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'हिंदू बहुसंख्यक की वजह से अल्पसंख्यकों को पूरी स्वतंत्रता हासिल है...', केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा - भारत इनके लिए स्वर्ग है

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि 'बहुसंख्यक हिंदुओं की वजह से भारत में अल्पसंख्यकों को पूर्ण स्वतंत्रता और सुरक्षा हासिल है. उन्हें ऐसा एक भी मामला नहीं देखने को मिला है, जहां अल्पसंख्यक समुदाय का कोई सदस्य भारत में किसी भी चीज से वंचित होने के कारण पलायन करने की इच्छा रखता हो.'

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने पीटीआई भाषा से बातचीत करते हुए कहा है कि यहां के अल्पसंख्यक पूरी तरीके से स्वतंत्र हैं. भारत उनके लिए स्वर्ग की तरह है. कांग्रेस पार्टी समर्थित वामपंथी दलों द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरीके से गलत है. इस दौरान उन्होंने बताया कि अगर हम कुछ संक्षेप में देखें, तो चीनी कब्जे के कारण तिब्बत में कुछ समस्याएं थी, जिसकी वजह से तिब्बती भारत में आ गए. 

'भारत में अल्पसंख्यक समुदाय पूरी तरीके से सुरक्षित'

किरेन रिजिजू ने कहा कि 'बहुसंख्यक हिंदुओं की वजह से भारत में अल्पसंख्यकों को पूर्ण स्वतंत्रता और सुरक्षा हासिल है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि उन्हें ऐसा एक भी मामला नहीं मिला है, जहां अल्पसंख्यक समुदाय का कोई सदस्य देश में किसी भी चीज से वंचित होने के कारण भारत से पलायन करने की इच्छा रखता हो.' इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी समर्थित वामपंथी पारिस्थितिकी तंत्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'वह लगातार यह विमर्श चलाने में लिप्त हैं कि अल्पसंख्यकों को भारत में प्रताड़ित किया जा रहा है, उनका कत्लेआम किया जा रहा है, उनकी पीट-पीटकर हत्या की जा रही है और वह सुरक्षित नहीं हैं.' इसके अलावा उन्होंने पूर्व में मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान के बारे में पूछे जाने पर जवाब देते कहा कि 'भारत अल्पसंख्यकों के लिए स्वर्ग है, यह एक ऐसा देश है जहां के लोग कानून का पालन करते हैं, हम धर्मनिरपेक्ष हैं, हमारा एक संविधान है, और इसलिए चाहे बहुसंख्यक हो या अल्पसंख्यक, सभी समान हैं.' 

'बहुसंख्यक के बराबर ही अल्पसंख्यकों को मिल रहा'

पीटीआई भाषा से बातचीत में उन्होंने कहा कि 'अब यह कहने के बाद, मैं स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि जो कुछ बहुसंख्यक समुदाय को मिलता है, अल्पसंख्यक समुदायों को भी मिलता है, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं, जो अल्पसंख्यकों को तो मिलती हैं, लेकिन बहुसंख्यक समुदाय को नहीं मिलती.' 

'चीनी कब्जे के कारण कुछ तिब्बती भारत आए'

उन्होंने आगे कहा कि 'अगर आप इतिहास को संक्षेप में देखें, तो चीनी कब्जे के कारण तिब्बत में कुछ समस्याएं थीं और तिब्बती भारत आ गए. म्यांमार में कुछ लोकतांत्रिक आंदोलन और समस्याएं थीं, जिसके बाद लोकतांत्रिक कार्यकर्ता भारत आए. वहीं श्रीलंका में कुछ समस्याएं थीं, फिर श्रीलंकाई तमिल भारत आए, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ, वह सभी भारत आए. पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भी लोग आए.' 

'उन्हें भारत के संविधान और लोगों पर भरोसा'

किरेन रिजिजू ने यह भी कहा कि 'जो लोग भी भारत में शरण लेना चाहते हैं, उन्हें भारत के संविधान और भारत के लोगों पर भरोसा है. कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान हुई छिटपुट घटनाओं और दंगों को छोड़कर, आमतौर पर अल्पसंख्यक भारत में सबसे ज्यादा सुरक्षित है. पिछले 11 वर्षों से लगातार यह विमर्श चलाया जा रहा है कि भारत में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं. भारत को इस अभियान से क्या मदद मिल रही है, मैं एक अल्पसंख्यक समुदाय से हूं, मुझे खुले तौर पर यह स्वीकार करना होगा कि पुरानी जनगणना के अनुसार बहुसंख्यक हिंदू लगभग 78 से 79 प्रतिशत हैं. अगर आप नई जनगणना देखें, तो यह प्रतिशत कम हो सकता है, लेकिन मुझे अभी इसकी जानकारी नहीं है.' 

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