वाराणसी कचहरी में ACP और थानेदार की अधिवक्ताओं ने की जमकर पिटाई... SHO पर भी बरसाए थप्पड़, सामने आई VIDEO
बता दें कि मंगलवार को वाराणसी कचहरी में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच जमकर हाथापाई हुई है, जिसमें अधिवक्ताओं की संख्या ज्यादा होने से ACP, दारोगा और SHO की पिटाई का मामला सामने आया है.
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वाराणसी कचहरी में अधिवक्ताओं ने एक दारोगा, SHO और ACP की बेरहमी से पिटाई की है. इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. खबरों के मुताबिक, दारोगा की पिटाई के बाद हालत गंभीर है और उन्हें बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि जब दारोगा की पिटाई हुई, तो उस दौरान ACP कैंट नितिन तनेजा और थाना प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत मिश्रा भी मौजूद थे. दोनों ने दारोगा को बचाने की काफी कोशिश की, इसके अलावा अधिवक्ताओं यानी वकीलों ने SHO को भी कई थप्पड़ लगाए.
वाराणसी कचहरी में दारोगा की पिटाई का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि एसीपी और थानाध्यक्ष के सामने ही दारोगा की वकीलों ने पिटाई की। इस दौरान दारोगा को बचाने की कोशिश में थानेदार को भी कई थप्पड़ लगे। टोपी को गिरने से बचाने के लिए उन्होंने उसे भी हाथ में ले लिया। pic.twitter.com/TPFNJOUM3n
— yogesh hindustani (@yogeshhindustan) September 17, 2025
वाराणसी कचहरी में अधिवक्ताओं ने की दारोगा की पिटाई
बता दें कि मंगलवार को वाराणसी कचहरी में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच जमकर हाथापाई हुई है, जिसमें वकीलों की संख्या ज्यादा होने से एक दारोगा की पिटाई का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि जब थानेदार अपनी टोपी को गिरने से बचाने के लिए नीचे झुके, तो उसी दौरान अधिवक्ताओं ने उन्हें हाथ में ले लिया और जमकर पिटाई की. फोर्स के साथ पास में मौजूद रहे दो अधिकारी किसी तरह से घायल दारोगा को अधिवक्ताओं के बीच से निकाल सके. इस पूरे घटनाक्रम का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है.
वाराणसी में वकीलों ने सब इंस्पेक्टर को दौड़ा दौड़ा कर पीटा
— VIKRAM (@Gobhiji3) September 16, 2025
यह कैसा रामराज्य जहां वकील ही पुलिस को पीट रहे हैं?pic.twitter.com/AroWgVaxk6
अधिवक्ताओं की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज और अन्य वीडियो के आधार पर दारोगा की पिटाई करने वाले अधिवक्ताओं की पहचान करने में जुटी हुई है. पुलिस इस मामले में 10 नामजद सहित कुल 50 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मंगलवार को वाराणसी कचहरी में परिवार न्यायालय कोर्ट के सामने स्थित भवन के निचले तल पर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने वकीलों ने दारोगा मिथिलेश प्रजापति पर अचानक से हमला कर दिया. इस दौरान उपनिरीक्षक खुद को बचाने के लिए अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम) के कार्यालय में घुस गए और दरवाजा बंद कर लिया. अधिवक्ताओं ने दरवाजा धकेलने की काफी कोशिश की और दरोगा को बाहर आने के लिए ललकारने लगे. घटना के दौरान मौजूद ACP कैंट नितिन तनेजा, थाना प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत मिश्रा भी पहुंचे और उन्होंने दरवाजे से वकीलों को हटाने की कोशिश की.
अधिवक्ताओं ने जबरदस्ती दरवाजा खोला
अधिवक्ताओं ने धक्का-मुक्की करते हुए जबरदस्ती दरवाजे को खोल दिया. उसके बाद कार्यालय के अंदर मौजूद कोर्ट मोहर्रीर राम प्रसाद को भी दरोगा समझकर पीट दिया. इसके बाद फिर दारोगा प्रजापति को बाहर निकाल कर पीटना शुरू किया, इस दौरान थानाध्यक्ष ने दारोगा को भी बचाने की कोशिश की, तो वह भी अधिवक्ताओं का शिकार बन गए. वहीं मिथलेश नाली में गिर गए और उनके सिर पर गंभीर चोटे आई हैं. ACP और थाना प्रभारी घायल दारोगा को लेकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उनकी नाजुक हालत को देखते हुए बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है.
जिस तरह ब्राह्मणों ने धर्म की अपनी व्याख्या करके धर्म में हजारों कुरीतियां पैदा की थीं।
— Risky Yadav (@riskyyadav410) September 17, 2025
उसी तरह अब वकीलों ने संविधान में हजारों छेद कर लिए हैं और अब संविधान वकील को नही वकील संविधान को चला रहे हैं।
दिन रात संविधान की दुहाई देने वाले वकील वाराणसी में दरोगा मिथलेश प्रजापति को… pic.twitter.com/n5ivquKjz0
आखिर क्यों हुआ दारोगा पर हमला?
बता दें कि कचहरी में दारोगा मिथिलेश प्रजापति पर हमले के पीछे का विवाद बीते शनिवार को समाधान दिवस से जोड़कर देखा जा रहा है. पुलिस की आरंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि समाधान दिवस पर बड़ा गांव थाने में अधिवक्ता से दुर्व्यवहार करने वाले दारोगा समझकर मिथिलेश प्रजापति पर हमला किया गया. खबरों के मुताबिक, बीते शनिवार को बड़ा गांव थाने में समाधान दिवस पर पहुंचे कुंवारी कला निवासी अधिवक्ता स्टे ऑर्डर लेकर आ गए थे.
अधिवक्ताओं ने लगाया आरोप
अधिवक्ताओं ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां के दारोगा ने विपक्षियों के साथ मिलकर दुर्व्यवहार किया था, जबकि पुलिस के अनुसार अधिवक्ता ने लेखपाल के साथ दुर्व्यवहार किया, तो उसे समझाया गया. अधिवक्ता जिला अस्पताल में भर्ती है. इधर मंगलवार को बड़ा गांव थाने से दारोगा मिथिलेश गोवर्धन निषेध अधिनियम के तहत कोर्ट से रिमांड पर्ची लेने पहुंचे थे, जहां पर अधिवक्ताओं ने उन पर अचानक से हमला बोल दिया.
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फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच-पड़ताल कर रही है. पुलिस दारोगा की पिटाई करने वाले अधिवक्ताओं पर जल्द से जल्द कार्रवाई की तैयारी में है.
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