ED की रेड में दीवार फांदकर भागने लगे ममता बनर्जी के विधायक...नाले में फेंका फोन, फिर कीचड़ से सने नेता हुए गिरफ्तार, देखें VIDEO
पश्चिम बंगाल के चर्चित शिक्षकों और कर्मचारियों की भर्ती में घोटाले की जांच ED द्वारा चल रही है. इस बीच ममता सरकार के विधायक जीबन कृष्णा साहा को गिरफ्तार किया गया है, जो इस मामले में शामिल हैं. जांच एजेंसी की छापेमारी के दौरान उनके घर से भागने की वीडियो और तस्वीरें भी सामने आई है. इसमें वह कीचड़ से सने नजर आ रहे हैं.
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पश्चिम बंगाल की ममता सरकार में स्कूलों में शिक्षक और कर्मचारियों की भर्ती में कथित अनियमितताओं और घोटाले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने टीएमसी के विधायक जीबन कृष्ण साहा को गिरफ्तार किया है. सोमवार सुबह ED के कई अधिकारी CRPF फोर्स के साथ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में स्थित उनके आवास पर छापेमारी के लिए दबिश देते हैं. इस दौरान विधायक छापेमारी के डर से दीवार फांदकर अपने घर से भागने की कोशिश करते हैं. उन्होंने सबूत मिटाने के लिए अपने फोन को एक नाले में फेंक दिया. हालांकि, वह अधिकारी के चंगुल से बच नहीं पाए और उनकी गिरफ्तारी के साथ उनका फोन भी बरामद कर लिया गया है.
शिक्षक और कर्मचारियों के भर्ती घोटाले में टीएमसी के विधायक गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल के चर्चित शिक्षकों और कर्मचारियों की भर्ती में कथित घोटाले की जांच ED द्वारा चल रही है. इस बीच ममता सरकार के विधायक जीबन कृष्ण साहा को गिरफ्तार किया गया है, जो इस मामले में शामिल हैं. जांच एजेंसी की छापेमारी के दौरान उनके घर से भागने की वीडियो और तस्वीरें भी सामने आई है. इसमें वह कीचड़ से सने दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो में ED और केंद्रीय रिजर्व पुलिस अधिकारी उन्हें एक ऐसे क्षेत्र से ले जाते हुए नजर आ रहे हैं, जहां चारों ओर पेड़ पौधा और कूड़ा कचरा नजर आ रहा है. बता दें कि वह मुर्शिदाबाद के बुरवान विधानसभा से विधायक हैं.
कैसे हुई विधायक की गिरफ्तारी?
पश्चिम बंगाल के चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े एक व्यक्ति के पैसों के लेन-देन की सूचना मिलने के बाद साहा के परिसरों की तलाशी ली गई. इस दौरान ED की टीम ने बीरभूम के उस व्यक्ति के साथ साहा के घर पर छापा मारा, जहां उनकी पत्नी से भी पूछताछ किया गया. वहीं विधायक के कुछ रिश्तेदारों के परिसरों में भी छापे मारे गए हैं. इस कथित घोटाले में साहा को साल 2023 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उन्हें बाद में रिहा कर दिया गया था. उसके बाद यह मामला सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एक प्राथमिकी के आधार पर फिर से खुला.
क्या है पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला?
आपको बता दें कि साल 2023 में पश्चिम बंगाल के 9वीं और 12वीं के सहायक शिक्षकों और प्राइवेट टीचर्स की भर्ती में कई तरह की अनियमितताएं बरती गई थीं. इनमें कई अन्य कर्मचारियों की भर्ती भी शामिल थी. इसमें अरबों रुपए की हेरा-फेरी की जानकारी सामने आई थी.
शिक्षक भर्ती घोटाले में ED द्वारा अब तक 4 चार्जशीट दाखिल
पश्चिम बंगाल के सबसे चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले में जांच एजेंसी ED ने पश्चिम बंगाल की पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी उनके सहयोगी अर्पिता मुखर्जी टीएमसी विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के अलावा कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था, इस मामले में अब तक कुल 4 चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है.
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