Operation Sindoor: 7 मई 2025 को भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर एक सटीक और जबरदस्त सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया. यह कार्रवाई आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के खिलाफ की गई, जिसमें कुल 9 आतंकी अड्डों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया. इस ऑपरेशन में लगभग 90 आतंकवादियों के मारे जाने और 60 से अधिक के घायल होने की पुष्टि हुई है. भारत सरकार ने साफ किया है कि यह कार्रवाई केवल आतंकवाद के खिलाफ थी और इसका उद्देश्य निर्दोष नागरिकों को कोई नुकसान पहुंचाना नहीं था. दूसरी ओर, पाकिस्तान ने इस हमले को "युद्ध का खुला उल्लंघन" बताते हुए विरोध जताया है. इस स्थिति को देखते हुए भारत में अर्धसैनिक बलों की छुट्टियाँ तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने और संभावित खतरे को भांपने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं.
अर्धसैनिक बलों की छुट्टियां रद्द, बॉर्डर पर अलर्ट मोड
गृह मंत्रालय ने सुरक्षा को देखते हुए बड़ा फैसला लेते हुए सभी अर्धसैनिक बलों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. BSF, CRPF, ITBP और SSB जैसी सभी इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है. गृह मंत्री अमित शाह ने इन बलों के महानिदेशकों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी और निगरानी को अधिकतम स्तर पर ले जाएं. सभी फॉरवर्ड पोस्ट्स को फुल स्टाफिंग और हथियारों की पूरी आपूर्ति के साथ ऑपरेशनल मोड में रखा गया है.
बॉर्डर इलाकों में हाई अलर्ट, बढ़ाई गई निगरानी और गश्त
पाकिस्तान में की गई भारतीय स्ट्राइक के बाद से बॉर्डर इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. अर्धसैनिक बलों ने गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था को अत्यधिक सख्त कर दिया है. ड्रोन, सर्विलांस कैमरा और नाइट विजन उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. सीमा के पास के गांवों में सुरक्षा बलों ने स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है.
गृह मंत्रालय ने जताई चेतावनी – पाकिस्तान कर सकता है जवाबी हमला
गृह मंत्रालय ने एक गंभीर चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान बौखलाहट में आकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हमला करने की कोशिश कर सकता है. खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान सीमा पार से गोलीबारी, ड्रोन हमला या घुसपैठ की योजना बना सकता है. इसी के मद्देनजर देश की सभी सुरक्षा एजेंसियों को चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया .
गुजरात से जम्मू-कश्मीर तक 'वॉर रेडी' स्थिति
रक्षा मंत्रालय ने गुजरात के कच्छ इलाके से लेकर जम्मू-कश्मीर की LoC तक सभी सेक्टरों में ‘वॉर रेडी’ रहने के निर्देश जारी किए हैं. भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना को उच्चतम ऑपरेशनल रेडीनेस मोड में रखा गया है. सभी फॉरवर्ड पोस्ट्स को हथियार, गोला-बारूद और रसद से लैस कर दिया गया है. एयरबेस जैसे पठानकोट, जैसलमेर, श्रीनगर और भुज पर लड़ाकू विमानों को एक्टिव ड्यूटी पर रखा गया है.
उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट, सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश
इस सैन्य कार्रवाई के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है. राज्य के डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों, भीड़भाड़ वाले स्थानों और संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतें. एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में गश्त और निगरानी को तेज कर दिया गया है और हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर नजर रखी जा रही है.इस ऑपरेशन के बाद भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने अमेरिकी NSA से फोन पर बात कर उन्हें पूरी जानकारी दी. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्थिति जल्द सामान्य होगी, जबकि UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है. भारत ने इस ऑपरेशन की जानकारी अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, सऊदी अरब और UAE को भी दी है.
Red Alert has been declared in Uttar Pradesh following #OperationSindoor — the Indian Army’s targeted strike on terror hideouts.
भारत ने यह साफ कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख पर अडिग है और किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है. ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकियों को तगड़ा संदेश दिया है, बल्कि यह भी दिखा दिया है कि भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि प्रिवेंटिव स्ट्राइक की नीति अपना चुका है. आने वाले दिनों में हालात और भी संवेदनशील हो सकते हैं, लेकिन भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क और तैयार हैं.