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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को यमुना, ईस्टर्न पेरिफेरल और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से मिलेगी हाई-स्पीड कनेक्टिविटी

सरकार का मानना है कि मजबूत कनेक्टिविटी, आधुनिक लॉजिस्टिक्स और उद्योगों के अनुकूल माहौल से YEIDA क्षेत्र लाखों युवाओं के लिए रोजगार अवसर तैयार करेगा.

Image Credits_IANS

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र को देश के सबसे महत्वाकांक्षी मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (MMTH) के रूप में विकसित कर रही है. इस समग्र योजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को निवेश, उद्योग, लॉजिस्टिक्स और रोजगार के क्षेत्र में राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है. इस पूरे विज़न का केंद्र नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर है, जो पूर्ण होने के बाद उत्तर भारत का सबसे बड़ा एविएशन और लॉजिस्टिक्स गेटवे बनेगा.

निर्बाध कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने पर फोकस

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के एसीईओ शैलेंद्र कुमार भाटिया ने बताया कि योगी सरकार की प्राथमिकता है कि एयर, रोड, रेल, RRTS और एक्सप्रेसवे—पांचों माध्यमों से निर्बाध कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जाए. इसके तहत 8 लेन एक्सेस कंट्रोल यमुना एक्सप्रेसवे को एयरपोर्ट से सीधे जोड़ा गया है, जिससे दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक तेज आवाजाही संभव होगी. ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के माध्यम से हरियाणा और उत्तराखंड की सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी, जबकि दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे बल्लभगढ़ इंटरचेंज के जरिए जेवर एयरपोर्ट से जुड़कर देश के सबसे बड़े औद्योगिक व वाणिज्यिक कॉरिडोर को लाभ पहुंचाएगा.

नॉर्थ और ईस्ट डेडिकेटेड एक्सेस रोड विकसित करने की योजना

लॉजिस्टिक्स सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने एयर कार्गो हेतु नॉर्थ और ईस्ट डेडिकेटेड एक्सेस रोड विकसित करने की योजना बनाई है, जिससे भारी मालवाहक वाहनों को शहरों में प्रवेश किए बिना एयरपोर्ट तक सीधा मार्ग मिलेगा. इसके साथ ही भविष्य में गंगा एक्सप्रेसवे और NH-34 को YEIDA सेक्टर और यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने की तैयारी है, जिससे पूर्वांचल, मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी.

RRTS नेटवर्क से दिल्ली और NCR से जुड़ेगा YEIDA

शहरी परिवहन को आधुनिक बनाने के लिए प्रस्तावित RRTS नेटवर्क के जरिए दिल्ली और NCR से YEIDA सेक्टर एवं नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने की योजना है. इसके अलावा औद्योगिक इकाइयों और एयरपोर्ट के लिए रेल कनेक्टिविटी भी विकसित की जा रही है, जिसमें दिल्ली–हावड़ा और दिल्ली–मुंबई रेल कॉरिडोर से सीधा जुड़ाव शामिल है. इससे माल परिवहन की लागत कम होगी और निर्यात को गति मिलेगी.

EMC पार्क में बड़े पैमाने पर निवेश

इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ योगी सरकार की उद्योग-हितैषी नीतियों का असर यह है कि यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक क्षेत्र और EMC पार्क में बड़े पैमाने पर निवेश आ रहा है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर क्षेत्र में HCL–Foxconn समूह की वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट द्वारा सेमीकंडक्टर टेस्टिंग सुविधा, Havells India की Anchor यूनिट, Dixon Technologies, Adtech Semiconductors, Ascent Circuits जैसी कंपनियां इस क्षेत्र को हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग हब बना रही हैं.

ऑटोमोबाइल व इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेक्टर में निवेश

इसके अतिरिक्त ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेक्टर में Escorts Kubota, Minda Corporation, Ninjas Electric जैसी कंपनियों के निवेश से रोजगार के नए अवसर बन रहे हैं. रिन्यूएबल एनर्जी और ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए Solex Energy (यदि संदर्भ "सैल सोलर" है तो सही), Amber Enterprises, और Electric Vehicle Manufacturers Welfare Trust जैसी इकाइयों की मौजूदगी उत्तर प्रदेश को स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में आगे बढ़ा रही है. वहीं Pine Valley Venture और Deki Electronics जैसे प्रोजेक्ट टेक्सटाइल और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट सेक्टर को बल दे रहे हैं.

लाखों युवाओं के लिए रोजगार अवसर

सरकार का मानना है कि मजबूत कनेक्टिविटी, आधुनिक लॉजिस्टिक्स और उद्योगों के अनुकूल माहौल से YEIDA क्षेत्र लाखों युवाओं के लिए रोजगार अवसर तैयार करेगा.

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