अब समंदर से भी पाकिस्तान पर प्रहार, भारतीय नौसेना ने कराची पर किया भीषण हमला!
अरब सागर में तैनात भारत के सबसे शक्तिशाली युद्धपोत INS विक्रांत ने पाकिस्तान के कराची और ओरमारा बंदरगाहों को निशाना बनाते हुए भीषण मिसाइल हमले किए हैं.

भारतीय वायुसेना के बाद अब भारतीय नौसेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है और पाकिस्तान के खिलाफ व्यापक कार्रवाई शुरू कर दी है. अरब सागर में तैनात भारत के सबसे शक्तिशाली युद्धपोत INS विक्रांत ने पाकिस्तान के कराची और ओरमारा बंदरगाहों को निशाना बनाते हुए भीषण मिसाइल हमले किए हैं. कराची पोर्ट पाकिस्तान का सबसे बड़ा पोर्ट है, और उसी पर भीषण हमला किया गया है.
इस आक्रमण के बाद कराची में भारी तबाही का मंजर देखने को मिला है. बंदरगाह क्षेत्र में भीषण आग लगी हुई है और चारों तरफ धुआं ही धुआं फैल चुका है.तटीय इलाकों में दहशत का माहौल है, और लोग अपने घर-बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे हैं.
कराची और ओरमारा में मिसाइलों की बरसात
रक्षा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, INS विक्रांत ने बेहद सटीकता के साथ कराची और ओरमारा के नौसैनिक ठिकानों को निशाना बनाया. इन ठिकानों पर लगातार कई मिसाइलें दागी गईं जिससे वहां मौजूद युद्धपोत, गोदाम, और मुख्यालय जलकर खाक हो गए. कराची पोर्ट जो पाकिस्तान की नौसेना की रीढ़ माना जाता है, वहां भीषण विस्फोटों और आग की घटनाएं रिपोर्ट की जा रही हैं. इस हमले से पाकिस्तान की समुद्री शक्ति को गहरा आघात पहुंचा है और उसकी नौसेना की गतिविधियाँ लगभग ठप हो गई हैं.
नौसेना के ऑपरेशन से पाकिस्तान की समुद्री ताकत पंगु
INS विक्रांत की अगुवाई में हुए इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान की नौसेना को रणनीतिक रूप से गंभीर नुकसान पहुँचाया है. कराची और ओरमारा पोर्ट न केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से अहम हैं, बल्कि ये दोनों स्थान पाकिस्तान की नौसेना की प्रमुख सैन्य तैनाती वाले क्षेत्र भी हैं। रिपोर्टों के अनुसार, इन ठिकानों पर तैनात कई युद्धपोत, पनडुब्बियाँ और नौसैनिक हथियार भंडार पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं. इससे पाकिस्तान को समुद्री सुरक्षा और संचालन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
ऑपरेशन अभी भी जारी, भारत की पूरी नौसैनिक शक्ति तैनात
भारतीय नौसेना का यह ऑपरेशन अभी भी जारी है और INS विक्रांत के साथ अन्य प्रमुख नौसैनिक पोत भी इस रणनीतिक कार्रवाई में शामिल हैं. भारत की यह कार्रवाई पाकिस्तान की उकसाने वाली हरकतों के जवाब में एक निर्णायक कदम है, जिसका उद्देश्य न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि यह भी स्पष्ट करना है कि भारत किसी भी प्रकार की आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है.
भारतीय नौसेना द्वारा किया गया यह हमला केवल जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि सामरिक क्षमता और तैयारी का प्रतीक है. कराची और ओरमारा में हुए विध्वंस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत न केवल थल और वायुसेना के जरिए, बल्कि समुद्री मोर्चे पर भी पूरी ताकत से पाकिस्तान को जवाब देने में सक्षम है. आने वाले समय में यह ऑपरेशन क्षेत्रीय समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है.