राज्यसभा में बीजेपी ने फिर लगाया शतक, सांसदों की संख्या 100 के पार, विपक्ष की उड़ी नींद
हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मशहूर वकील उज्ज्वल निकम, राजनायिक हर्षवर्धन शृंगला और केरल के सामाजिक कार्यकर्ता सदानंदन मास्टर को राज्यसभा के मनोनीत सदस्य के रूप में नामित किया था. ऐसे में अब तीनों सदस्यों द्वारा बीजेपी की सदस्यता हासिल करते ही राज्यसभा में पार्टी के सांसदों की कुल संख्या 102 हो गई है.
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बीजेपी ने एक बार फिर से राज्यसभा में शतकीय पारी खेली है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा चुने गए 3 सदस्यों के बीजेपी में शामिल होने और सांसद बनते ही सदन में पार्टी सांसदों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है. ऐसे में अब सत्ता पक्ष यानी मोदी सरकार राज्यसभा में और भी ज्यादा मजबूत हो गई है. सरकार के बचे हुए कार्यकाल में राज्यसभा से किसी भी विधेयक को पास कराने में सांसदों की यह संख्या काफी अहम भागीदारी निभाएगी.
राज्यसभा में फिर से 100 के पार हुई बीजेपी
बता दें कि हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मशहूर वकील उज्ज्वल निकम, राजनायिक हर्षवर्धन शृंगला और केरल के सामाजिक कार्यकर्ता सदानंदन मास्टर को राज्यसभा के मनोनीत सदस्य के रूप में नामित किया था. ऐसे में अब तीनों सदस्यों द्वारा बीजेपी की सदस्यता हासिल करते ही पार्टी के सांसदों की कुल संख्या 102 हो गई है. जानकारी के लिए बता दें कि वकील उज्ज्वल निकम पहले भी बीजेपी से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में अब वह राष्ट्रपति द्वारा चुनकर सदन में बीजेपी की आवाज को और भी बुलंद करेंगे.
क्या है तीनों सांसदों की पृष्ठभूमि?
राज्यसभा के लिए जिन 3 सांसदों को बीजेपी की सदस्यता मिली है. उनमें उज्ज्वल निकम के अलावा राजनायिक हर्षवर्धन शृंगला और केरल के सामाजिक कार्यकर्ता सदानंदन मास्टर शामिल हैं. इनमें सदानंदन बीजेपी के राजनैतिक विचारों के काफी करीब थे. उन्हें केरल में RSS को मजबूत करने के लिए जाना जाता है. वहीं राजनायिक हर्षवर्धन भारत के राजनायिक होने के साथ-साथ पीएम मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं. अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में भी उन्होंने अपनी अहम भूमिका निभाई थी.
बीजेपी के राज्यसभा सांसदों की संख्या 102 हुई
राज्यसभा में तीनों सांसदों के चुने जाते ही सदन में बीजेपी के कुल सांसदों की संख्या 102 पहुंच चुकी है. इससे पहले साल 2022 में यह आंकड़ा 100 के पार पहुंचा था. हालांकि, कुछ ही दिन बाद यह आंकड़ा घटकर 99 पर पहुंच गया था. ऐसे में बीजेपी के 102 सांसदों में से 5 मनोनीत सांसद शामिल हैं. जानकारी के लिए बता दें इससे पहले कांग्रेस सरकार में ही सबसे ज्यादा सांसद रहे हैं. साल 1988 और 1990 में कांग्रेस के कुल 108 सांसद थे, लेकिन धीरे-धीरे यह संख्या घटती चली गई. राज्यसभा में बीजेपी के सांसदों की संख्या 100 के पार जाते ही विपक्षी दल के लिए चिंता बढ़ गई है. ऐसे में आने वाले समय में किसी भी विधेयक का विरोध जताना काफी मुश्किल होगा. इनमें अधिकतर विधेयक के पास होने के मौके बढ़ जाएंगे.
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