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हरियाणा सरकार की बड़ी घोषणा, किसानों को 6 महीने फ्री बिजली, बिल भरने से मिलेगी राहत

कई जगहों पर फसलें बर्बाद हो गईं और किसानों को आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ा. ऐसे समय में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए एक खास योजना लागू की है.

Image Source: Social Media

Free Ration Card: हरियाणा सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है. राज्य में इस साल मानसून के दौरान हुई भारी बारिश और बाढ़ से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. कई जगहों पर फसलें बर्बाद हो गईं और किसानों को आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ा. ऐसे समय में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए एक खास योजना लागू की है.

छह महीने तक नहीं भरना होगा बिजली बिल

सरकार ने घोषणा की है कि अब राज्य के सभी कृषि ट्यूबवेल उपभोक्ताओं को छह महीने तक बिजली बिल नहीं भरना होगा. यानी जुलाई 2025 से लेकर दिसंबर 2025 तक का बिजली बिल किसान छह महीने बाद जमा कर सकेंगे. इस दौरान उन्हें बिजली बिल की कोई चिंता नहीं करनी पड़ेगी और उनकी बिजली आपूर्ति भी बंद नहीं होगी.

कब जमा करना होगा बिजली बिल

ऊर्जा विभाग की जानकारी के अनुसार, किसानों को इन महीनों के बिजली बिल अगले साल जमा करने होंगे -

जुलाई 2025 का बिल जनवरी 2026 में
अगस्त का बिल फरवरी 2026 में
सितंबर का बिल मार्च 2026 में
अक्टूबर का बिल अप्रैल 2026 में
नवंबर का बिल मई 2026 में
दिसंबर का बिल जून 2026 में

इस तरह किसान पूरे छह महीने तक बिजली का इस्तेमाल बिना बिल भरने की टेंशन के कर सकेंगे.

कोई लेट फीस या अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा

सरकार ने साफ कहा है कि जब किसान छह महीने बाद बिल भरेंगे, तब उन पर कोई विलंब शुल्क (Late Fee) या अतिरिक्त चार्ज नहीं लगाया जाएगा. मतलब किसानों को जितना बिल सामान्य तौर पर देना होता है, वही देना होगा. यह फैसला किसानों को तुरंत आर्थिक राहत देने के उद्देश्य से लिया गया है.

बिजली सप्लाई रहेगी पहले की तरह

इस योजना के चलते किसानों को बिजली सप्लाई में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी. सरकार ने बिजली विभागों (UHBVN और DHBVN) को निर्देश दिए हैं कि किसी भी किसान का कनेक्शन बकाया बिल के कारण न काटा जाए. सरकार ने यह भी कहा है कि बिजली विभागों पर जो वित्तीय दबाव पड़ेगा, उसे हरियाणा सरकार खुद वहन करेगी ताकि कामकाज सामान्य बना रहे.

किसानों के लिए बड़ी राहत

इस फैसले से राज्य के लगभग 7.10 लाख किसानों को फायदा मिलेगा. बाढ़ और भारी बारिश से जिनकी फसलें खराब हो गई थीं, उनके लिए यह राहत बहुत बड़ी मदद साबित होगी। छह महीने तक बिजली बिल का बोझ न होने से किसान अपनी जमीन, बीज और खाद पर ध्यान दे सकेंगे. इससे वे दोबारा खेती शुरू कर पाएंगे और आर्थिक रूप से संभल सकेंगे.

 क्यों लिया गया यह फैसला

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि जब प्राकृतिक आपदाएं आती हैं तो किसानों को सबसे ज़्यादा नुकसान उठाना पड़ता है. इसलिए सरकार का कर्तव्य है कि वह किसानों को हर संभव मदद दे. यह योजना उसी सोच का हिस्सा है. सरकार चाहती है कि किसान बिना किसी चिंता के अपनी खेती जारी रखें और अपनी आजीविका को फिर से संभाल सकें.

 सरकार की आगे की योजनाएं

मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार आगे भी किसानों के हित में कई नई योजनाएं लाने पर काम कर रही है. इनमें फसल क्षति मुआवजा, ब्याज-मुक्त ऋण, और पुनर्वास सहायता जैसी योजनाएं शामिल हैं, सरकार का उद्देश्य है कि किसी भी किसान को नुकसान के समय अकेला महसूस न हो और हर संभव सहयोग मिल.

 किसानों के लिए राहत और उम्मीद

हरियाणा सरकार का यह कदम किसानों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है, छह महीने तक बिजली बिल स्थगित करने और किसी तरह का जुर्माना न लगाने से किसानों को तत्काल आर्थिक सहारा मिलेगा. इससे वे अपनी खेती को फिर से शुरू कर सकेंगे और राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी मजबूत बनेगी. यह फैसला दिखाता है कि सरकार किसानों के साथ है और उनके हित में लगातार काम कर रही है.

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