भारतीय सेना के अभ्यास 'त्रिशूल' को देखकर पाकिस्तान में दहशत का माहौल, राजनाथ सिंह की चेतावनी से कांप उठा पड़ोसी मुल्क
खबरों के मुताबिक, भारत की तीनों सेना 28,000 फीट की ऊंचाई तक हाल के सालों में अपने सबसे बड़े और जरूरी अभ्यासों में से एक अभ्यास 'त्रिशूल' कर रही हैं. सेना के इस अभ्यास को लेकर साइमन ने ट्वीट किया है कि इस अभ्यास के लिए चुनी गई जगह और इसका बड़ा आकार असामान्य है. रक्षा मंत्रालय ने भी बयान जारी करते हुए बताया कि सेना, नौसेना और वायु सेना को शामिल करने वाले इस अभ्यास का लक्ष्य तीनों सेनाओं की मिलकर काम करने की क्षमता और आत्मनिर्भरता को दिखाना है.
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भारत की तीनों सेनाओं के अभ्यास 'त्रिशूल' ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की नींद उड़ा कर रख दी है. घबराए पाकिस्तान में दहशत का माहौल है. हालात ऐसे बन गए हैं कि उसने अपने मध्य और दक्षिणी हवाई क्षेत्र में आने जाने वाले कई हवाई रास्तों पर रोक लगाने की सूचना जारी की है. खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान ने 28-29 अक्टूबर के लिए जारी किए गए NOTAM का कोई कारण नहीं बताया है, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह रोक किसी सैन्य अभ्यास या हथियार के संभावित परीक्षण से जुड़ी हो सकती है. Analyser डेमियन साइमन ने कुछ सैटलाइट तस्वीरें भी शेयर की है. जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय सेना का यह अभ्यास 28,000 फीट की ऊंचाई तक फैला हुआ है. यह हाल के दिनों में सेना द्वारा सबसे बड़े और जरूरी अभ्यासों में से एक है.
भारत की तीनों सेनाओं का चल रहा अभ्यास 'त्रिशूल'
खबरों के मुताबिक, भारत की तीनों सेना 28,000 फीट की ऊंचाई तक हाल के सालों में अपने सबसे बड़े और जरूरी अभ्यासों में से एक अभ्यास 'त्रिशूल' कर रही हैं. सेना के इस अभ्यास को लेकर साइमन ने ट्वीट किया है कि 'इस अभ्यास के लिए चुनी गई जगह और इसका बड़ा आकार असामान्य है.' रक्षा मंत्रालय ने भी बयान जारी करते हुए बताया कि 'सेना, नौसेना और वायु सेना को शामिल करने वाले इस अभ्यास का लक्ष्य तीनों सेनाओं की मिलकर काम करने की क्षमता और आत्मनिर्भरता को दिखाना है.'
दक्षिणी कमान के सैनिक अभ्यास में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे
रिपोर्ट में बताया गया है कि दक्षिणी कमान के सैनिक इस अभ्यास में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे. इसमें कई तरह के मुश्किल इलाकों में काम करने की क्षमता को परखेंगे. खासतौर से खाड़ी और रेगिस्तानी क्षेत्र में हमला करने के दौरान क्या-क्या चुनौतियां आती हैं? इसको लेकर अभ्यास पर खास ध्यान दिया जाएगा. इसके अलावा सौराष्ट्र के तट पर जमीन और पानी से हमला करने का अभ्यास और कई क्षेत्रों में मिलकर काम करने का एक संयुक्त अभ्यास भी बताया जा रहा है.
रक्षा मंत्री ने दी चेतावनी
बता दें कि दशहरे के मौके पर भुज में भारतीय वायुसेना के अड्डे पर सैनिकों पर बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान सर क्रीक में कोई कार्रवाई करने की हिम्मत करता है, तो जवाब इतना करारा होगा कि इतिहास और भूगोल दोनों बदल जाएगा. भारत सर क्रीक और कराची के नजदीक यह अभ्यास ऐसे समय में कर रहा है. जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस्लामाबाद को सर क्रीक में किसी भी तरह की हिम्मत न करने की चेतावनी दी थी.
आखिर क्या है सर क्रीक?
बता दें कि सर क्रीक पाकिस्तान में गुजरात और सिंध के बीच एक खाली और दलदली इलाका है. जहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल है. यह 96 किलोमीटर लंबा पानी का रास्ता है, जिस पर नियंत्रण करने से जरूरी समुद्री रास्तों तक पहुंच पर गहरा असर पड़ता है. इसलिए सुरक्षा और सेना की योजना के लिए सर क्रीक बहुत ही जरूरी जगह है. इसको लेकर रक्षा मंत्री ने यह चेतावनी खुफिया रिपोर्टों के बाद दी थी, जिनमें बताया गया था कि पाकिस्तान ने इस क्षेत्र में अपनी सैन्य ताकत को तेजी से बढ़ाना शुरू कर दिया है.
भारत की सीमा गतिविधियों पर पाक की नजर
रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि 'ऐसे अभ्यास सामान्य तैयारी का हिस्सा होते हैं, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से NOTAM जारी करना यह दर्शाता है कि वह 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत की सीमाई गतिविधियों पर करीबी से नजर रख रहा है. बता दें कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तान के भीतर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया था. इसके अलावा 11 सैन्य ठिकाने वाले एयरबेस को भी निशाना बनाया था. भारत द्वारा किए गए इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे.
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