करके रोजी-रोटी कमाते हैं और दिल्ली को चलाते हैं. इनके रहने के लिए हमने बेहतर व्यवस्था का प्लान तैयार किया है. जब तक इन्हें पक्के मकानों में शिफ्ट नहीं किया जाता है, तब तक यह जहां रह रहे हैं, वही रहेंगे और कई बेहतरीन सुविधाओं के साथ रहेंगे.'
'पिछली सरकारों ने सिर्फ वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया'
बता दें कि दिल्ली सरकार के 100 दिन के कार्यकाल पूरे होने के बाद एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां दिल्ली में झुग्गियों के तोड़े जाने के सवाल पर सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि 'अब तक की पिछली (कांग्रेस और आप) सरकारों ने झुग्गियों को केवल वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया. उन्होंने एक भी इंच झुग्गी को नहीं बढ़ाया न ही कोई सुविधा दी. इन जगहों पर कोई सीवर लाइन और पानी का लाइन नहीं है. हमारी बहन बेटियों के लिए नहाने तक का घर नहीं है. पहली बार ऐसा हुआ है कि दिल्ली की एक लाख करोड़ बजट में 700 करोड़ सिर्फ झुग्गियों के लिए था. मुझे यह बताते हुए काफी खुशी हो रही है कि सभी जगह पर कोई न कोई काम शुरू हो चुका है.'