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सिंगापुर ले जाकर हत्या करवाई गई? सिंगर जुबिन गर्ग मामले में 2 लोगों पर गहराया शक! असम सीएम का बड़ा एक्शन, सामने आई VIDEO

असम के मुख्यमंत्री ने X पर ट्वीट करते हुए लिखा कि 'हमारे प्रिय जुबीन गर्ग के दुर्भाग्यपूर्ण और असामयिक निधन के संबंध में श्री श्यामकानु महंत और श्री सिद्धार्थ शर्मा के खिलाफ कई FIR दर्ज की गई है. मैंने असम पुलिस के डीजीपी को सभी FIR CID को सौंपने और गहन जांच के लिए एक संयुक्त मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है.'

बॉलीवुड के मशहूर सिंगर जुबिन गर्ग की मौत मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़े एक्शन की बात कही है. सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान जुबिन की मौत पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. जुबिन की मौत से पहले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बता दें कि इमरान हाशमी की सुपरहिट फिल्म गैंगस्टर का गाना 'या अली' गाने वाले सिंगर जुबिन गर्ग की शुक्रवार को मौत हुई है. 

जुबिन की मौत से गहरे सदमे में पूरा परिवार 

जुबिन गर्ग की मौत पर उनके परिवार और असम के लोगों को करारा झटका लगा है. सिंगर की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग का रो-रो कर बुरा हाल है. असम की संस्कृति से लेकर भारतीय फिल्म जगत में अपनी गायकी से पहचान बनाने वाले जुबिन की मौत से असम के मुख्यमंत्री भी काफी दुखी हैं और वह इस मामले पर बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं. उन्होंने कुछ घंटे पहले सिंगर की मौत पर CID जांच कराने की बात कही है. इसके अलावा ऑर्गेनाइजर के खिलाफ जांच और जो लोग भी उन्हें सिंगापुर लेकर गए थे, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की बात कही है. 

X पर पोस्ट के जरिए दी जानकारी

असम के मुख्यमंत्री ने X पर ट्वीट करते हुए लिखा कि 'हमारे प्रिय जुबीन गर्ग के दुर्भाग्यपूर्ण और असामयिक निधन के संबंध में श्री श्यामकानु महंत और श्री सिद्धार्थ सरमा के खिलाफ कई FIR दर्ज की गई है. मैंने असम पुलिस के डीजीपी को सभी FIR CID को सौंपने और गहन जांच के लिए एक संयुक्त मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है. 

कौन था जुबिन गर्ग शो का ऑर्गेनाइजर? 

बता दें कि सिंगापुर में नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल का आयोजन किया गया था, जिसमें जुबिन गर्ग परफॉर्म करने वाले थे. वहीं सिद्धार्थ जुबिन के मैनेजर हैं, जो सभी इवेंट्स, बिजनेस से जुड़ी जानकारी और उसका मैनेजमेंट देखते हैं. वहीं श्यामकानु महंत शो के ऑर्गेनाइजर हैं. दोनों के खिलाफ असम की मोरीगांव पुलिस स्टेशन में पहली FIR दर्ज हुई है. 

जुबिन गर्ग के खिलाफ रची गई साजिश? 

पुलिस में दर्ज शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उन्हें एक साजिश के तहत गाने के बहाने विदेश ले जाया गया, जहां उन सभी का मकसद उन्हें मारना था. आरोपियों के खिलाफ दर्ज शिकायत में यह भी कहा गया है कि इस मामले में लापरवाही भी बरती गई है. वहीं सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जुबिन को बिना लाइफ जैकेट के ही पानी में कूदने दिया गया. 

कब होगा जुबिन का अंतिम संस्कार? 

बता दें कि जुबिन गर्ग का अंतिम संस्कार 21 सितंबर के दिन असम में किया जाएगा. उनका पार्थिव शरीर सबसे पहले 20 सितंबर को सिंगापुर से दिल्ली लाया जाएगा, उसके बाद असम के मुख्यमंत्री खुद दिल्ली उनके पार्थिव शरीर को लेने जाएंगे, फिर सिंगर की बॉडी परिवार को सौंप दिया जाएगा. अंतिम संस्कार से पहले उनके शव को गुवाहाटी के सारूसजाई स्टेडियम में जनता के लिए रखा जाएगा, जहां उनके फैंस उन्हें जाकर आखिरी बार श्रद्धांजलि देंगे और उसके बाद उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा. 

कैसे हुई मौत? 

बॉलीवुड के फेमस सिंगर जुबिन गर्ग के मौत की खबर से इस वक्त पूरी इंडस्ट्री में शोक की लहर है. उनकी मौत सिंगापुर में एक एक्सिडेंट की वजह से उस घटना के बाद हो गई जब वह स्कूबा डाइविंग के लिए पानी में उतरे थे. इंजॉय और एडवेंचर के लिए समंदर में उतरे सिंगर के लिए यह उनका एक बुरा सपना बनकर रह गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंगापुर पुलिस ने सिंगर को समुद्र से निकाला और पास के एक अस्पताल में उन्हें भर्ती किया, लेकिन काफी ट्रीटमेंट और डॉक्टरों की देखभाल के बावजूद भी वह बचाए नहीं जा सके. उनकी उम्र 52 वर्ष थी.

इस गाने से हर युवा के दिलों पर छाए

बता दें कि जुबिन को सबसे बड़ा ब्रेक फिल्म 'गैंगस्टर' से मिला, जहां उन्होंने 'या अली' गाना गाया था. जुबिन असमिया, हिन्दी, बंगाली, कन्नड़, उड़िया, तमिल, तेलेगु, पंजाबी, नेपाली, मराठी और मलयालम फिल्मों में भी गा चुके हैं. वह असम के जोरहाट से थे. जुबिन गर्ग को असम और पश्चिम बंगाल में एक रॉकस्टार माना जाता रहा है. 

इन फिल्मों और एलबम ने दिलाई खास पहचान

साल 1995 में जुबिन ने बॉलीवुड में अपना कदम रखा. उन्होंने अपना पहला इंडीपॉप सिंगल एल्बम 'चांदनी रात' शुरू किया था. उसके बाद कुछ हिंदी एल्बम और रीमिक्स गाने रिकॉर्ड किए, जिसमें 'चंदा' (1996), 'जलवा' (1998), 'यही कभी' (1998), 'जादू' (1999), 'स्पर्श' (2000), आदि शामिल थे। उन्होंने 'गद्दार' (1995), 'दिल से' (1998), 'डोली सजा के रखना' (1998), 'फिजा' (2000), 'कांटे' (2002) जैसी फिल्मों के लिए भी गाने गाए. 

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