VIP लोगों की खातिरदारी, मेसी की झलक से भी महरूम रहे टिकटधारी, बंगाल के खेल मंत्री को पड़ा भारी, दिया इस्तीफा
पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री अरूप बिस्वास ने साल्ट लेक स्टेडियम में अर्जेंटीना के फुटबॉल स्टार लियोनेल मेसी से जुड़े इवेंट के दौरान मैनेजमेंट में हुई कमियों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मंगलवार को इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे को सीएम ने स्वीकार भी कर लिया है. उन्होंने हैंड रिटेन नोट में अपने इस्तीफे की वजह भी बता दी है.
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13 दिसंबर को कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में दुनिया के सुपरस्टार फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम GOAT इंडिया टूर 2025 के दौरान भारी बवाल मचा. इस दौरान काफी अव्यवस्था देखी गई. स्टेडियम से आईं तस्वीरों ने पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पूरे देश को शर्मसार किया. इसके बाद खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मांफी मांगी थी. आयोजकों पर भी कार्रवाई हो रही है, लेकिन अब एक बड़ा राजीतिक घटनाक्रम सामने आया है. दरअसल पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री अरूप बिस्वास ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दिया है.
अरूप बिस्वास का इस्तीफा स्वीकार!
पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री अरूप बिस्वास ने अपना इस्तीफा पार्टी सुप्रीमो और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सौंप दिया है. जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है. कहा जा रहा है कि बिस्वास ने एक अपने हाथ से लिखे एक नोट में मुख्यमंत्री को बताया कि मामले की जांच पूरी निष्पक्षता से की जा सके इसलिए वो अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है. फिलहाल सीएम खुद खेल मंत्रालय संभालेंगी.
अरूप बिस्वास ने अपने इस्तीफे वाले पत्र में क्या कहा?
इस्तीफे में बिस्वास ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने कलकत्ता हाई कोर्ट के एक रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक जांच समिति बनाई है, इसलिए वह जांच की निष्पक्षता के लिए राज्य के खेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे रहे हैं. सीएम ने अरूप बिस्वास के इस्तीफे को स्वीकार करते हुए पत्र में लिखा, "मैं 13 दिसंबर 2025 को विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में हुई घटना की निष्पक्ष जांच के लिए खेल विभाग की ओर से राहत देने के खेल मंत्री के विचार और इरादे की सराहना करती हूं. मुझे लगता है कि वह बिल्कुल सही हैं और जब तक निष्पक्ष जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक खेल विभाग की देखभाल मैं ही करूंगी."
ममता मंत्रिमंडल में मंत्री बने रहेंगे अरूप बिस्वास!
अरूप बिस्वास राज्य के बिजली मंत्री भी हैं. ऐसे में खेल मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बावजूद, अरूप बिस्वास राज्य कैबिनेट के सदस्य बने रहेंगे. पिछले हफ्ते साल्ट लेक स्टेडियम में मैनेजमेंट की गंभीर कमियों के कारण हुई अराजकता के बाद अरूप बिस्वास को चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था. उल्लेखनीय है कि मेसी से जुड़े इस इवेंट में अव्यवस्था देखी गई थी. गुस्साए फैंस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था.
मेसी इवेंट ने खोल दी थी कुव्यवस्था की पोल!
इवेंट के दौरान बिस्वास भी मेसी के साथ स्टेडियम में मौजूद थे. कई दर्शकों और विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने आरोप लगाया है कि जब बिस्वास और उनके परिवार के सदस्यों ने मैदान पर फुटबॉल स्टार को घेर लिया, तो जिन दर्शकों ने महंगी कीमतों पर टिकट खरीदे थे, उन्हें फुटबॉल आइकन की झलक तक नहीं मिल पा रही थी. इन आरोपों ने इवेंट से जुड़े राजनीतिक विवाद को और बढ़ा दिया, जिसमें विपक्षी पार्टियों ने राज्य सरकार पर घोर कुप्रबंधन और पक्षपात का आरोप लगाया.
टिकटधारी मेसी को देख तक नहीं पाए, VIP से घिरे रहे मेसी!
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आरोप लगे थे कि हजारों दर्शक जिन्होंने 15 हजार रुपये तक के टिकट खरीदे थे, स्टेडियम पहुंचे थे. लेकिन मेसी केवल करीब 20 मिनट के लिए ही मैदान में नजर आए. इसके बाद दर्शकों में नाराजगी फैल गई. गुस्सा इस बात की थी कि जिन्होंनें हजारों रुपए खर्च किए वो मेसी को देख तक नहीं पाए, लेकिन मेसी चारों ओर से नेताओं और प्रभावशाली लोगों से घिरे रहे, जिससे आम टिकटधारी, फैंस को उन्हें देखने का मौका ही नहीं मिला. इसके बाद सीएम ने सीधे-सीधे खेल मंत्री से कहा कि क्या आप पूरे मामले की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार है, अगर नहीं तो पद से इस्तीफा दे दें.
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