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बीजेपी ने 9 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों के नाम का किया ऐलान, एमपी में हेमंत खंडेलवाल को मिली कमान, देखिए पूरी लिस्ट

भारतीय जनता पार्टी ने संगठनात्मक फेरबदल की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए 9 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की है. जिन राज्यों में नए अध्यक्षों की घोषणा की गई है, उनमें महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पुड्डुचेरी, मिजोरम, अंडमान-निकोबार और मध्य प्रदेश शामिल हैं. इसके साथ ही अब तक 20 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. बचे हुए राज्यों में भी अगले दो दिनों में नए प्रदेश अध्यक्षों के नामों की घोषणा की जाएगी.

भारतीय जनता पार्टी ने संगठनात्मक फेरबदल के तहत महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पुड्डुचेरी, मिजोरम, अंडमान-निकोबार और मध्य प्रदेश में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अब तक कुल 20 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं.

बीजेपी के संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष और पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की देखरेख में यह प्रक्रिया पूरी की जा रही है. पार्टी ने स्पष्ट किया है कि अगले दो दिनों में शेष बचे हुए राज्यों में भी प्रदेश अध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी. बीजेपी से जुड़े सूत्रों का मानना है कि आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए संगठन को और मजबूत किया जा रहा है. नए प्रदेश अध्यक्षों को जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गई है. पार्टी के भीतर इस बदलाव को नेतृत्व परिवर्तन के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर प्रभावशाली नेतृत्व तैयार करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है.

बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम 
महाराष्ट्र – रविंद्र चव्हाण
तेलंगाना – एन. रामचंद्र राव
आंध्र प्रदेश – पी.वी.एन. माधव गारू
उत्तराखंड – महेंद्र भट्ट
हिमाचल प्रदेश – राजीव बिंदल
पुड्डुचेरी – वी. पी. रामलिंगम
मिजोरम – के. बेचुआ
अंडमान-निकोबार – अनिल तिवारी
मध्य प्रदेश – हेमंत खंडेलवाल

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बदलाव केवल आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए संगठन को सशक्त बनाने की दिशा में नहीं है, बल्कि इससे राष्ट्रीय नेतृत्व के पुनर्गठन की प्रक्रिया को भी गति मिल सकती है. नए प्रदेश अध्यक्षों की यह नियुक्ति प्रक्रिया न सिर्फ राज्यों में नए नेतृत्व को स्थापित कर रही है, बल्कि इससे राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की पृष्ठभूमि भी तैयार हो रही है. ऐसे में आने वाले कुछ दिनों में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को लेकर भी अहम संकेत सामने आ सकते हैं. बीजेपी का यह कदम भविष्य की चुनावी रणनीति और संगठनात्मक मजबूती की दिशा में एक बड़ा और रणनीतिक कदम माना जा रहा है.

संगठन की जड़ों को फिर से सींचने की कोशिश
भारतीय जनता पार्टी ने 9 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति कर यह साफ संकेत दे दिया है कि वह अपने संगठनात्मक ढांचे को नए सिरे से मजबूत करने में जुट गई है. महाराष्ट्र से लेकर मिजोरम तक, और अंडमान-निकोबार से लेकर मध्य प्रदेश तक जिन नेताओं को पार्टी की कमान सौंपी गई है, वे न केवल क्षेत्रीय अनुभव रखते हैं, बल्कि पार्टी के विचार और कार्य करने के तरीके से भी भली-भांति परिचित हैं. यह महज पार्टी का एक साधारण प्रशासनिक फेरबदल नहीं है, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति है. जिसके जरिए भाजपा न सिर्फ आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही है, बल्कि राष्ट्रीय नेतृत्व को लेकर भी एक नई जमीन तैयार कर रही है.

बताते चलें कि इस बदलाव की सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह महज प्रदेशों तक सीमित नहीं है. जिस तरह से पार्टी राज्यों में नेतृत्व बदल रही है, उससे यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि पार्टी राष्ट्रीय नेतृत्व के चयन को लेकर भी गंभीर मंथन कर रही है. पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का कार्यकाल लंबा हो चुका है, और अब नई टीम के गठन की संभावना प्रबल हो गई है. प्रदेशों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति इस बड़े बदलाव की तैयारी का हिस्सा हो सकती है. एक ऐसा मंच तैयार किया जा रहा है जहां से पार्टी के भविष्य के लिए केंद्रीय नेतृत्व की नींव रखी जाएगी.

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