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'फ्रेंडली फाइट' का जनता जवाब देगी... केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने महागठबंधन पर कसा तंज, कहा- NDA से ही विकास संभव है

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने महागठबंधन में चल रहे 'फ्रेंडली फाइट' पर तंज कसा है. उन्होने कहा कि कांग्रेस, आरजेडी या इंडिया गठबंधन में जो भी लोग हैं, वे सब अपने निजी स्वार्थ के लिए हैं. उन्हें देशभक्ति और राजभक्ति से कोई मतलब नहीं है, जहां स्वार्थ होगा, वहां मतभेद तो होंगे.

बिहार विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर महागठबंधन के सहयोगी दल के उम्मीदवार आमने-सामने भीड़ गए हैं. इनमें महागठबंधन को कई सीटों पर बड़ा नुकसान होता दिखाई दे रहा है, वहीं इन सीटों पर NDA दल के प्रत्याशियों की जीत की उम्मीदें बढ़ गई है. हालांकि, NDA दलों के भीतर भी सीटों के बंटवारे को लेकर शुरुआती दौर में भारी नाराजगी देखने को मिली, लेकिन अभी यह मामला सुलझ चुका है और सभी मिलकर अब प्रचार-प्रसार की तैयारियों में जुट चुके हैं. इस बीच बिहार चुनाव में 6 सीटों पर लड़ रही NDA दल की पार्टी HAM के प्रमुख जीतन राम मांझी ने महागठबंधन में चल रही 'फ्रेंडली फाइट' पर तंज कसा है. 

मांझी ने महागठबंधन की 'फ्रेंडली फाइट' पर कसा तंज 

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने महागठबंधन में चल रहे 'फ्रेंडली फाइट' पर तंज कसा है. उन्होने कहा कि 'कांग्रेस, आरजेडी या इंडिया गठबंधन में जो भी लोग हैं, वे सब अपने निजी स्वार्थ के लिए हैं. उन्हें देशभक्ति और राजभक्ति से कोई मतलब नहीं है, जहां स्वार्थ होगा, वहां मतभेद तो होंगे. आज सीट शेयरिंग नहीं कर पाए. कई सीटों पर महागठबंधन के प्रत्याशी 'फ्रेंडली फाइट' कर रहे हैं. ऐसा कहीं चुनाव में होता है. इसका जवाब जनता देगी. अगर आप गठबंधन में एकजुट नहीं रह सकते, तो मौका मिलने पर भी सरकार बनाने में दखलअंदाजी करेंगे.'

'आज सरकार बनाएंगे तो कल टूट जाएगी'

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि 'ऐसा गठबंधन अगर आज सरकार बनाएगा, तो कल टूट जाएगी. जब तक स्थिर सरकार नहीं होगी, तब तक किसी भी राज्य या देश में विकास नहीं होगा. ये सिर्फ NDA से ही संभव है. राजग की सरकार बनेगी, राज्य की सेवा होगी और डबल इंजन की सरकार गति पकड़ेगी.' 

10 से ज्यादा सीटों पर 'फ्रेंडली फाइट'

बता दें कि महागठबंधन में 10 से ज्यादा सीटों पर सहयोगी दल के प्रत्याशी आमने-सामने भीड़ रहे हैं. इनमें 4 सीटों पर आरजेडी और कांग्रेस, 8 सीटों पर कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य दल के प्रत्याशी लड़ रहे हैं. नामांकन की तारीख निकलने के बाद भी अभी तक महागठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं हो पाया है. यही वजह है कि दल के अंदर आपसी सहमति न बनने की वजह से ज्यादातर पार्टियों ने अपने मन के मुताबिक प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतार दिया है. 

महागठबंधन में कौन कितनी सीट पर लड़ रहा? 

अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक, महागठबंधन की तरफ से आरजेडी के 143, कांग्रेस के 62, भाकपा-माले के 20, वीआईपी के 14, सीपीआई के 6 और सीपीएम के 4 प्रत्याशी मैदान में है. जानकारी के लिए बता दें कि बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं. ऐसे में NDA के नेता महागठबंधन पर तंज कसने से नहीं चूक रहे हैं. 

NDA में सीटों का बंटवारा

NDA में सीटों के बंटवारे के तहत बीजेपी और जेडीयू को 101-101 सीटें मिली हैं. इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29, केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी (हम) को 6 और उपेंद्र कुशवाहा की (रालोम) को 6 सीटें मिली हैं. 

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