इस बार की चारधाम यात्रा केवल मंज़िल तक पहुंचने का नहीं, बल्कि एक भरोसे की है: सीएम धामी
सीएम धामी ने परखीं चारधाम यात्रा की तैयारियां . चारधाम यात्रा के लिए पूरी तरह से तैयार सरकार. 30 अप्रैल से शुरू हो रही है चारधाम यात्रा..135 करोड़ की लागत से बहुमंजिला पार्किंग और 100 करोड़ की लागत से राफ्टिंग बेस स्टेशन का शिलान्यास.

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चारधाम यात्रा एक ऐसी पवित्र यात्रा , जो सिर्फ रास्तों से नहीं, आस्था के धागों से जुड़ती है. ये वो परंपरा है, जो हर साल करोड़ों दिलों को हिमालय की गोद में खींच लाती है. धामी सरकार ने चारधाम यात्रा को सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति, सुरक्षा और सुव्यवस्था का आईना बना दिया है. लाखों श्रद्धालुओं की आस्था इस यात्रा से जुड़ी हुई है. ऐसे में उत्तराखंड सरकार कोई भी तैयारी अधूरी नहीं रहने देना चाहती. और सरकार यात्रा की व्यवस्था के लिए हर कदम उठा रही है.
चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही है, और इस बार की यात्रा बहेद खास होने वाली है. इस बार अभूतपूर्व तैयारियां हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और संतोष सुनिश्चित करने के लिए सरकार समेत पूरा प्रशासन कई महीनों से जमीन पर उतरा हुआ है. इस दिव्य यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सहज बनाने के लिए मुख्यमंत्री धामी की निगरानी में न सिर्फ तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, बल्कि पहले से कहीं अधिक सशक्त और व्यवस्थित रूप से काम किया गया है. इस बार यात्रा के लिए पंजीकरण को बेहद आसान बनाया गया है. इन तैयारियों के पीछे है उत्तराखंड का एक सशक्त नेतृत्व, जो सिर्फ दफ्तरों में नहीं, बल्कि मैदान में उतर मेहनत करता दिखाई दे रहा है. यही नहीं सीएम धामी ने उत्तराखंड के लोगों को करोड़ों की सौग़ात दी.
सीएम धामी ने परखीं चारधाम यात्रा की तैयारियां. चारधाम यात्रा के लिए पूरी तरह से तैयार सरकार. 30 अप्रैल से शुरू हो रही है चारधाम यात्रा. तैयारियां सिर्फ अल्पकालिक नहीं, दीर्घकालिक. बहुमंजिला पार्किंग का भी किया शिलान्यास.
इसी कड़ी में 25 अप्रैल को मुख्यमंत्री धामी ने ऋषिकेश स्थित ट्रांजिट कैंप का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही 135 करोड़ की लागत से बहुमंजिला पार्किंग और 100 करोड़ की लागत से राफ्टिंग बेस स्टेशन का शिलान्यास किया. उन्होंने शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मंच से कार्यदायी संस्था को साफ निर्देश दिया कि डेढ़ साल के अंदर यह पार्किंग स्थल पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाना चाहिए. सीएम धामी ने ट्रांजिट कैंप के निरीक्षण के दौरान साफ तौर पर कहा कि इस बार की चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार पूरी तरह से तैयार है. प्रदेश सरकार द्वारा इस बार पंजीकरण व्यवस्था को और अधिक सरल और सुविधाजनक बनाया गया है. 24 घंटे ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा शुरू की गई है. रजिस्ट्रेशन काउंटरों की संख्या 18 से बढ़ाकर अब 30 कर दी गई है. ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप में 24 और आईएसबीटी में 6 नए काउंटर जोड़े गए हैं. वहीं हर साल यात्रा के लिए यात्रियों को पार्किंग की परेशानियों से जूझना पड़ता है. इस साल 130 चिन्हित पार्किंग स्थलों पर 43,416 छोटे और 7,855 बड़े वाहनों की पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. इसके अलावा, यात्रा मार्गों पर सड़क सुधार और अन्य बुनियादी सुविधाओं को भी युद्ध स्तर पर विकसित किया जा रहा है. यात्रा व्यवस्थाओं को और सुगम करने के लिए सीएम धामी के निर्देश पर बीते बुधवार को आपदा प्रबंधन के लिहाज से भी मॉक ड्रिल्स आयोजित कर तैयारियों को परखा गया है. श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस बार यात्रा के शुरुआती महीनों में वीआईपी दर्शन को भी स्थगित कर दिया गया है, ताकि सभी को समान अवसर मिल सके. यात्रा मार्ग पर पुलिस सहायता डेस्क, ड्रोन निगरानी, और संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष उपकरणों की व्यवस्था की गई है.
चारधाम यात्रा की तैयारियों के लिए इस साल सुरक्षा व्यवस्था को हर तरफ़ से चाक चौबंद किया गया है. यात्रा मार्ग पर 50 थाने, 79 पुलिस चौकियां, 38 अस्थायी चौकियां और 5850 पुलिस बल तैनात किए गए हैं. चारधाम कंट्रोल रूम की स्थापना के साथ पूरे यात्रा मार्ग को 15 सुपर ज़ोन, 41 ज़ोन और 137 सेक्टरों में बांटा गया है. यातायात प्रबंधन को दुरुस्त करने के लिए तीन विशेष प्लान तैयार किए गए हैं. 54 बॉटलनेक्स, 198 दुर्घटना संभावित स्थल, 49 ब्लैक स्पॉट और 66 लैंड स्लाइडिंग ज़ोन चिन्हित किए गए हैं, जहां सभी आवश्यक उपाय पूरे किए जा रहे हैं. सीएम धामी ने राफ्टिंग सुविधाओं के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों की भी जानकारी दी.
ज़ाहिर है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह स्पष्ट संदेश है कि चारधाम यात्रा केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत और जनआस्था का प्रतीक है. और इस आस्था की रक्षा के लिए उनकी सरकार हर आवश्यक कदम उठा रही है. श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और दिव्य अनुभव प्रदान करना उत्तराखंड सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस संकल्प के साथ मुख्यमंत्री धामी हर पल यात्रियों के साथ खड़े हैं. वहीं यात्रा को लेकर सीएम धामी का क्या संदेश है वो सुनिए..