Maha Kumbh में टूट गया 93 साल पुराना रिकॉर्ड, Laurene Powell ने रचा इतिहास !
Prayagraj: America से महाकुंभ में शामिल होने आईं एप्पल कंपनी के सहसंस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल्स संगम में डुबकी लगाए बिना लौट गईं, लेकिन जाते-जाते उन्होंने 93 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया !
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जिस हिंदुस्तान को कभी सपेरों का देश बोल कर विदेशी नागरिक मजाक उड़ाया करते थे।आज उसी हिंदुस्तान के तीर्थराज प्रयागराज में हो रहे भव्य महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए इंग्लैंड से लेकर अमेरिका तक। भारी संख्या में विदेशी श्रद्धालु संगम नगरी प्रयागराज में पधार रहे हैं। जिनमें एक नाम लॉरेन पॉवेल का है। जो अमेरिका की मशहूर कंपनी एप्पल के सहसंस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी हैं। जिन्होंने प्रयागराज में कदम रखते ही 93 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया।
दरअसल जिस एप्पल ब्रांड का आईफोन रखना भारत में स्टेटस सिंबल समझा जाता है। उस एप्पल जैसी मशहूर कंपनी की नींव रखने वालों में शामिल स्टीव जॉब्स की इच्छा थी कि वो भी कभी प्रयागराज आएं और सनातन धर्म के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ का हिस्सा बनें। लेकिन उनकी ये इच्छा। इच्छा ही रह गई। क्योंकि साल 2011 के अक्टूबर महीने में उनका निधन हो गया। और जब 4 करोड़ 32 लाख में उनकी चिट्ठी की नीलामी हुई तब ये बात सामने आई कि उन्होंने 23 फरवरी 1974 को अपने बचपन के दोस्त टिम ब्राउन को एक पत्र लिख कर बताया था कि मैं कुंभ मेले के लिए भारत जाना चाहता हूं, जो अप्रैल में शुरू होता है, मैं मार्च में किसी समय जाऊंगा, लेकिन अभी तय नहीं है।
स्टीव जॉब्स से महाकुंभ मेले में शामिल नहीं हो सके। लेकिन उनकी पत्नी लॉरेन पॉवेल जरूर अपने पति की इच्छा पूरी करने के लिए महाकुंभ शुरू होने से पहले ही प्रयागराज पहुंच गईं। और साधु संतों के सानिध्य में संगम नगरी की पावन त्रिवेणी को नमन भी किया। लेकिन बीमार होने की वजह से संगम में डुबकी लगाए बिना ही वापस लौट गईं। लेकिन जाते जाते लॉरेन पॉवेल ने 93 साल का रिकॉर्ड जरूर तोड़ दिया।
पहली बार प्रयागराज में उतरा अंतरराष्ट्रीय विमान।
दरअसल प्रयागराज एयरपोर्ट की स्थापना साल 1931 में ही हो गई थी और 1932 तक प्रयागराज से लंदन तक उड़ानें होती थीं लेकिन पिछले 93 साल से प्रयागराज एयरपोर्ट पर कोई अंतरराष्ट्रीय विमान नहीं उतरा था ये रिकॉर्ड भी टूटा तो योगी राज में, जब महाकुंभ में शामिल होने के लिए स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल भूटान एयरवेज से प्रयागराज आईं और उसी से वापस चली गईं, इस तरह से 93 साल बाद पहली बार कोई अंतरराष्ट्रीय विमान प्रयागराज एयरपोर्ट पर उतरा जो एयरपोर्ट के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ।
एक तरफ जहां प्रयागराज में उमड़ रहा श्रद्धालुओं का सैलाब रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है तो वहीं दूसरी तरफ लॉरेन पॉवेल ने प्रयागराज की धरती पर कदम रख कर 93 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ कर इतिहास रच दिया। 13 जनवरी को महाकुंभ की शुरुआत के बाद 27 जनवरी तक ही 14 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।ये आंकड़ा अभी और बढ़ने वाला है। क्योंकि अभी मौनी अमावस्या 29 जनवरी, बसंत पंचमी 3 फरवरी, माघी पूर्णिमा 12 फरवरी और महा शिवरात्रि 26 फरवरी का स्नान बाकी है। जिसमें शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने वाला है। वैसे आप महाकुंभ में पुण्य की डुबकी लगाने कब जा रहे हैं।
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