हवा में खतरे की घंटी! पहले इंडिगो...फिर स्पाइसजेट की फ्लाइट्स में आई तकनीकी खामी, टेकऑफ के बाद वापस लौटे दोनों विमान
अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद लगातार कई अलग-अलग विमानों में तकनीकी खराबी के मामले सामने आ रहे हैं. इसी बीच गुरुवार को इंडिगो और स्पाइसजेट की उड़ानों में भी तकनीकी खराबी का मामला सामने आया है. दोनों ही मामलों में पायलटों ने सतर्कता बरतते हुए विमान को गंतव्य तक पहुंचाने के बजाय वापस लौटाने का फैसला किया.
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अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद एविएशन सेक्टर में तकनीकी खामियों को लेकर चिंता लगातार बढ़ती जा रही है. हादसे के बाद एअर इंडिया की कई फ्लाइट्स में तकनीकी दिक्कतें सामने आने के चलते एयरलाइन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15% कटौती करने का निर्णय लिया है. इसी बीच गुरुवार को इंडिगो और स्पाइसजेट की उड़ानों में भी तकनीकी खराबी का मामला सामने आया है. दोनों ही मामलों में पायलटों ने सतर्कता बरतते हुए विमान को गंतव्य तक पहुंचाने के बजाय वापस लौटाने का फैसला किया.
दरअसल, पहला मामला दिल्ली से लेह जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 2006 को उड़ान भरने के कुछ समय बाद तकनीकी खराबी की सूचना मिली, जिसके बाद विमान को एहतियातन वापस दिल्ली एयरपोर्ट लाया गया. यह फ्लाइट सुबह 6:30 बजे रवाना हुई थी. लेकिन टेकऑफ के कुछ समय बाद ही तकनीकी खराबी की जानकारी हुई तो पायलट ने विमान वापिस दिल्ली लाना उचित समझा. इसी तरह का दूसरा मामला हैदराबाद से तिरुपति जा रही स्पाइसजेट की क्यू 400 फ्लाइट का सामने आया. टेकऑफ के कुछ देर बाद ही विमान में तकनीकी गड़बड़ी सामने आई, जिसके चलते पायलट ने तुरंत हैदराबाद लौटने का निर्णय लिया. इस विमान में कुल 180 यात्री सवार थे, जिन्हें आपात लैंडिंग के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
इंडिगो की फ़्लाइट क्यों लौटी दिल्ली
दिल्ली से लेह जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 2006 को तकनीकी खामी के कारण उड़ान के अंतिम चरण में लेह पहुंचने से पहले दिल्ली वापस लाना पड़ा. यह फ्लाइट सामान्य रूप से लेह की ओर तरफ बढ़ रही थी, लेकिन गंतव्य तक पहुंचने से कुछ समय पहले पायलट को तकनीकी दिक्कत का अंदेशा हुआ. इसके बाद स्थिति को गंभीर होने से पहले ही पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए विमान को वापस दिल्ली लाने का निर्णय लिया. फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग के बाद इंडिगो एयरलाइंस ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि इस दौरान कोई आपातकाल घोषित नहीं किया गया था. कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि तकनीकी समस्या की विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी.
बहरहाल इन विमानों में सामने आईं तकनीकी समस्याओं के बाद विमानन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों और मेंटेनेंस प्रक्रियाओं को लेकर सवाल उठने लगे हैं, खासकर तब जब हाल के दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं.
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