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'पाकिस्तान तो बहुत जाते हो, कभी सीमा पर गए हो...', आखिर क्या है गौरव गोगोई का 'पाक कनेक्शन', जिसपर अमित शाह ने संसद में घेरा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में विपक्ष के हंगामे पर करारा जवाब दिया है. अमित शाह मंगलवार को सदन में 'ऑपरेशन महादेव' पर जानकारी दे रहे थे, जिसमें सेना ने पहलगाम के तीन आतंकियों को मार गिराया. इस दौरान ऐसा मौका भी आया जब विपक्ष शोर मचाने लगा. केंद्रीय गृहमंत्री रुके नहीं बल्कि उन्होंने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई को घेरा और पूछ लिया कि आप पाकिस्तान तो बहुत जाते हो, कभी सीमा पर गए हो.

Image: Amit Shah / Gaurav Gogoi / Screengrab / Sansad TV

ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में दूसरे दिन जारी बहस के बीच गृह मंत्री अमित शाह का आगबबूला अवतार देखने को मिला. उन्होंने दस्तावेजों, फैक्ट्स और पूरी टाइमलाइन के साथ ऑपरेशन महादेव, उनकी पहचान और कार्रवाई पर विस्तार से बात रखी. शाह के भाषण के दौरान विपक्षी सांसदों की तरफ से लगातार टोका टोकी भी होती रही, जिस पर वो कई बार चिढ़ते भी दिखे. उनके भाषण के दौरान पहले तो उनकी अखिलेश यादव के साथ नोंकझोंक हुई फिर उनके निशाने पर आ गए कांग्रेस के असम से सांसद गौरव गोगोई. उन्होंने गोगोई पर तीखा हमला बोला.

शाह ने अपने भाषण के दौरान गोगोई से सीधे पूछ लिया और कहा कि पाकिस्तान तो कई बार गए हो गोगोई आप, सीमा पर गए हो. हमारे जवानों की कठिनाई तो देखो आप. नदी-नालों के बीच में चौकी करते हैं. कोई घुस गया तो बचेगा नहीं. इनको सीमा की भौगोलिक कठिनाइयां मालूम नहीं. ये तो ऐसे कह रहे हैं घुस गए, घुस गए. आपके समय में तो घुसने की जरूरत ही नहीं थी. आप बुलाते थे, वो आते थे. जैसे आप पाकिस्तान जाते हो, वैसे वो यहां आते हैं. अमित शाह ने कहा कि मैं समझ रहा हूं कि पोटा रद्द करने वालों को मोदी जी की एंटी टेरर नीति पसंद नहीं आएगी. ये मोदी सरकार है और हमारी टेररिज्म विरोधी नीति है और हम विजयी होंगे.

शाह ने क्या कहा?

"कहते हैं कि एक भी घुसपैठ नहीं होती है...कभी गए हो आप पाकिस्तान तो कई बार गए हो गोगोई आप, सीमा पर गए हो... फिर से बोलता हूं, पाकिस्तान तो कई बार गए हो, सीमा के माध्यम से पाकिस्तान गए हो, -43 डिग्री में, नदी, नाले के बीच में, पहाड़ पर रहकर चौकी करते हैं...कोई घुस गया तो क्या हुआ, कोई घुस गया तो, बचेगा नहीं, यहां हम उसको या तो अरेस्ट करेंगे या या एनकाउंटर में मारा जाएगा, बचेगा कोई नहीं"

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बीते 18 मई को गौरव गोगोई पर एक और बड़ा आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था:"एक सांसद (असम से) ने अभी तक पाकिस्तान में अपने दो सप्ताह के कथित प्रवास से इनकार नहीं किया है. साथ ही, विश्वसनीय दस्तावेजों से पता चलता है कि उनकी पत्नी भारत में रहते हुए पाकिस्तान के एक एनजीओ से पैसा ले रही थीं." सीएम सरमा ने इस आधार पर गौरव गोगोई को 'संवेदनशील और रणनीतिक' जिम्मेदारी से हटाने की अपील की है. उनका कहना है कि ऐसे व्यक्ति को, जिन पर पाकिस्तान से संबंध होने के गंभीर आरोप हैं, देश की विदेश नीति को लेकर किसी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा नहीं होना चाहिए.

