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नोएडा एयरपोर्ट से मथुरा, आगरा, हाथरस और अन्य शहरों के लिए अब सीधी बसें, योगी सरकार की बड़ी पहल

CM Yogi: इस पूरी परियोजना का संचालन यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है, जिसे सरकार ने 40 साल की रियायत अवधि के तहत विकसित किया है.

Image Source: Social Media

Noida International Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) अब उत्तर प्रदेश ही नहीं, पूरे उत्तर भारत के लिए एक बड़ा परिवहन हब बनकर उभर रहा है. एयरपोर्ट प्राधिकरण लगातार कोशिश कर रहा है कि यात्रियों को एयरपोर्ट तक पहुँचने में कोई परेशानी न हो और उन्हें तेज, आरामदायक और भरोसेमंद परिवहन मिल सके. इसी उद्देश्य से एनआईए ने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) के साथ एक अहम करार किया है. इस समझौते के तहत एयरपोर्ट से यूपी के कई बड़े शहरों जैसे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, आगरा, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और वृंदावन तक सीधी बस सेवाएँ शुरू की जाएँगी. इसका फायदा यह होगा कि लोगों को अब निजी वाहन या महंगे कैब पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। वे आसानी से सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करके सुरक्षित और किफायती यात्रा कर पाएँगे.


यूपी के प्रमुख शहरों तक सीधी और आसान बस कनेक्टिविटी


UPSRTC के साथ साझेदारी के तहत कई महत्वपूर्ण रूट शुरू किए जा रहे हैं, जिनसे यात्रियों को सांस्कृतिक, धार्मिक और औद्योगिक शहरों तक पहुँचना बेहद आसान होगा।
मुख्य रूट शामिल हैं:


NIA – मथुरा – वृंदावन – NIA: धार्मिक यात्रा करने वालों के लिए बड़ा फायदा

NIA – आगरा – NIA: ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों के लिए सीधी बस

NIA – हाथरस – NIA: शिक्षा और उद्योग से जुड़े यात्रियों के लिए सहज कनेक्शन


इसके अलावा बस सेवाएँ बुलंदशहर, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, हापुड़, मुरादाबाद, शिकोहाबाद जैसे अन्य शहरों तक भी चलाई जाएँगी. इससे अंतिम मील तक यात्रा आसान हो जाएगी और यात्रियों को घर तक पहुँचना और भी सरल होगा.

यात्रियों की सुविधा बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम


नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के CEO क्रिस्टोफ शनेलमान के अनुसार, UPSRTC के साथ यह साझेदारी यात्रियों को बेहतर सुविधा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उनका कहना है कि एयरपोर्ट की कोशिश है कि यात्रा की शुरुआत से अंत तक लोगों को एक निर्बाध, आरामदायक और विश्वसनीय अनुभव मिले। यह साझेदारी दिखाती है कि एनआईए शुरू से ही क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और यात्रियों तक पहुँच बढ़ाने को लेकर गंभीर है.
एयरपोर्ट प्रबंधन ने यूपी सरकार, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और पूरे परिवहन विभाग का भी धन्यवाद दिया है, क्योंकि उनके सहयोग से यह योजना और मजबूत बन गई है.


कई राज्यों से सीधी कनेक्टिविटी, मल्टीमॉडल नेटवर्क तैयार


एनआईए केवल यूपी तक सीमित नहीं है. इसकी साझेदारी हरियाणा रोडवेज, उत्तराखंड परिवहन निगम और दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के साथ भी है. इन सहयोगों की वजह से एयरपोर्ट अब दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, चंडीगढ़, देहरादून, हरिद्वार जैसे बड़े शहरों से भी सीधे जुड़ गया है.
आज स्थिति यह है कि - NIA चार राज्यों के 25 से अधिक शहरों से सीधा जुड़ा हुआ है,
जिससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए एक मजबूत मल्टीमॉडल परिवहन नेटवर्क तैयार हो रहा है.


एयरपोर्ट की क्षमता और भविष्य की योजनाएँ


नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कई चरणों में तैयार किया जा रहा है. पहले चरण में, एयरपोर्ट के पास एक रनवे और एक बड़ा टर्मिनल होगा, जिससे यह हर साल 12 मिलियन यात्री संभाल पाएगा. चौथा चरण पूरा होने पर, इसकी क्षमता बढ़कर 70 मिलियन यात्रियों प्रति वर्ष तक पहुँच जाएगी.
इससे यह एयरपोर्ट पूरे क्षेत्र का सबसे बड़ा एविएशन हब बन जाएगा और हजारों रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. इस पूरी परियोजना का संचालन यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है, जिसे सरकार ने 40 साल की रियायत अवधि के तहत विकसित किया है.

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