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मां मजदूर, पिता ग्रंथी… न कोचिंग, न ट्यूशन… फिर भी तीन बहनों ने एकसाथ पास किया UGC NET एग्जाम, पढ़ें सक्सेस स्टोरी

पंजाब के मनसा की कौर सिस्टर्स ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित UGC NET की परिक्षा में सफलता हासिल कर ली है. तीनों बहनों ने पहले अटेंप्ट में ही परीक्षा पास कर लिया है. खास बात ये है कि तीनों के पिता एक ग्रंथी है और मां दिहाड़ी मजदूर. परीक्षा पास करने के बाद अब तीनों बहने असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकेंगी और घर की जिम्मेदारियों को उठा सकेंगी.

27 Jul, 2025
( Updated: 27 Jul, 2025
08:50 PM )
मां मजदूर, पिता ग्रंथी… न कोचिंग, न ट्यूशन… फिर भी तीन बहनों ने एकसाथ पास किया UGC NET एग्जाम, पढ़ें सक्सेस स्टोरी

भारत के सबसे कठिन परिक्षाओं में से एक है UGC NET की परिक्षा. इस एग्जाम को पास करने में कड़ी मेहनत और लगन की जरूरत पड़ती है. कई छात्र इसे एक अटेंप्ट में पास भी नहीं कर पाते. लेकिन इसी बीच एक खबर पंजाब से सामने आई है जहां एक गरीब परिवार की तीन बहनों ने UGC NET की परीक्षा पास कर ली है. मनसा की इन बहनों ने अलग-अलग विषयों में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की आयोजित यह परीक्षा दी थी. 22 जुलाई को जब UGC NET Result घोषित किया गया तो उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. अब तीनों किसी प्राइवेट यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी कर अपने परिवार की आर्थिक जिम्मेदारियों को उठाएंगी. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि इनका एक भाई है पर उसकी तबीयत ठीक नहीं रहती. 

गरीब परिवार से ताल्लुख रखती हैं बहने
तीनों बहनों का रिजल्ट जब सामने आया तब इनके बारे में जानने के लिए लोगों की भीड़ इनके घर तक पहुंच गई. बातचीत के दौारन पता चला कि सबसे बड़ी बहन रिम्पी कौर हैं. रिम्पी ने कंप्यूटर साइंस, दूसरे नंबर की बीअंत कौर ने इतिहास में और हरदीप कौर ने पंजाबी भाषा में यह परीक्षा पास की है. यूं तो तीनों ने पहली बार UGC NET की परीक्षा दी थी. तीनों ने बचपन से लेकर परीक्षा पास करने तक न कोई ट्यूशन पढ़ा न ही कोई कोचिंग की. सिर्फ सेल्फ स्टडी से तीनों इस मुकाम तक पहुंची हैं.

रिम्पी कौर 28 साल की हैं और उन्होंने मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (MCA) किया है. बीअंत कौर 26 साल की हैं. उन्होंने इतिहास में मास्टर ऑफ आर्ट्स (MA) किया. हरदीप कौर 23 साल की हैं. उन्होंने पंजाबी में MA किया है. इन तीनों बहनों का एक छोटा भाई भी है. वह दिमागी तौर पर बीमार है. रिम्पी ने बताया कि उसने इससे पहले जून 2024 में भी UGC NET की परीक्षा दी थी, लेकिन पेपर लीक होने की शिकायत के बाद वह रद्द कर दी गई थी. बाकी दोनों बहने भी इस बार परीक्षा में बैठीं और तीनों ने पहली बार में ही परीक्षा पास कर ली.

रिम्पी कौर ने कहा कि हमारे माता-पिता ने हमें बेटों की तरह पाला. उन्होंने हमारी पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी. वे हमें आत्मनिर्भर बनना चाहते थे. हमने भी NET पास करने के लिए कड़ी मेहनत की. अब वे नौकरी करके माता-पिता की मदद करना चाहती हैं. रिम्पी पहले लगभग दो साल तक एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थीं लेकिन UGC NET परीक्षा की तैयारी पर फोकस करने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी. बीअंत कौर और हरदीप कौर ने भी कहा कि चूंकि उनके माता-पिता ने अपना फर्ज निभा दिया है, इसलिए अब उनकी बारी है कि वे उनका सहारा बनें.

मां दिहाड़ी मजदूर और पिता ग्रंथी…
कौर सिस्टर्स के पिता का नाम बिक्कर सिंह है दो एख ग्रंथी हैं. पहले वो एक गुरुद्वारे से जुड़े थे, लेकिन अब वे स्वतंत्र रूप से काम करते हैं. इनकी मां का नाम मंजीत कौर है जो एक दिहाड़ी मजदूर हैं और खेतों में काम करती हैं. माता-पिता ने तीनों को हमेशा से आत्मनिर्भर बनाने पर जोर डाला और आज इसी का नतीजा है कि तीनों ने इतनी बड़ा सफलता हासिल की है. अब तीनों बहनें असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नौकरी पाना चाहती हैं.

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बुढलाडा की छात्रा रह चुकी हैं कौर सिस्टर्स
UGC NET एग्जाम पास करने के बाद, उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं. जो लोग जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) के लिए क्वालीफाई करते हैं, उन्हें रिसर्च और पीएचडी करने के लिए हर महीने पैसे भी मिलते हैं. तीनों कौर बहनें गुरु नानक कॉलेज बुढलाडा की छात्रा रह चुकी हैं.

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