असम सीएम के आरोपों पर गौरव गोगोई ने क्या कहा था?
असम के मुख्यमंत्री का जवाब देते हुए गौरव ने कहा कि ‘जिन लोगों को मन में इस बात का भ्रम था कि मैं राज्य की राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं हूं, तो असम के मुख्यमंत्री ने ही बार-बार मुझपर सवाल उठाकर, लोगों के उस भ्रम को तोड़ दिया है. उन पर मानहानि क्या करना, उनका पार्टी ही मानहानि है. उनके अनुसार अगर मैंने और मेरी पत्नी ने कुछ गलत किया भी है, तो पिछले 11 सालों से उनकी सरकार क्या कर रही है. मैं तो संसद में बेबाकी से अपनी बात रखता हूं. मेरा बॉयोडाटा तो सभी के सामने है.'

कांग्रेस ने क्या दी थी प्रतिक्रिया?

कांग्रेस ने कहा कि सर्वदलीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के विभिन्न देशों के दौरे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और पाकिस्तान को सबक सिखाने में देश एकजुट है. हालांकि, पार्टी ने पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद हुए घटनाक्रम के मुद्दे पर भारत का नजरिया रखने के लिए सर्वदलीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को विभिन्न देशों में भेजने के केंद्र सरकार के इरादे पर सवाल उठाया.

संसद में और क्या बोले अमित शाह?

अमित शाह ने कांग्रेस नेता चिदंबरम की टिप्पणी पर भी लोकसभा में जवाब दिया. उन्होंने कहा, "सोमवार को वे (कांग्रेस) हमसे पूछ रहे थे कि आतंकवादी कहां से आए? मुझे बहुत दुख हुआ कि सोमवार को इस देश के पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम जी ने सवाल उठाया कि क्या सबूत है कि ये आतंकी पाकिस्तान से आए थे." गृह मंत्री ने सवाल पूछा, "वे क्या कहना चाहते हैं? किसे बचाना चाहते हैं? पाकिस्तान को बचाकर आपको क्या मिलेगा?"

अमित शाह ने पी चिदंबम को भी दिया जवाब
पी. चिदंबरम की टिप्पणी पर लोकसभा में अमित शाह ने कहा, "मैं कहना चाहता हूं कि हमारे पास प्रूफ है कि वे तीनों पाकिस्तानी थे. तीन में से दो के पाकिस्तानी वोटर नंबर हमारे पास उपलब्ध हैं. आतंकवादियों के पास राइफलें थीं, और उनके पास मिली चॉकलेट पाकिस्तान में बनी थी."

अमित शाह ने विपक्ष को घेरते हुए कहा, "ये कहते हैं कि वो पाकिस्तानी नहीं थे. इसका मतलब है कि देश का एक पूर्व गृह मंत्री पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान को क्लीनचिट दे रहा है!"

उन्होंने कहा कि 23 और 30 अप्रैल को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठकों में कांग्रेस द्वारा की गई भूल को सुधारने का काम हुआ. भारत ने 6 दशक पुरानी सिंधु जल संधि को रद्द किया. हमने अटारी लैंड ट्रांजिट पोस्ट को तुरंत बंद किया. हमने सार्क वीजा छूट योजना से खुद को अलग किया और सभी पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का आदेश दिया.

अमित शाह ने इस दौरान 10 आतंकवादियों के नाम बताए, जिनमें से 8 आतंकियों ने कांग्रेस सरकार के समय हमले किए थे. अमित शाह बोले, "पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इन आतंकियों को मारा गया है. उनको चुन-चुनकर सेना ने समाप्त किया है."

उन्होंने लोकसभा में जानकारी दी कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के डीजीएमओ ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को बताया कि भारत ने आत्मरक्षा के अपने अधिकार के तहत उनकी जमीन पर आतंकी ढांचे पर हमला किया है. रात 1:26 बजे हमारा ऑपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. इसके तुरंत बाद हमारे डीजीएमओ ने वहां के डीजीएमओ को सीमा पार आतंकवादी ठिकानों के नष्ट होने की सूचना दी.

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