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राफेल की ताकत ने उड़ाई पाकिस्तानियों की नींद, जनरल फैला रहे अफवाह...पाकिस्तानी जनता तबाही की ताकत को कर रही सर्च

पाकिस्तान की सेना और सरकार को भारतीय वायुसेना के राफेल लड़ाकू विमान का खौफ है. ऐसे में पाकिस्तान मीडिया और जनता राफेल लड़ाकू विमान की ताकत को लेकर गूगल पर सर्च कर रहे हैं

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से चला आ रहा तनाव अब अपने चरम पर है. भारत सरकार द्वारा लगातार आतंकवाद के विरोध में उठाई जा रहे सख्त कदमों ने पाकिस्तान को चिंता में डाल रखा है. भारत हर मोर्चे पर पाकिस्तान को घेरे हुए हैं. पाकिस्तान की सेना और सरकार को भारतीय वायुसेना के राफेल लड़ाकू विमान का खौफ है. ऐसे में पाकिस्तान मीडिया और जनता राफेल लड़ाकू विमान की ताकत को लेकर गूगल पर सर्च कर रहे हैं, राफेल की मारक क्षमता, सैन्य शक्ति और भारत से युद्ध की संभावना को लेकर सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान सेना के तमाम अधिकारियों द्वारा मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों ने  पाकिस्तानियों के मन में भारत के प्रति खौफ को और बढ़ा दिया है. 

पहलगाम का हमला पाक के लिए चिंता का सबब

कश्मीर घाटी के पहलगाम में 22 अप्रैल को जब पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य को निहार रहे थे तभी अचानक आतंकियों ने हमला किया, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई. भारत ने इस हमले का सीधा दोषी आतंकवाद के पनाहगार पाकिस्तान को ठहराया. इसके साथ ही पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत में कई ठोस कदम उठाए जिससे पाकिस्तान सरकार तिलमिलाई हुई है. पाकिस्तान के पूर्व सैनिक आदिल राजा ने दावा किया है कि पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर के इशारे पर पहलगाम का आतंकी हमला हुआ. जिसमें पाकिस्तान की छवि को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल करने का काम किया है. भारत में सिंधु जल संधि को स्थगित करके पाकिस्तान की 24 करोड़ अवाम को प्रभावित किया है इसके साथ ही भारत के एयर स्पेस में पाकिस्तान विमान एंट्री बैन, देश से पाकिस्तानियों को वापस भेजना जैसे कई कड़े फैसले हैं. इसके साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जल,थल और वायु सेना तीनों को परिस्थिति के अनुसार दुश्मन को जवाब देने के लिए पूरी छूट दी है. इन कदमों ने पाकिस्तान की सरकार वहां रह रही आम जनता की रात की नींद को छीन लिया है. 

सबसे ज्यादा राफेल का खौफ

भारत से तनाव बढ़ाने के बाद पाकिस्तानी मीडिया ने हाल ही में दावा किया है कि भारतीय वायुसेना के चार राफेल लड़ाकू विमान नियंत्रण रेखा यानी एलओसी पर गश्त करते देखे गए. इसको लेकर पाकिस्तान न्यूज़ चैनल और रेडियो सुरक्षा सूत्रों के हवाले से कहा है कि पाकिस्तान की वायुसेना ने इन विमान का पीछा किया, जिसके बाद वह वापस लौट गए. हालांकि पाकिस्तानी मीडिया द्वारा किए जा रहे इन दावों को भारत में सिरे से खारिज किया और इसे मनगढ़ंत और काल्पनिक बताया. 

रातभर जाग रही पाकिस्तानी सरकार

पाकिस्तान सरकार में शामिल नेता दिन के उजाले में तो भारत को गीदड़भभकी देते हैं लेकिन जैसे-जैसे शाम ढलती है और रात का अंधेरा छाता है तो पाकिस्तान सेना के अधिकारी और उनके मंत्रियों के आंखों की नींद उड़ जाती है, पाकिस्तानी सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने तो 29 अप्रैल की रात 2 बजे प्रेस वार्ता करते हुए खुफिया जानकारी के आधार पर यह तक दावा कर दिया कि भारत अगले 24 से 36 घंटे के भीतर हमला कर सकता है, जब किसी सरकार का मंत्री ही ऐसा दावा करेगा तो आप समझ सकते हैं कि उसे देश की आम जनता के मन में किस प्रकार दर का माहौल होगा, इसके साथ ही पाकिस्तान सेना के प्रमुख असीम मुनीर को सोशल मीडिया पर #MunirOut जैसे हैशटैग के साथ जमकर ट्रोल किया जा रहा है. पाकिस्तान के अंदर चर्चा तो इस बात की भी होने लगी की असीम मुनीर अपने परिवार समेत देश छोड़कर भाग चुके हैं. या रावलपिंडी के एक बंकर में छिपे है. हालांकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से इन अफवाहों को खारिज किया गया. पाकिस्तान की जनता के मन में राफेल की ताकत जन को लेकर काफी उत्सुकता है, गूगल पर "रफल मिसाइल की ताकत", "भारत के पास कितने राफेल हैं" और "भारत-पाकिस्तान युद्ध हुआ तो कौन जीतेगा" जैसे सवाल सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहे हैं, जो इस बात को साफ तौर पर बताता है कि राफेल की ताकत को लेकर पाकिस्तानियों के मन में किस प्रकार की घबराहट और चिंता है. 

