'ज़िंदगी रही तो ऊपर मिलेंगे...', जेल में रहते हुए आजम खान को सता रहा था बेटे अब्दुल्ला के एनकाउंटर का डर, शेयर किया किस्सा
आजम खान ने जेल में बिताए दिनों का एक किस्सा करते हुए कपिल सिब्बल के पॉडकास्ट में बताया कि एक वक्त ऐसा आया था, जब उन्हें डर सताने लगा था कि कहीं उनके बेटे को मार न दिया जाए.
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सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान इन दिनों जमानत पर बाहर है. करीब 23 महीने बाद वह सीतापुर जेल से रिहा हुए हैं. आजम खान इन दिनों लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. हर कोई उनके फिर से राजनीति में एक्टिव होने और सपा के साथ संबंधों को बेहतर होने की उम्मीद जता रहा है. सपा नेता जेल से बाहर आने के बाद किसी न किसी इंटरव्यू और पॉडकास्ट में अपने जेल का किस्सा शेयर कर रहे हैं. इस बीच आजम खान ने कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल के पॉडकास्ट में जेल का एक किस्सा शेयर किया है.
'मुझे डर था कि कहीं मेरे बेटे को मार न दिया जाए'
आजम खान ने जेल में बिताए दिनों का एक किस्सा शेयर करते हुए कपिल सिब्बल के पॉडकास्ट में बताया कि 'एक वक्त ऐसा आया था जब उन्हें डर सताने लगा था कि कहीं उनके बेटे को मार न दिया जाए. मैं जेल में रहते हुए लगातार एनकाउंटर्स के बारे में सुन रहा था. इसलिए मैं काफी ज्यादा घबराया हुआ था.'
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि आजम खान के साथ उनकी पत्नी और बेटे को भी शुरुआत में एक ही जेल में रखा गया था, लेकिन कुछ दिनों के बाद तीनों को अलग-अलग कर दिया गया. यह उन दिनों की बात है, जब उन्हें और उनके बेटे को सीतापुर जेल से दूसरी जेल ले जाया जा रहा था.
'3 बजे हमें सोते से जगाया गया'
सपा नेता ने बताया कि 'उन्हें रात के 3 बजे सोते से जगाया गया. यह ऐसा अनुभव है, जिसका दर्द हर औलाद वाला महसूस कर सकता है. मेरे बेटे अब्दुल्ला के लिए एक अलग गाड़ी आई. अधिकारियों से मैंने पूछा कि यह आप क्या कर रहे हैं? मैंने उन अधिकारियों से यह भी कहा कि आप मेरे बेटे को भी मेरे साथ भेजिए. आप उसे कहां लिए जा रहे हैं? इस पर अधिकारियों ने कहा कि नहीं, आप अलग जाएंगे और यह अलग जाएंगे. आप दोनों की जेल अलग है. आजम खान ने आगे बताया कि उन्होंने अधिकारियों से फिर से पूछा कि मेरे बेटे को किस जेल में ले जाया जा रहा है? इस पर उनका जवाब था कि इसके बारे में आपको पहुंचकर पता चल जाएगा.'
गले लगने के बात बेटे से क्या बोले आजम?
पूर्व मंत्री आजम खान ने आगे बताया कि 'जेल में रहते हुए वह पुलिस के एनकाउंटरों के बारे में सुन रहे थे. ऐसे में जब उन्हें पता चला कि बेटे को दूसरे जेल में ले जाया जा रहा है, तो वह काफी घबरा गए थे. आजम ने बताया कि उस वक्त जब मैं अपने बेटे से गले मिलकर जुदा हुआ, तो मैंने कहा-बेटे, जिंदगी रही तो मिलेंगे. नहीं रही तो ऊपर मिलेंगे.' आजम खान ने आगे बताया कि 'अगले दिन उन्हें तब तक चैन नहीं पड़ा, जब तक यह मालूम नहीं हो गया कि उनका बेटा जिंदा है.' जानकारी के लिए बता दें कि उनके बेटे अब्दुल्ला को हरदोई जेल में रखा गया था.
आजम खान ने Y श्रेणी की सुरक्षा लेने से किया इनकार
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हाल ही सपा नेता आजम खान ने यूपी की योगी सरकार द्वारा Y श्रेणी की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया. उन्होंने रामपुर शहर के विधायक आकाश सक्सेना पर तंज कसते हुए कहा था कि हमारे विरोधियों के पास कमांडो हैं, जिन्होंने लोकतंत्र को लूटा, शहर लूटा, व्यवस्था लूटी, उनके पास सुरक्षा है. इस मुर्गी चोर के लिए कम से कम उतनी सुरक्षा दी जाए, जितनी विरोधियों के पास हैं. बता दें कि आकाश सक्सेना के पास Y कैटेगरी की सिक्योरिटी में 18 CRPF जवान तैनात किए गए हैं.
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