Malini Awasthi ने Yogi को क्यों कहा- शासन वही कर सकता है जो निडर हो निर्लिप्त हो ?
Lok Sabha योगी को कुर्सी से हटाने की तैयारी हो रही है, लेकिन इसके बावजूद योगी को कुर्सी से हटाने की बात तो छोड़ दीजिये। उनकी कुर्सी भी कोई हिला नहीं सका योगी आज भी कुर्सी पर मौजूद हैं। और क्यों मौजूद हैं ये बात देश कि मशहूर लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने बता दिया।

योगी विरोधियों को मालिनी अवस्थी का जवाब
पत्रकार शुभंकर मिश्रा के खास कार्यक्रम में मालिनी अवस्थी ने योगी की तारीफ करते हुए बताया-योगी जी की जो पृष्ठभूमि है नाथ परंपरा से आते हैं और वो योगी हैं, यानि कि जीवन के उन सारे भौतिक सुखों और आकर्षणों से जो बांधती है एक नेता को सत्ता से, उससे उठा हुआ, ऐसा व्यक्ति यदि सत्ता पर बैठ जाए तो, सबसे बड़ी बात तो वो निडर है, वो निर्भीक है, उसे किसी चीज की लालसा नहीं है ना पद की ना धन की ना शक्ति की, वो उसके पास है, मुझे लगता है कि जो व्यक्ति अभय हो जाता है उसकी बात का असर सबको हो जाता है क्योंकि उसे किसी बात डर है ही नहीं, योगी जी ने इसी शैली से उत्तर प्रदेश जिसके बारे में मुझे उम्मीद भी नहीं थी कि कानून व्यवस्था पटरी पर आ पाएगी, उसे ना सिर्फ वापस लेकर आए बल्कि एक बीमारू उत्तर प्रदेश को हर योजना में नंबर वन पर ले आए।
जिस जिला गोरखपुर में मालिनी अवस्थी का बचपन बीता। उस गोरखपुर के पांच बार के सांसद और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में उन्होंने बताया- जिसने पांच बार गोरखपुर में सांसदी की हो, जिसने विरासत में भी वही गुरु विद्या पाई हो, ऐसा व्यक्ति जब सत्ता में बैठे तो आम व्यक्ति का कैसा संघर्ष है, क्योंकि मठ में बैठ कर तो हर व्यक्ति उनके पास जाता था और इसीलिये आज उनके बराबर कोई दौरा करने वाला नहीं है, उनके बराबर कोई जनता दर्शन करने वाला नहीं है, उनके बराबर कोई लोगों से मिलने वाला नहीं है, एक संत राजनीति में रह कर धर्म को आधार मानकर उत्तर प्रदेश जैसे कठिन प्रदेश को आदर्श पर ले जा सकता है योगी जी उसके अनुपम उदाहरण हैं।
सीएम योगी की तारीफ में लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने जो जो बातें कही हैं, कुछ ऐसी ही बात कुछ ही दिनों पहले खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था। उन्होंने तो गुंडे बदमाशों को ललकारते हुए यहां तक कह दिया था कि मैं यहां नौकरी करने नहीं आया हूं मैं इसलिये आया हूं कि वो करेगा तो भुगतेगा भी। प्रतिष्ठा ही हासिल करनी होती तो मुझे इससे ज्यादा प्रतिष्ठा मठ में मिल जाती है।
योगी आदित्यनाथ का ये बयान बता रहा है कि वो भले ही भगवाधारी महंत हों, लेकिन बात जब गुंडे बदमाशों को सबक सिखाने की आती है तो उन पर कोई रहम नहीं दिखाते हैं। मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे माफियाओं का खात्मा इसका सबसे बड़ा सबूत है। नहीं तो एक वक्त था जब यही माफिया सपा बसपा के टिकट पर विधायक सांसद बना करते थे। लेकिन योगी के सत्ता संभालते ही दोनों माफियाओं के साम्राज्य का खात्मा हो गया, तो वहीं सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में भी योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ती है। यही वजह है कि मालिनी अवस्थी जैसी दिग्गज लोक गायिका भी सीएम योगी की तारीफ में कह रही हैं। योगी जी वास्तव में योगी हैं, भौतिक सुखों इच्छाओं आकांक्षाओं से बहुत ऊपर उठे हुए एक योगी, इच्छाओं से विरक्त व्यक्ति अभय हो जाता है, शासन वही कर सकता है जो निडर हो, निर्लिप्त हो।