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उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील में बादल फटने की घटना, सीएम धामी ने जताया शोक, बोले- 'अधिकारियों से लगातार संपर्क में हूं'

उत्तराखंड पुलिस ने इस हादसे की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से दी और उन्होंने यात्रियों से अनुरोध किया है कि सुरक्षित स्थानों पर रुकें.

29 Jun, 2025
( Updated: 30 Jun, 2025
08:57 AM )
उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील में बादल फटने की घटना, सीएम धामी ने जताया शोक, बोले- 'अधिकारियों से लगातार संपर्क में हूं'

उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील में रविवार सुबह बादल फटा है. इस तबाही के कारण कई श्रमिक लापता हो गए हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें बचाव एवं राहत कार्य में जुटी हुई हैं.

CM धामी ने हादसे पर जताया दुख 

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर दुख जताया और उन्होंने सभी लोगों के कुशल होने की कामना की.

सीएम धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जनपद उत्तरकाशी की बड़कोट तहसील के सिलाई बैंड क्षेत्र में हुए भूस्खलन की दुःखद घटना में कुछ श्रमिकों के लापता होने की सूचना प्राप्त हुई है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य दल घटनास्थल पर पहुंचकर सघन राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. इस मामले में निरंतर संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हूं. ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं."

उत्तराखंड पुलिस ने यात्रियों से किया अनुरोध 

उत्तराखंड पुलिस ने इस हादसे की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से दी और उन्होंने यात्रियों से अनुरोध किया है कि सुरक्षित स्थानों पर रुकें.

उत्तराखंड पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "यमुनोत्री हाईवे पर सिलाई बैंड में अतिवृष्टि से लेबर कैंप में भारी लैंडस्लाइड हुआ है. 9 मजदूर लापता हैं और 10 को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया है. इसके अलावा, हाईवे का 10-12 मीटर का हिस्सा बह गया है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व पुलिस राहत-बचाव में जुटे हैं. यात्रियों से अनुरोध है कि सुरक्षित स्थानों पर रुकें."

हादसे में  9 मजदूरों के लापता होने की सूचना

उत्तरकाशी पुलिस के मुताबिक, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थान पालीगाड़ से करीब 4-5 किमी आगे सिलाई बैंड के पास अतिवृष्टि (भूस्खलन) के कारण 9 मजदूरों के लापता होने की सूचना है. पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, राजस्व, एनएच बडकोट, स्वास्थ्य विभाग आदि टीमों द्वारा राहत एवं खोज बचाव का कार्य किया जा रहा है. इतना ही नहीं, लेबर कैंप भूस्खलन की चपेट में आ गया है और कैंप में 19 श्रमिक रह रहे थे, जिनमें 10 श्रमिक सुरक्षित हैं और उनको रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया है. साथ ही, 9 लापता लोगों की सर्चिंग हेतु रेस्क्यू कार्य गतिमान है.

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