जिस नेता को PM Modi ने कहा था अपनी बहन अब उन्होंने संसद में शपथ लेकर तहलका मचा दिया
नए सांसदों ने संसद में शपथ भी ले ली, जिनमें एक महिला सांसद ऐसी भी थीं। जिन्हें चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने अपनी बहन कहा था और जब चुनावी नतीजे आए तो यही महिला नेता जीत कर संसद में शपथ लेने पहुंची तो देखते ही देखते छा गईं, कौन हैं वो सांसद
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लेकिन आदिवासी समाज में आज भी महिलाएं इसी तरह की वेशभूषा के साथ रहती हैं। जिसकी एक झलक उस वक्त देखने को मिलीं जब मध्य प्रदेश के आदिवासी इलाके से आने वालीं बीजेपी नेता अनीता नागर सिंह चौहान संसद में शपथ लेने पहुंची।अनीता नागर सिंह चौहान जिस रतलाम लोकसभा क्षेत्र से जीत कर आईं हैं, वो दरअसल आदिवासी क्षेत्र झाबुआ में आती है। यही वजह है कि जब वो संसद में शपथ लेने आईं तो पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा में रची बसी नजर आईं, क्योंकि रतलाम लोकसभा क्षेत्र में आदिवासी महिलाएं आज भी अपने पारंपरिक परिधान पहनने के शौक रखती हैं। चांदी की कड़ियां, गेण्या, पायल, कमरबंध, हाथफूल और ऐसे कई तरह के आभूषण धारण करना उनकी परंपराओं में शामिल है। जो हल्के फुल्के नहीं होते हैं, इनका वजन किलो में होता है। इसी तरह के गहने और परिधान पहन कर सांसद अनीता नागर सिंह चौहान संसद पहुंचीं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री को हराकर रचा इतिहास
साल 2019 के चुनाव में रतलाम लोकसभा सीट से गुमान सिंह दामोर ने जीत हासिल की थी लेकिन बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद का टिकट काट कर इस बार अनीता नागर सिंह चौहान पर भरोसा जताया था। जिनके लिए खुद पीएम मोदी चुनाव प्रचार करने गये थे और उन्हें अपनी बहन बता कर जनता से वोट मांगा था।
बीजेपी उम्मीदवार अनीता नागर सिंह चौहान का मुकाबला कभी मनमोहन सरकार में कद्दावर मंत्री रहे कांतिलाल भूरिया से था।जो इसी रतलाम सीट से पांच बार सांसद भी रह चुके थे। लेकिन इसके बावजूद जब चुनावी नतीजे आए तो।
- रतलाम लोकसभा के नतीजे
- BJP उम्मीदवार अनीता नागर सिंह को 7 लाख 95 हजार 863 वोट मिले
- कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया को 5 लाख 88 हजार 631 वोट मिले
- इस तरह से अनीता नागर ने कांतिलाल को 2 लाख से भी ज्यादा वोट से हरा दिया
कांग्रेस के कद्दावर नेता कांतिलाल भूरिया को धूल चटा कर संसद पहुंचीं बीजेपी सांसद अनीता नागर सिंह चौहान अब संसद में आदिवासी परंपराओं की झलक दिखा कर चर्चाओं में छाई हुई हैं। बात करें अनीता नागर की शिक्षा की तो आपको बता दें वो पढ़ी लिखी सांसद हैं।उन्होंने पीजी तो किया ही है।साथ ही साल 2019 में इंदौर इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ से एलएलएम भी कर चुकी हैं और सबसे खास बात तो ये है कि सांसद अनीता नागर सिंह चौहान सेज यूनिवर्सिटी इंदौर से पीएचडी भी कर रही हैं।इतनी पढ़ी लिखी होने के बावजूद अनीता नागर अपनी संस्कृति और सभ्यता नहीं भूलीं।
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