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हरियाणा में गैंगस्टरों की अब खैर नहीं, CM सैनी के निर्देश पर पुलिस ने शुरू किया 'ऑपरेशन ट्रैक डाउन'

इस अभियान का मकसद है, राज्य से अपराध की जड़ें खत्म करना, हथियारबंद युवाओं को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करना, और फरार अपराधियों को पकड़ना.

Image Source: Social Media

Operation Track Down: हरियाणा में अपराध और गैंगस्टर गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए हरियाणा पुलिस ने एक बड़ा अभियान शुरू किया है. राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) ओ.पी. सिंह ने बुधवार को ‘ऑपरेशन ट्रैक डाउन’ की शुरुआत की. इस अभियान का मकसद है, राज्य से अपराध की जड़ें खत्म करना, हथियारबंद युवाओं को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करना, और फरार अपराधियों को पकड़ना.

डीजीपी सिंह ने बताया कि हाल के दिनों में कई युवा फिल्मों और सोशल मीडिया रील्स से प्रभावित होकर अपराध की राह पर जा रहे हैं. उनके लिए अपराध किसी “ग्लैमर” की तरह बन गया है. लेकिन पुलिस अब उन्हें यह समझाना चाहती है कि “एक ट्रिगर दबाने से जिंदगी हमेशा के लिए बदल जाती है.”

15 दिन चलेगा ऑपरेशन, हर थाने से पहचानेंगे अपराधी

डीजीपी सिंह के अनुसार, ‘ऑपरेशन ट्रैक डाउन’ 15 दिनों तक चलाया जाएगा और इसे कई चरणों में पूरा किया जाएगा. हर थाने को आदेश दिया गया है कि वह अपने इलाके के 5 सबसे कुख्यात अपराधियों की पहचान करे. जिला स्तर पर 10 अपराधियों और एसटीएफ (Special Task Force) स्तर पर 20 बड़े अपराधियों को ट्रैक करने का लक्ष्य रखा गया है.
पुलिस की एसटीएफ ने पहले से ही 30,000 संदिग्ध अपराधियों का डेटाबेस तैयार किया हुआ है, जिनमें से करीब 1,500 से 2,000 अपराधी सबसे खतरनाक माने गए हैं. इनमें वो भी शामिल हैं जिन्होंने पहले गोली चलाई है या हिंसक वारदातों में शामिल रहे हैं.

सख्त कार्रवाई और संपत्ति जब्ती का प्लान

डीजीपी ओ.पी. सिंह ने साफ कहा कि जो लोग बार-बार अपराध कर रहे हैं, उनके खिलाफ संगठित अपराध की धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा. इन धाराओं में 1 से 2 साल की जेल और बिना जमानत के हिरासत का प्रावधान है. पुलिस ऐसे अपराधियों की संपत्ति भी जब्त करेगी और उन्हें सरकारी हिरासत में रखा जाएगा. उन्होंने युवाओं से अपील की - “जो हथियार लेकर घूम रहे हैं, वे स्वेच्छा से आत्मसमर्पण करें. अगर वे कानून का सम्मान करेंगे, तो उन्हें सुरक्षा दी जाएगी.” सिंह ने सख्त लहजे में कहा -“अगर कोई अपराधी गोलियां चलाता है, तो यह मत सोचना कि पुलिस ने चूड़ियां पहन रखी हैं.”

 CM नायब सिंह सैनी का सख्त रुख

इस अभियान को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का भी पूरा समर्थन मिला है. मुख्यमंत्री ने हाल ही में कहा था कि राज्य में गैंगस्टर और अपराधी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे. उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया है कि हर जिले में सख्त निगरानी रखी जाए और जनता को यह भरोसा दिलाया जाए कि सरकार कानून-व्यवस्था पर पूरी तरह नियंत्रण में है.

सीएम सैनी ने कहा -  “हरियाणा में किसी भी अपराधी को राजनीतिक या सामाजिक संरक्षण नहीं मिलेगा. अगर कोई कानून तोड़ेगा, तो पुलिस उसके घर तक पहुंचेगी.”
इस बयान के बाद माना जा रहा है कि ‘ऑपरेशन ट्रैक डाउन’ को सरकार का पूरा समर्थन मिला हुआ है और पुलिस को सख्त कार्रवाई की खुली छूट दी गई है.

हर दिन मिलेगी रिपोर्ट

हरियाणा पुलिस ने यह भी घोषणा की है कि इस अभियान की प्रगति हर दिन सार्वजनिक की जाएगी. कितने अपराधी पकड़े गए, कितने हथियार बरामद हुए, और कहां छापेमारी हुई,  यह सारी जानकारी मीडिया और जनता के साथ साझा की जाएगी. इससे अभियान में पारदर्शिता बनी रहेगी और लोगों को पता चलेगा कि पुलिस कितनी गंभीरता से काम कर रही है.

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