राफेल-M की नई डील से और डरा दुश्मन

पहलगाम हमले के बाद जिस तरह भारत पाकिस्तान पर लगातार दबाव बना रहा है, वैश्विक स्तर के बड़े देश आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन कर रहे हैं, इस बीच 28 अप्रैल 2025 को भारत और फ्रांस ने भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल एम लड़ाकू विमान की 63000 करोड रुपए की बड़ी डील पर हस्ताक्षर किया है. जिसमें 22 सिंगल सीट और चार ट्विन सीट वाले लड़ाकू विमान शामिल है. जिनकी तैनाती आईएनएस विक्रांत और आईएनएस विक्रमादित्य विमान वाहक पोत पर होगी. फ्रांस के साथ कोई इस मेगा डील में राफेल एम के रख रखाव, लॉजिस्टिक सपोर्ट और इसको उड़ाने के लिए नौसैनिकों के ट्रेनिंग का खर्चा भी शामिल है. इन विमान का बेड़ा भारतीय वायु सेना में शामिल होने के बाद भारत की सैन्य ताकत में जबरदस्त इजाफा का होगा. जो पाकिस्तानियों के सबसे बड़ी चिंता है क्योंकि साल 1971 के युद्ध में भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कराची में बंदरगाह को पूरी तरह से तबाह कर दिया था. 

कितना खतरनाक है राफेल?

जिस राफेल विमान को लेकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में दहशत है. वो एक 4.5 पीढ़ी का मल्टी रोल फाइटर जेट है, जो अपनी बेहतरीन मारक क्षमता के लिए जाना जाता है इसकी कुछ प्रमुख विशेषताएं भी हैं, जैसे इसकी गति और रेंज. यह लड़ाकू विमान 2202 किलो मटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भरता है, जो पाकिस्तान के JF-17 (1910 किमी/घंटा) और J-10 CE (2100 किमी/घंटा) में से अधिक है. वहीं इसकी रेंज की बात करें तो 3700 किलोमीटर है जो काफी दूरी से ही अपने दुश्मन के ठिकानों पर निशाना साध सकता है. 

राफेल के हथियार और रडार

राफेल में 30 एमएम ऑटो कैनन गन, 14 हार्ड पॉइंट्स और मेच्योर व SCALP है, यह हवा से हवा और हवा से जमीन और जहाज रोधी मिसाइल से पूरी तरह लैस है, इसके साथ ही इसका एक्टिव इलेक्ट्रॉनिक स्कैंड   ऐरे रडार लंबी दूरी से ही लक्ष्य को बड़ी आसानी से ट्रैक कर सकता है.  

राफेल की क्षमता

नौसेना में शामिल होने वाला राफेल-एम विमानवाहक पोतों से संचालित होने के लिए डिजाइन किया गया है, जो समुद्री युद्ध में खतरनाक है. दुश्मन देश पाकिस्तान के पास सबसे ज्यादा चीन के फाइटर जेट (JF-17,J-10) और पुराने F-16 है, जो राफेल की ताकत के आगे कुछ भी नहीं है. इसके अलावा पाकिस्तान का मुख्यालय 9 वायु रक्षा सिस्टम भारत की S-400 प्रणाली और ब्रह्मोस मिसाइलों के सामने प्रभावी ही नहीं है. 

अफवाहों का खेल कर रही पाकिस्तानी सरकार

पाकिस्तानी सेना तनावपूर्ण माहौल में खुद को बचाने के लिए अफवाहों का खेल कर रही है. राफेल को लेकर पाक सेना जनता में डर और भारत के खिलाफ झूठा प्रचार कर सही है. पाकिस्तानी सेना का मकसद है कि भारत की वायु सेना को पाकिस्तानी सेना ने खदेड़ दिया लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ हुआ ही नहीं अगर ऐसा हुआ होता तो भारत सिर्फ गश्त नहीं बल्कि अब तक बालाकोट जैसा एयरस्ट्राइक कर दिया होता. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता जनरल अहमद शरीफ और रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत पर आरोप लगाते हुए यह कहा है कि बलूचिस्तान और पख्तुनख्वा में आतंक बढ़ाया है, हालांकि भारत ने साफ कहा है कि पाक में हिंसा के कारण वह के लोगों में असंतोष है.ये अफवाह पाकिस्तान अपनी कमजोर स्थिति को छिपाने के लिए फैला रह है. 

पाकिस्तान की कमजोरी

पाकिस्तानियों के मन में सिर्फ राफेल का डर नहीं बल्कि 62 राफेल,सुखोई -30 MKI, AUR S-400 जैसी उन्नत प्रणाली है जबकि चीन के पुराने लड़ाकू विमान के भरोसे है. आर्थिक स्थिति भी भारत के मुकाबले जीरो के बराबर, कूटनीतिक अलगाव,आतंकवाद का वैश्विक आरोप ने पाकिस्तान को कमजोर कर रखा है.

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