छत्तीसगढ़: देवपहाड़ी झरने पर पिकनिक मनाने गए पांच लोग तेज बहाव में फंसे, 7 घंटे के रेस्क्यू के बाद बचाई गई जान
कारियों ने बताया कि 15 जून से 15 अक्टूबर तक सभी झरनों और नदियों के किनारे तक जाने पर रोक लगाई गई है, क्योंकि इस समय बाढ़ और अचानक पानी बढ़ने का खतरा ज्यादा है. इसको लेकर जगह-जगह नोटिस लगाए गए हैं और लोगों को इसकी जानकारी दी जा रही है.

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छत्तीसगढ़ के देवपहाड़ी झरने पर पिकनिक के लिए गए पांच पर्यटक अचानक नदी के पानी का स्तर बढ़ने से तेज बहाव में फंस गए. यह झरना अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है.
नदी के बीच फंसे दो लड़के और तीन लड़कियां
जानकारी के मुताबिक, दो लड़के और तीन लड़कियां देवपहाड़ी नदी के बीच फंसे हैं और तेज बहाव के कारण वापस नहीं आ पा रहे हैं. सूचना मिलने पर लेमरू पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू कर दिया. पर्यटकों को निकालने के लिए एक विशेष बचाव टीम भी भेजी गई है.
देवपहाड़ी, जो जिले की खूबसूरत जगहों में से एक है, बारिश के मौसम में खतरनाक हो जाती है. लगातार बारिश की वजह से यहां की नदियां और नाले तेजी से भर जाते हैं.
अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि इस मौसम में ऐसी जगहों पर घूमने जाते समय सावधानी जरूर बरतें.
15 जून से 15 अक्टूबर झरनों के किनारे जाने पर रोक
अधिकारियों ने बताया कि 15 जून से 15 अक्टूबर तक सभी झरनों और नदियों के किनारे तक जाने पर रोक लगाई गई है, क्योंकि इस समय बाढ़ और अचानक पानी बढ़ने का खतरा ज्यादा है. इसको लेकर जगह-जगह नोटिस लगाए गए हैं और लोगों को इसकी जानकारी दी जा रही है.
लोगों को दी जाती है चेतावनी
अधिकारियों के मुताबिक, हर साल बारिश के मौसम में लोगों को झरनों और नदियों से दूर रहने की चेतावनी दी जाती है. बारिश के समय नदियों और नालों में पानी का स्तर अचानक बढ़ जाता है, जिससे वहां जाना बहुत खतरनाक हो जाता है.
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जिला प्रशासन ने एक बार फिर पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि बारिश के दौरान गहरे पानी में जाने से बचें, सुरक्षा से जुड़ी हिदायतों का पालन करें और मौसमी नियमों का सम्मान करें ताकि ऐसी जानलेवा घटनाओं से बचा जा सके.
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