स्टालिन सरकार के मंत्री ने संस्कृत भाषा का उड़ाया मजाक, केंद्र सरकार पर साधा निशाना कहा - क्या आप आई लव यू बोल सकते हो...
तमिलनाडु सरकार के मंत्री ईवी वेलु ने संस्कृत भाषा का मजाक उड़ाया है. उन्होंने हिंदू विवाह में पढ़े जाने वाले संस्कृत श्लोकों को पढ़कर कहा कि 'जब इसको कोई बोल या समझ ही नहीं सकता, तो फिर इस भाषा को बढ़ावा क्यों मिल रहा है. इस दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा संस्कृत भाषा को दी जा रही फंडिंग पर भी सवाल उठाए.

देश में भाषाओं को लेकर विवाद लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अभी हाल ही में महाराष्ट्र में एक ऐसी ही घटना घटी. वहीं तमिलनाडु की स्टालिन सरकार पहले भी कई बार हिंदी भाषा पर विवादित बयान दे चुकी है. इस दौरान तमिलनाडु सरकार के एक और मंत्री ने हिंदू विवाह के दौरान पढ़े जाने वाले संस्कृत श्लोकों की नकल करते हुए उसका मजाक उड़ाया है. इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जब इस भाषा को कोई समझता ही नहीं है न ही कोई बोलता है, तो फिर इसकी पढ़ाई के लिए या इसे बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता क्यों दे रही है?
स्टालिन सरकार के मंत्री ने उड़ाया संस्कृत भाषा का मजाक
बता दें कि तमिलनाडु सरकार के मंत्री ईवी वेलु ने एक सार्वजनिक सभा में शादियों में पढ़े जाने वाले संस्कृत श्लोक को पढ़कर और उसका मजाक बनाते हुए कहा कि 'आखिर कौन इस भाषा को समझ सकता है? क्या दो प्यार करने वाले लोग संस्कृत में अपने प्यार का इजहार कर सकते हैं नहीं न? लेकिन वह तमिल में ऐसा कर सकते हैं, क्योंकि तमिल एक जीवित भाषा है, जिसे हर वर्ग के लोगों द्वारा बोला जाता है और लोग उसे समझते भी हैं.'
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संस्कृत भाषा की फंडिंग पर भी उठाए सवाल
तमिलनाडु के मंत्री ने संस्कृत भाषा के लिए 2500 करोड़ रुपए और तमिल के लिए सिर्फ 167 करोड़ रुपए की फंडिंग देने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि 'तमिलनाडु भारत में सबसे ज्यादा जीएसटी देने वाला दूसरा सबसे बड़ा राज्य है. इसके बाद भी सरकार हमारी मातृभाषा के प्रचार- प्रसार के लिए कम फंडिंग दे रही है. मुझे ऐसा लगता है कि सरकार जीएसटी के जरिए हमारा पैसा लेकर संस्कृत के विकास में लगा रही है.'
क्या आप संस्कृत में आई लव यू बोल सकते हैं ?
वेलु ने संस्कृत भाषा का मजाक उड़ाते हुए कहा कि 'क्या आप इस भाषा में आई लव यू बोल सकते हैं... अगर आप किसी भी शादी समारोह में जाते हैं तो क्या आप संस्कृत भाषा में बात करते हैं? नहीं.. आप ऐसा बिल्कुल भी नहीं करते हैं...तो फिर इस भाषा के विकास के लिए 2500 करोड़ रुपए क्यों खर्च किए जा रहे हैं?' मंत्री ने केंद्र सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाया और कहा कि शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में तमिल भाषा ने देश का नेतृत्व किया है, ऐसे में यह निवेश का हकदार है.
कौन हैं स्टालिन सरकार के मंत्री ईवी वेलु?
बता दें कि एथिराजुलु वज्जरावेलु यानी ईवी वेलु साल 2021 से तमिलनाडु राज्य के एमके स्टालिन सरकार में लोक निर्माण, राजमार्ग और लघु बंदरगाहों विभागों को बतौर मंत्री संभाल रहे हैं. वह पहली बार साल 1984 में थंडारामबट्टू निर्वाचन क्षेत्र से अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम यानी (AIADMK) पार्टी के उम्मीदवार के रूप में तमिलनाडु विधानसभा के लिए चुने गए थे. उसके बाद साल 1997 में वह DMK में शामिल हो गए. फिर 2001, 2006, 2016 और 2021 में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम उम्मीदवार के रूप में तिरुवन्नामलाई निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए.