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बरेली बवाल के बाद भड़के मौलाना क्यों बोले- तब्दीली में देरी क्यों हो रही है?

I Love Muhammad के नाम पर बरेली में बवाल काटने वाले लोगों को जिस तरह से योगी सरकार ने सबक सिखाया उसके बाद दंगाइयों में जहां खौफ नजर आ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कानपुर में मौलाना सज्जाद नोमानी भड़काऊ बयान दे रहे हैं, क्या है पूरा मामला देखिये खास रिपोर्ट !

उत्तर प्रदेश के जिला कानपुर से शुरू हुआ आई लव मोहम्मद विवाद लगता है अभी थमने वाला नहीं है. क्योंकि पैगंबर मोहम्मद के नाम पर बरेली में बवाल मचाने वालों पर जिस तरह से योगी सरकार ने लट्ठ बजाया था. उसे देख कर कुछ कट्टरपंथी मुसलमानों का कलेजा जहां पहले से ही फटा जा रहा था. कि इसी बीच सीएम योगी ने दंगाइयों की अकड़ तोड़ने के लिए बयान दे दिया. याद रखना. जब भी दुस्साहस करोगे, ऐसे ही पीटे जाओगे. जैसे बरेली के अंदर पीटे गए हो.

बरेली बवाल के बाद योगी आदित्यनाथ की ये दहाड़ दंगाइयों के दिल में खौफ भरने के लिए काफी है. जिससे कम से कम दोबारा विरोध प्रदर्शन के नाम पर अराजकता फैलाने से पहले दंगाई सौ बार सोचेंगे. लेकिन लगता है दंगाइयों पर ये सख्ती सज्जाद नोमानी जैसे मौलानाओं को रास नहीं आ रही है. इसीलिये जिस कानपुर से आई लव मोहम्मद विवाद उठा था. उसी कानपुर में बैठे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना सज्जाद नोमानी भड़काऊ तकरीर देते हुए कह रहे हैं कि 'बहुत दिन तक आम लोग सूरत-ए-हाल को तमाशा बनकर नहीं देखा करते, एक वक्त आता है जब चिंगारी भड़क जाती है और आवाम ऐलान करते हुए मैदान में कूद जाती है, लोग मारे जाते हैं, गोलियां खाते हैं, बम से उड़ाए जाते हैं और जेलों में भी ठूसे जाते हैं लेकिन आवाम, एक ऐसा वक्त आता है कि ये सब बर्दाश्त कर लेते हैं लेकिन यथास्थिति बर्दाश्त नहीं करते हैं और तब्दीली चाहते हैं, इस वक्त सूरत-ए-हाल क्या है, पूरे आलम की और हमारे मुल्क की? हमें महसूस ये होता है कि तवज्जो इस तरफ जैसी होनी चाहिए, उसमें बहुत कमी है, आवाम में तब्दीली की लहर है

यूपी के जिला कानपुर में हुई तकरीर में मौलाना सज्जाद नोमानी सीधे तौर पर मोदी या योगी का नाम तो नहीं लिया… लेकिन उनके बयान से लग रहा था कि इशारा मोदी और योगी सरकार की ओर ही था… जिन्हें मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश सारंग ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा कि…

मौलाना जी भूलो मत बोल पा रहे हो, अगर जुल्म हो रहा होता तो क्या बोल पा रहे होते, किसी गलतफहमी मत रहो, इस देश में दुनिया में सबसे ज्यादा अच्छी स्थिति अगर कहीं पर मुसलमान की है तो वह हिंदुस्तान में है, इस तरह के कठमुल्लाओं और राजनीति करने वाले तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले ने ही मुसलमान की स्थिति को बाद से बदतर किया है, आप किसी गलतफहमी में मत रहो सज्जाद मियां, अच्छे से रहो, ठीक से रहो तो ठीक रहोगे और खुश रहोगे और ज्यादा बयानबाजी करोगे तो ठीक हो जाओगे

जिस तरह से मौलाना सज्जाद नोमानी ने भड़काऊ बयान दिया... उन्हें… मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने उसी अंदाज में जवाब भी दे दिया कि अगर मुस्लिमों पर जुल्म हो रहा होता तो क्या इस तरह के बयान दे पाते... और ये बात विश्वास सारंग यूं ही नहीं कह रहे हैं… वो मंत्री भले ही मध्य प्रदेश के हैं... लेकिन ये बात वो भी जानते हैं कि योगी सरकार मुस्लिमों की दुश्मन नहीं है… योगी सरकार ऐसे दंगाइयों की दुश्मन है जो धर्म के नाम पर सड़कों पर उतरते हैं… और हिंसा को अंजाम देते हैं… ऐसे दंगाइयों के लिए योगी के यूपी में बस एक ही इलाज है... अगर अराजकता फैलाने की कोशिश की तो सरकार बुल्डोजर चलाना भी जानती है…

सीएम योगी का ये बयान बता रहा है… जब तक वो यूपी की सत्ता में हैं… कम से कम तब तक दंगाइयों को चैन की सांस नहीं लेने देंगे... धर्म के नाम पर बवाल काटने वालों को उनके अंजाम तक पहुंचाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी… और हां… अगर शांति से रहेंगे तो सरकार गले लगाने से भी पीछे नहीं हटेगी… क्योंकि खुद सीएम योगी ने साल 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव से पहले एक इंटरव्यू में बयान दिया था कि' मुसलमानों से मेरा वही रिश्ता है जो रिश्ता उनका मुझसे है'

जब सीएम योगी से पूछा गया कि इस बयान का मतलब क्या है… तब सीएम योगी ने कहा था कि 'मुझसे उनका जैसा व्यवहार है मेरा उनके साथ वही व्यवहार है, वो मुझसे प्यार करते हैं मैं उनसे प्यार करता हूं'

योगी के बयान से समझ सकते हैं कि उनकी सरकार को मुस्लिमों से नफरत नहीं है... नफरत उन दंगाइयों से है... जो विरोध प्रदर्शन के नाम पर अराजकता फैलाते हैं... और जब पुलिस उन्हें सबक सिखाती है तो कुछ लोगों के पेट में दर्द होने लगता है और योगी को मुस्लिम विरोधी बताने लगते हैं.

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