पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह से मिले पॉवरस्टार पवन सिंह, बिहार चुनाव से पहले दिल्ली में मुलाकात, बदल जाएगा सियासी समीकरण
बिहार विधानसभा चुनाव करीब है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में लग गई है. इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरा के पूर्व सांसद आरके सिंह से भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह ने सोमवार की शाम को मुलाकात की है.
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सोमवार की शाम भाजपा के वरीय नेता आरके सिंह के नई दिल्ली स्थित आवास पर पवन सिंह पहुंचे और उनसे मुलाकात की. सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में भी अलग से 5 मिनट तक बातचीत हुई है. बिहार के इन दो बड़े शख्सियत की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में कयासों का दौर शुरू हो गया है.
दिल्ली में पवन सिंह-आरके सिंह की मुलाकात
बिहार का सियासी पारा गर्मा गया है. सूत्रों के अनुसार मानें तो बिहार की सियासत में कुछ नया और बड़ा होने वाला है. आरके सिंह और पवन सिंह के बीच क्या बातचीत हुई, यह अभी पता नहीं चल सका है. मुलाकात के बाद की तस्वीर स्टार पवन सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट की है. पोस्ट में भोजपुरी स्टार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री को टैग करते हुए लिखा है, "एक नई सोच के साथ एक नई मुलाकात".
एक तस्वीर में पवन सिंह सोफा पर बैठकर साथ बातचीत करते नजर आ रहे हैं. दूसरी तस्वीर में छत पर बातचीत करते देखा जा रहा है. इसके अलावा एक और तस्वीर में दोनों साथ दिखाई दे रहे हैं. मुलाकात के दौरान मौजूद आरके सिंह के एक करीबी ने बताया कि ऐसा लग रहा है कि कुछ नया होने वाला है.
लोकसभा चुनाव हारे लेकिन दिखा गए पॉवर
सिने स्टार पवन सिंह ने भाजपा से बगावत कर 2024 में काराकाट से बतौर निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ा था. उन्हें भाजपा ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टिकट दिया था, जिसे पवन सिंह ने ठुकरा दिया था. काराकाट में निर्दलीय लड़कर वे दूसरे नंबर पर रहे थे. वहीं एनडीए प्रत्याशी के रूप में इस सीट से लड़े राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को हार का सामना करना पड़ा था.
पवन सिंह पहले ही 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत दे चुके हैं. उनकी पत्नी ज्योति सिंह भी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं. कुछ दिनों पहले पवन सिंह के प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में जाने की अटकलें भी लगाई जा रही थीं. दूसरी ओर, नरेंद्र मोदी कैबिनेट में मंत्री रह चुके आरके सिंह लोकसभा चुनाव 2024 में आरा से चुनाव हार गए थे. सीपीआई-माले के सुदामा प्रसाद ने उन्हें करीब 60 हजार वोटों के अंतर से हराया था.
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