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'हमारे पास इटली-तुर्की के हथियार', बड़ी-बड़ी डींगें हांक रहा था PAK जनरल, CDS अनिल चौहान ने निकाल दी हेकड़ी

सिंगापुर में 'शांगरी-ला डायलॉग' के दौरान भारत और पाकिस्तान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने अपने-अपने विचार रखे. 'शांगरी-ला डायलॉग' एशिया के प्रमुख रक्षा मंच के रूप में जाना जाता है. इस दौरान CDS अनिल चौहान ने डींगें हांक रहे पाकिस्तानी जनरल की धज्जियां उड़ा दीं.

सिंगापुर में 'शांगरी-ला डायलॉग' के दौरान भारत और पाकिस्तान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने अपने-अपने विचार रखे. 'शांगरी-ला डायलॉग' एशिया के प्रमुख रक्षा मंच के रूप में जाना जाता है. इस दौरान दोनों देशों के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने अपने-अपने विचार साझा किए. 

'शांगरी-ला डायलॉग' एशिया के प्रमुख रक्षा मंच के रूप में जाना जाता है. इस मंच से अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कई बड़ी बातें कह दी है. इसके अलावा सीडीएस चौहान ने पाकिस्तान को चेताते हुए उसकी सारी हेकड़ी निकाल दी. 

भारत ने खींच दी नई लक्ष्मण रेखा - जनरल चौहान 

देश के सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा है कि "भारत ने राजनीतिक रूप से जो किया है, उसने आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करने को लेकर एक नई लक्ष्मण रेखा खींच दी है. मुझे उम्मीद है कि यह विशेष ऑपरेशन, जो मूल रूप से सैन्य क्षेत्र के अंतर्गत आता है, हमारे विरोधियों के लिए भी सबक है. उम्मीद है कि वे सबक लेंगे कि यह भारत की सहनशीलता की सीमा है. हम लगभग दो दशकों से इस छद्म युद्ध का सामना कर रहे हैं और हमने बहुत से लोगों को खो दिया है. हम इसे समाप्त करना चाहते हैं."

जनरल चौहान ने आगे कहा, "भारत अपनी रक्षा जरूरतों के लिए किसी एक देश पर निर्भर नहीं है. हमारे पास कई तरह की क्षमताएं हैं. इनमें से अधिकांश क्षमताओं का अच्छे प्रभाव के लिए उपयोग किया गया है."

जनरल मिर्जा ने खुद को बताया आतंकवाद का पीड़ित 

पाकिस्तान सशस्त्र बलों के ‘ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी’ के अध्यक्ष जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने बताया कि "पाकिस्तान अपनी धरती पर आतंकवाद से निपट रहा है और तालिबान शासित अफगानिस्तान में स्थित समूहों के कारण सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए काम कर रहा है. आतंकवाद के कारण हमारे देश को सैकड़ों अरब डॉलर का नुकसान हुआ है और हजारों लोग मारे गए हैं."

शमशाद मिर्जा ने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि "अगर फिर से संघर्ष हुआ तो क्या हो सकता है. यदि अगली बार ऐसा संघर्ष हुआ और शहरों को पहले निशाना बनाया गया तथा सीमाएं अप्रासंगिक हो गईं तो स्थिति खतरनाक स्तर तक बिगड़ सकती है." 

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