Poonch : पाकिस्तानी आतंकियों की घुसपैठ नाकाम, सेना का बड़ा ऑपरेशन जारी
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल पूरी तरह अलर्ट पर हैं. हर सेक्टर में गश्त बढ़ा दी गई है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. सेना की त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत की सीमाएं सुरक्षित हाथों में हैं.
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जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सोमवार सुबह एक बड़ी आतंकी घुसपैठ की कोशिश को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया. व्हाइट नाईट कोर (White Knight Corps) के अनुसार, यह घटना सुबह करीब 5:30 बजे की है, जब बालाकोट क्षेत्र में LoC के पास संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं.
जवानों ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए गोलीबारी शुरू की, जिससे आतंकियों की घुसपैठ की यह कोशिश विफल हो गई. सेना ने बताया कि ऑपरेशन अभी भी जारी है और पूरे इलाके को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
सेना ने की आतंकी घुसपैठ की कोशिश को किया नाकाम
हर साल सर्दियों से पहले पाकिस्तान की ओर से आतंकियों की घुसपैठ बढ़ जाती है. घने जंगल, पहाड़ी इलाकों और कोहरे का फायदा उठाकर आतंकी सीमा पार करने की कोशिश करते हैं. लेकिन भारतीय सेना की चौकसी के चलते उन्हें अक्सर मुंह की खानी पड़ती है. व्हाइट नाईट कोर, जिसे XVI कोर भी कहा जाता है, 1972 से जम्मू-कश्मीर की सरहदों की निगरानी कर रही है. यह कोर आतंकवाद विरोधी अभियानों में अग्रणी भूमिका निभाती रही है.
व्हाइट नाईट कोर ने ऑपरेशन सिंदूर में भी निभाई थी भूमिका
व्हाइट नाईट कोर का मुख्यालय नगरोटा छावनी में स्थित है. मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस कोर ने आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की थी. यह यूनिट न केवल सुरक्षा अभियानों में सक्रिय है, बल्कि आपदा राहत, मेडिकल कैंप, और स्थानीय लोगों की सहायता में भी महत्वपूर्ण योगदान देती रही है.
गुरेज में ढेर हुआ कुख्यात गाइड 'समंदर चाचा'
हाल ही में सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए गुरेज सेक्टर में दो घुसपैठियों को मार गिराया था. मारे गए आतंकियों में एक की पहचान समंदर चाचा उर्फ बागू खान के रूप में हुई थी, जो पिछले 25 वर्षों से आतंकियों का गाइड रहा है. वह सीमापार घुसपैठ में लगातार मदद करता रहा था.
जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट, सेना पूरी तरह मुस्तैद
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल पूरी तरह अलर्ट पर हैं. हर सेक्टर में गश्त बढ़ा दी गई है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. सेना की त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत की सीमाएं सुरक्षित हाथों में हैं.
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