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पीएम स्वनिधि योजना से बदली रेहड़ी-पटरी वालों की तकदीर, उत्तराखंड वासियों को मिला आर्थिक संबल

यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए लाभकारी साबित हुई है जो शहरों में सड़क किनारे सामान बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं.

उत्तराखंड में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत शहरों में रेहड़ी-पटरी लगाकर रोजगार करने वाले लोगों को सस्ती दरों पर लोन उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे छोटे व्यापारियों को आर्थिक संबल मिल रहा है. यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए लाभकारी साबित हुई है जो शहरों में सड़क किनारे सामान बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जन-जन तक पहुंचा रहे हैं. योजना के जरिए लाखों रेहड़ी और पटरी वालों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया है. इसके तहत छोटे व्यापारियों और फेरीवालों को बिना किसी बड़ी जमानत राशि के ऋण (Loan) उपलब्ध कराया जाता है, ताकि वे अपना कारोबार शुरू कर सकें या उसे आगे बढ़ा सकें. 

चमोली के लोगों कैसे मिला आर्थिक संबल? 

उत्तराखंड के सीमांत जनपद चमोली में भी पीएम स्वनिधि योजना का सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है. इस दुर्गम जिले में 600 से अधिक लोगों ने इस योजना का लाभ उठाकर अपनी आजीविका को मजबूत किया है. कोविड-19 महामारी के बाद जब रोजगार के अवसर सीमित हो गए थे, तब इस योजना ने रेहड़ी-पटरी वालों के लिए नई उम्मीद जगाई. लाभार्थियों का कहना है कि नगर पालिका द्वारा चिह्नित कर उन्हें योजना का लाभ दिया गया, जिससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी, बल्कि वे अब पहले की तुलना में बेहतर आमदनी भी कर पा रहे हैं. 

चमोली जिले के लाभार्थियों ने बताया, पीएम स्वनिधि योजना ने उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाया है. नगर पालिका की मदद से उन्हें योजना की जानकारी मिली और आवेदन की प्रक्रिया पूरी की। इसके बाद उन्हें समय पर लोन उपलब्ध कराया गया, ताकि वे दोबारा अपने पैरों पर खड़े हो सकें. लाभार्थियों ने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने गरीब और जरूरतमंद लोगों की पीड़ा को समझते हुए यह योजना शुरू की है, ताकि वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें. आज वे न केवल खुश हैं, बल्कि सम्मानजनक तरीके से आजीविका भी कमा रहे हैं. 

लाभार्थियों ने बताया- कैसे बदली जिंदगी

लाभार्थी बीरेंद्र सिंह राणा ने न्यूज एजेंसी IANS से बातचीत में बताया कि उन्हें नगर पालिका से प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत लोन मिलने की जानकारी मिली थी. इसके बाद उन्होंने नगर पालिका में आवेदन कर आवश्यक दस्तावेज जमा किए और उन्हें लोन स्वीकृत हो गया. उन्होंने बताया कि इस लोन की मदद से उन्होंने एक चाय की दुकान शुरू की, जिससे अब उनकी नियमित आमदनी हो रही है. 

वहीं, बीरेंद्र सिंह राणा कहते हैं, यह योजना बेरोजगार युवाओं के लिए बेहद लाभकारी है, क्योंकि इसके जरिए वे आसानी से लोन लेकर अपना छोटा कारोबार शुरू कर सकते हैं. उन्होंने इस योजना के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया और इसे आम लोगों के लिए बहुत उपयोगी बताया. एक अन्य लाभार्थी अनिल सिंह राणा ने भी पीएम स्वनिधि योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह योजना युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. 

 

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