क्या फिर होगी एयरस्ट्राइक? पहलगाम हमले के बाद क्या होगा भारत का अगला कदम?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में CCS की हाई लेवल बैठक हुई, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और NSA अजीत डोभाल भी शामिल थे। बैठक में भारत की संभावित प्रतिक्रिया पर चर्चा हुई, जिसमें एयरस्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक या फिर POK पर सीधा हमला जैसे विकल्पों पर विचार किया गया।
24 Apr 2025
(
Updated:
11 Dec 2025
04:11 AM
)
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22 अप्रैल 2025 यह तारीख शायद भारत के सुरक्षा इतिहास में एक और काले दिन के रूप में दर्ज हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमले ने सिर्फ निर्दोष सैलानियों की जान नहीं ली, बल्कि पूरे देश को एक बार फिर गुस्से और सवालों के घेरे में ला खड़ा किया। घटना के बाद दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निवास पर उच्च स्तरीय CCS (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक बुलाई गई, जिसने पूरे घटनाक्रम को गंभीरता से लिया है। देश अब एक ही सवाल पूछ रहा है क्या फिर होगी एयरस्ट्राइक? क्या भारत सर्जिकल स्ट्राइक करेगा या इस बार सीधा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) पर हमला होगा?
PM आवास पर चली हाई-लेवल मीटिंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई CCS बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जैसे दिग्गज मौजूद थे। बैठक के दौरान अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले की पूरी जानकारी साझा की और सुरक्षा एजेंसियों की प्राथमिक रिपोर्ट्स रखीं। पीएम मोदी ने कुछ तीखे सवाल पूछे कि आखिर सुरक्षाबलों की तैनाती के बावजूद आतंकी इतने अंदर तक कैसे घुस आए? क्या खुफिया तंत्र फेल हो गया? और सबसे अहम अब अगला कदम क्या होगा?
रक्षा मंत्री की सेना प्रमुखों के साथ आपात बैठक
इससे पहले दिन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS), थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और वायुसेना प्रमुख के साथ अहम बैठक की। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई और यह सुनिश्चित किया गया कि सीमाओं पर तैनात सेना हाई-अलर्ट पर रहे।
सूत्रों के मुताबिक, सेना को “Offensive Readiness” यानी आक्रामक तैयारी के लिए कहा गया है। LoC (लाइन ऑफ कंट्रोल) के पास बड़े स्तर पर मूवमेंट्स देखी जा रही हैं। इससे संकेत मिलता है कि भारत किसी भी समय कठोर जवाब देने की दिशा में कदम बढ़ा सकता है।
बालाकोट जैसी एयरस्ट्राइक दोहराई जाएगी?
2019 में पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। यह हमला आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक बना। अब जब पहलगाम में हमला हुआ है, लोग सवाल कर रहे हैं क्या फिर वैसी ही कार्रवाई होगी? लेकिन जानकारों का कहना है कि इस बार परिस्थिति थोड़ी अलग है। पुलवामा हमला सुरक्षा बलों पर था, जबकि पहलगाम में सैलानियों को निशाना बनाया गया है। सरकार इस हमले को "नरसंहार की साजिश" के तौर पर देख रही है, जिसका जवाब देना जरूरी है, लेकिन रणनीति अलग हो सकती है।
अगर भारत प्रत्यक्ष सैन्य कार्रवाई करना चाहता है लेकिन अंतरराष्ट्रीय सीमा पार किए बिना, तो सर्जिकल स्ट्राइक एक कारगर विकल्प है। विशेष कमांडो यूनिट्स को सीमावर्ती आतंकी ठिकानों पर भेजकर, सीधे टारगेटेड ऑपरेशन किया जा सकता है जैसे 2016 में उरी हमले के बाद हुआ था। यह ऑप्शन इसलिए भी मजबूत है क्योंकि इससे पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश जाता है, लेकिन युद्ध जैसी बड़ी प्रतिक्रिया को टाला जा सकता है।
क्या भारत POK पर हमला करने की तैयारी में है?
अब तक की घटनाओं को देखते हुए एक बड़ा सवाल उभरकर सामने आ रहा है क्या भारत इस बार सीधा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को टारगेट करेगा? NSG सूत्रों के मुताबिक, सरकार इस बार "Game Changer Response" की दिशा में सोच रही है। यानी सिर्फ बदला नहीं, बल्कि भविष्य के खतरों को जड़ से खत्म करना। इसके लिए भारत एक सीमित सीमा में “Full Spectrum Operation” की योजना बना सकता है जहां आतंकी ठिकानों के साथ-साथ POK में बने लॉन्चपैड्स और ट्रेनिंग कैंप्स को भी खत्म किया जाए।
विदेश मंत्रालय करेगा बड़ा ऐलान
सरकार की इस गंभीरता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि शाम 7 बजे विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी गई है। माना जा रहा है कि इस कॉन्फ्रेंस में भारत की तरफ से पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया जाएगा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस हमले के सबूत भी सौंपे जा सकते हैं।
नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी पहले भी यह दिखा चुकी है कि जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आती है तो वह किसी भी स्तर पर जाने से नहीं हिचकती। शाह खुद 2025 की शुरुआत में पुलवामा की बरसी पर कह चुके हैं कि भारत आतंकवाद के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक जैसे कदमों से पीछे नहीं हटेगा। तो क्या यह बयान सिर्फ राजनीति था या आने वाले दिनों की रणनीति का इशारा? इसका जवाब अब बहुत करीब है।
देश गुस्से में है। जनता सवाल पूछ रही है। सरकार एक्शन मोड में है। सेना तैयार है। ऐसे में अब भारत के अगले कदम की घोषणा किसी भी समय हो सकती है वह एयरस्ट्राइक हो, सर्जिकल ऑपरेशन या फिर कुछ ऐसा जो दुनिया ने पहले कभी न देखा हो।
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