राजस्थान में मानसून की ज़बरदस्त एंट्री: लगातार बारिश से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त
राज्य सरकार और जिला प्रशासन की ओर से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और बारिश प्रभावित इलाकों में सतर्कता बरतें. स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा की जा रही है और मेडिकल इमरजेंसी के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं.

जयपुर. राजस्थान में इस बार मानसून ने दस्तक देते ही जबरदस्त बारिश से लोगों को चौंका दिया है. प्रदेश भर में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हालात ऐसे बना दिए हैं कि जुलाई के पहले सप्ताह में ही कई बड़े और छोटे बांध ओवरफ्लो होने लगे हैं. इस बार की बारिश ने शुरुआती दौर में ही पुराने रिकॉर्ड तोड़ने के संकेत दे दिए हैं.
राज्य के कई जिलों में पानी का इतना व्यापक फैलाव हो चुका है कि सड़कों पर जलभराव, निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात और बिजली आपूर्ति में बाधाएं सामने आने लगी हैं. कई ग्रामीण इलाकों में संपर्क मार्ग टूट चुके हैं, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है.
जल तांडव से खौफ में लोग
लगातार हो रही भारी बारिश और इससे बने हालातों को देखते हुए आमजन में डर का माहौल बन गया है. सोशल मीडिया पर जल प्रलय जैसे वीडियो और तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं. कई जगहों पर प्रशासन को अलर्ट मोड पर लाया गया है और आपदा राहत टीमें तैनात की गई हैं.
बांधों की स्थिति
कोटा, बूंदी, झालावाड़, सिरोही और उदयपुर जैसे इलाकों में कई बांधों में पानी खतरे के निशान को पार कर गया है. जल संसाधन विभाग की ओर से हाई अलर्ट जारी किया गया है. जरूरत पड़ने पर निचले इलाकों को खाली कराने के निर्देश भी दिए गए हैं.
प्रशासन सतर्क, लोगों से सावधानी बरतने की अपील
राज्य सरकार और जिला प्रशासन की ओर से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और बारिश प्रभावित इलाकों में सतर्कता बरतें. स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा की जा रही है और मेडिकल इमरजेंसी के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं.