'विरासत में गद्दी मिलती है बुद्धि नहीं...', सीएम योगी ने अखिलेश पर बोला हमला, कहा- दीये को नकारने वालों को रामभक्त माफ नहीं करेंगे
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि 'गद्दी विरासत में मिलती है. बुद्धि नहीं. वह (अखिलेश) कहते हैं कि दीये जलाने की क्या जरूरत है? वह कृष्ण द्रोही, सनातन द्रोही और रामद्रोही हैं. 7 साल पहले कांग्रेस-सपा और ईडी गठबंधन वाले कहते थे कि क्या राम मंदिर बना पाओगे, लाठी और गोली चलती थी. आज राम मंदिर का भवन निर्माण हो चुका है.'
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर दीयों और मोमबत्ती पर दिए गए विवादित बयान पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जमकर हमला बोला है. गोरखपुर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 'दीपोत्सव से राष्ट्रोत्सव' कार्यक्रम में पहुंचे योगी ने कहा कि गद्दी विरासत में मिलती है बुद्धि नहीं. कुछ लोगों में बचपना होता है और वह (अखिलेश) कहते हैं कि दीये जलाने की क्या जरूरत है? अखिलेश रामद्रोही, कृष्ण द्रोही और सनातन द्रोही हैं. इस मौके पर सीएम योगी ने प्रदेश के बदलते स्वरुप पर मिली सफलता पर भी अपना बयान दिया.
अखिलेश यादव का बयान
बता दें'कि 18 अक्टूबर को अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि 'मैं भगवान श्री राम जी के नाम पर सुझाव देना चाहता हूं. देखिए, दुनिया में इस समय क्रिसमस का समय है, पूरा का पूरा शहर जगमगा जाते हैं, और महीनों जगमगाते रहते हैं. उन्हीं से सीख लो. क्यों खर्चा करना बार-बार दीयों का मोमबत्तियों का और ये दिमाग लगाना है. इस सरकार से क्या उम्मीद कीजिएगा, हटाइये इस सरकार को. हम बहुत सुंदर रोशनी कराएंगे.'
पहले राज भवन में ईद मिलन होता था होली-दीवाली मिलन नहीं
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन की शुरुआत दीपावली की शुभकामनाएं देकर की. उन्होंने कहा कि 'हर महीने कुछ ना कुछ पर्व-त्योहार पड़ते हैं, लेकिन आपको एक बात पर आनंद की अनुभूति होती होगी कि अब सभी आयोजनों के साथ स्वत: होता है. सभी आयोजनों के साथ स्वतः स्फूर्ति के साथ उन आयोजनों के साथ जुड़ता है. हर जाति के लोग जुटाते हैं. पहले मुख्यमंत्री आवास और राज भवन में ईद मिलन होता था. होली और दीपावली मिलन नहीं होता था. पिछले 11 वर्ष से देश में और 8 वर्षों से इस तरह के आयोजन नहीं हुए, लेकिन समाज इस तरह के कार्यक्रम के जरिए आगे बढ़े. होली मिलन के जरिए संघ ने यह शुरू किया. न केवल स्वयं सेवक बल्कि आम जनमानस उससे जुड़ता है.'
विरासत में गद्दी मिलती है बुद्धि नहीं
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि 'गद्दी विरासत में मिलती है. बुद्धि नहीं. वह (अखिलेश) कहते हैं कि दीये जलाने की क्या जरूरत है? वह कृष्ण द्रोही, सनातन द्रोही और रामद्रोही हैं. 7 साल पहले कांग्रेस-सपा और ईडी गठबंधन वाले कहते थे कि क्या राम मंदिर बना पाओगे, लाठी और गोली चलती थी. आज राम मंदिर का भवन निर्माण हो चुका है.
'विरासत में गद्दी मिलती है बुद्धि नहीं...', अखिलेश यादव पर योगी का बड़ा वार. दिवाली के दीयों से भला किसे क्या दिक्कत हो सकती है? pic.twitter.com/RMpgQCfYuA
— Guddu Khetan (@guddu_khetan) October 22, 2025
बबुआ ने प्रजापति समाज के लोगों का अपमान किया
यूपी के मुख्यमंत्री ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि 'बबुआ ने प्रजापति समाज के लोगों का अपमान किया है, उन्हें नहीं मालूम कि दो करोड़ लोग मिट्टी के दीयों से लेकर बर्तन के कारोबार से जुड़े हुए हैं. मिट्टी के उत्पाद आर्थिक निर्भरता व स्वालंबन का प्रतीक है.'
हलाल उत्पाद खरीदने से बचे
योगी ने आगे कहा कि 'हमारे पूर्वजों ने ब्रिटिश और फ्रांस के उपनिवेश के खिलाफ ही लड़ाई नहीं लड़ी, बल्कि राजनीतिक इस्लाम को लेकर भी मोर्चा लिया था. हलाल उत्पादन पर प्रदेश में रोक लगाई गई है. हलाल की खरीद से मिलने वाले रुपए से ही धर्मांतरण, लव जिहाद और आतंकवाद को बढ़ावा मिला है.'
हलाल सर्टिफिकेशन हमने यूपी में बैन किया है...
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 21, 2025
हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर एक फूटी कौड़ी भी नहीं देनी है,
यह पैसा आपके खिलाफ षड्यंत्र में जाता है... pic.twitter.com/GnWNK9SmC0
सपा के कृत्यों के लिए कोई रामभक्त माफ नहीं कर सकता
सीएम योगी ने आगे कहा कि 'सपा को उसके कृतियों के लिए कोई रामभक्त माफ नहीं कर सकता. अयोध्या में निर्ममता के साथ गोली चलाई थी, कांग्रेस ने भी लोगों की भावनाओं को नहीं समझा. कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा था कि राम और कृष्ण काल्पनिक हैं. याद करिए कि पिछले साल अयोध्या में 6 करोड़ लोग दर्शन करने आए थे. यह एक नई यात्रा है.'
'दीपोत्सव से राष्ट्रोत्सव' कार्यक्रम की शुरुआत
बता दें कि मंगलवार को गोरखपुर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की ओर से 'दीपोत्सव से राष्ट्रोत्सव' कार्यक्रम का आयोजन हुआ. संघ के शताब्दी वर्ष के अंतर्गत योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे. उनके आने के बाद विधिवत रूप से कार्यक्रम की शुरुआत हुई.
'दुनिया में 200 देश आरएसएस जैसा संगठन कहीं नहीं'
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सीएम योगी ने कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की खूब प्रशंसा की और कहा कि 'जहां सरकार नहीं पहुंची, वहां संघ पहुंचा. दुनिया में करीब 200 देश हैं, उनके पास समृद्धि है, लेकिन आरएसएस जैसा संगठन नहीं है. समाज संघ के अनुशासन को कौतूहल व आश्चर्य की निगाहों से देख रहा है.यह भारत का सौभाग्य है कि इसके पास आरएसएस जैसा स्वयं सेवी संगठन है, जिसका एकमात्र ध्येय राष्ट्र प्रथम है. संघ के खिलाफ षडयंत्र कम नहीं हुए हैं. पूर्वोत्तर के राज्यों में कई स्वयं सेवकों को खोकर भी वहां काम किया. गोरखपुर में वनवासी छात्रावास शुरू किया. पूर्वोत्तर के बच्चे यहां आए और पढ़कर वहां गए.'
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