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झारखंड के चाईबासा में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, साथी समेत हत्थे चढ़ा छत्तीसगढ़ का कुख्यात नक्सली हिडिमा

झारखंड के चाईबासा में सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ के कुख्यात नक्सली हिडिमा और उसके साथी को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है. गिरफ्तारी से नक्सली नेटवर्क और उनकी आपराधिक योजनाओं का पर्दाफाश हुआ. जानें कैसे यह कार्रवाई माओवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने में महत्वपूर्ण साबित होगी.

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा स्थित सारंडा जंगल में सुरक्षा बलों ने एक बड़ी सफलता प्राप्त की है. सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ के कुख्यात नक्सली कमांडर संदीप उर्फ हिडिमा पाडेयाम और माओवादी एरिया कमेटी सदस्य शिवा बोदरा उर्फ शिबु को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी 31 अगस्त को हुई, जब पुलिस और कोबरा 209 बटालियन की संयुक्त टीम ने सारंडा के जंगली इलाके में विशेष अभियान चलाया. 
 
कौन है गिरफ्तार नक्सली हिडिमा?
  • संदीप उर्फ हिडिमा पाडेयाम: यह नक्सली छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले का निवासी है और माओवादी संगठन का सब जोनल कमेटी सदस्य है. हिडिमा पाडेयाम पिछले एक दशक से झारखंड में सक्रिय था और 35 से अधिक मामलों में वांछित था, जिनमें आईईडी विस्फोटों में सुरक्षा बलों और नागरिकों की हत्याएं शामिल हैं.
  • शिवा बोदरा उर्फ शिबु: यह नक्सली झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के कुचाई थाना क्षेत्र का निवासी है और माओवादी संगठन का एरिया कमेटी सदस्य है. शिवा बोदरा ओडिशा राज्य के राउरकेला जिले में हुए विस्फोटक लूटकांड में भी शामिल था. 
नक्सली के साथ बरमाद हुए कई हथियार
 
गिरफ्तारी के दौरान सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के पास से महत्वपूर्ण सामग्री बरामद की, जिनमें शामिल हैं:
  • हथियार और कारतूस
  • मैगजीन और डेटोनेटर
  • वॉकी-टॉकी और आईईडी बनाने का सामान 
इन सामग्रियों से नक्सलियों की योजनाओं और उनकी आपराधिक गतिविधियों का खुलासा हुआ है. 
 
क्या बोला नक्सली हिडिमा?
 
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में नक्सलियों ने माओवादी संगठन के केंद्रीय कमेटी सदस्य अनल उर्फ रमेश द्वारा महिला दस्ते के सदस्यों का शारीरिक शोषण करने और अवैध गर्भपात करवाने की जानकारी दी है, जो सुरक्षा बलों के लिए एक नई चुनौती प्रस्तुत करता है. 
 
 सुरक्षाबलों की संयुक्त कार्रवाई में मिली सफलता?
 
यह कार्रवाई पश्चिमी सिंहभूम जिला पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें बताया गया था कि माओवादी संगठन के शीर्ष नेता सारंडा क्षेत्र में सक्रिय हैं. इस सूचना की पुष्टि के लिए अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) पारस राणा के नेतृत्व में विशेष अभियान दल का गठन किया गया था, जिसमें झारखंड पुलिस और कोबरा 209 की टीमों ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया. 
 
दोनों नक्सली भागने की कोशिश में गिरफ्तार
 
पुलिस को जानकारी मिली थी कि शीर्ष माओवादी नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया और अश्विन अपने दस्ते के साथ सारंडा क्षेत्र में बड़ी वारदात की योजना बना रहे थे. इसी के सत्यापन के लिए रविवार सुबह अभियान चलाया गया. इस दौरान दोनों नक्सली सुरक्षा बल को देखकर भागने लगे और गिरफ्तार कर लिए गए.
 
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, हिडिमा पर अब तक हत्या, पुलिस पार्टी पर हमला, विस्फोटक अधिनियम और यूएपीए समेत अन्य धाराओं में मामले दर्ज हैं. इसी तरह शिवा बोदरा के खिलाफ गोईलकेरा, सोनुवा, गुवा और जराईकेला थानों में कुल नौ गंभीर नक्सली मामले दर्ज हैं.

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