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बिहार से पकड़ा गया सेना का भगोड़ा आतंकवादी… पाकिस्तान से कनेक्शन सामने, जानें पूरा मामला और गिरफ्तारी का तरीका

बिहार के रक्सौल से भारतीय सेना का भगोड़ा जवान राजबीर सिंह उर्फ फौजी गिरफ्तार किया गया है. उसके पास 500 ग्राम हेरोइन और एक हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ. वह पाकिस्तान स्थित आतंकी और तस्कर नेटवर्क से जुड़ा था और नेपाल के रास्ते देश छोड़कर फरार होने की फिराक में था.

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बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र रक्सौल से सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है. यहां इंडो-नेपाल बॉर्डर पर भारतीय सेना के एक भगोड़े जवान को गिरफ्तार किया गया है, जो देश छोड़कर फरार होने की कोशिश में था. गिरफ्तार आरोपी का नाम राजबीर सिंह उर्फ फौजी बताया गया है. सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, राजबीर सिंह पाकिस्तान स्थित आतंकी और तस्कर नेटवर्क से जुड़ा हुआ था. उसकी तलाशी के दौरान 500 ग्राम हेरोइन और एक हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया है.

बिहार और पंजाब पुलिस की संयुक्त कार्रवाई  

यह गिरफ्तारी हरैया रक्सौल थाना पुलिस और पंजाब स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल की संयुक्त कार्रवाई में हुई. 18 दिसंबर को कस्टम चौक के पास से राजबीर सिंह को दबोचा गया. शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी नेपाल के रास्ते देश से बाहर भागने की फिराक में था. सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं होती, तो वह अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर सकता था. राजबीर सिंह ने वर्ष 2011 में भारतीय सेना ज्वाइन की थी. हालांकि फरवरी 2025 में उसका नाम अमृतसर ग्रामीण के घरिनडा थाने में दर्ज जासूसी के एक मामले में सामने आया. इसके बाद से वह सेना से फरार चल रहा था. आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत दर्ज इस मामले ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी थी. गिरफ्तारी के बाद पंजाब पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ पंजाब ले गई है, जहां उससे गहन पूछताछ की जा रही है.

नेपाल भाग चुका था आतंकी राजबीर

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राजबीर सिंह पहले भी नेपाल भाग चुका था. बताया जा रहा है कि पंजाब और हरियाणा में केस दर्ज होने के बाद वह नेपाल में छिप गया था. वहीं से वह नशे की तस्करी का नेटवर्क चला रहा था. इसी दौरान उसका संपर्क पाकिस्तान स्थित हैंडलरों से हुआ. जांच एजेंसियों का दावा है कि नशे की तस्करी की आड़ में वह आतंकी गतिविधियों को भी अंजाम दे रहा था. सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, राजबीर सिंह उर्फ फौजी का नाम अमृतसर और हरियाणा समेत कई मामलों में दर्ज है. उस पर महिला थाने पर हैंड ग्रेनेड से हमले और अमृतसर थाने में जासूसी जैसे गंभीर आरोप भी लगे हैं. उसकी गिरफ्तारी को नार्को आतंकवाद मॉड्यूल के खिलाफ बड़ी कामयाबी माना जा रहा है.

पुलिस ने क्या कहा?

पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने रविवार को बताया कि पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) ने इसकी गिरफ्तारी के लिए पूर्वी चंपारण पुलिस से मदद मांगी थी, जिसके बाद रक्सौल कस्बे से सेना के एक भगोड़े जवान को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी नेपाल के रास्ते देश से फरार होने की फिराक में था. उसकी तलाशी के दौरान 500 ग्राम हेरोइन और एक हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया. उन्होंने बताया कि राजबीर सिंह ने वर्ष 2011 में भारतीय सेना की नौकरी ज्वाइन की थी. वर्ष 2025 में अमृतसर ग्रामीण के घरिंडा थाने में आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत दर्ज जासूसी के मामले में नाम आने के बाद वह फरवरी 2025 में सेना से फरार हो गया था. इसके बाद से उसकी तलाश की जा रही थी. ‎पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पंजाब पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है. पूछताछ में पाकिस्तान से भी इसके कनेक्शन की बात सामने आई है. पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि मामला दर्ज होने के बाद राजबीर नेपाल में छिप गया और पंजाब-नेपाल के बीच आवाजाही करते हुए नशा तस्करी जारी रखी.

बताते चलें कि अब एजेंसियों को उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान राजबीर सिंह नशे और आतंक के इस पूरे नेटवर्क से जुड़े कई बड़े खुलासे कर सकता है. भारत-नेपाल सीमा पर हुई यह कार्रवाई एक बार फिर सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत को उजागर करती है.

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