Israel-Iran War: इजरायल और ईरान के बीच सुलह कराने की ओमान-कतर की कोशिश नाकाम, ईरानी सरकार ने खारिज किया प्रस्ताव
Israel-Iran War Live Updates: ईरान और इजरायल के बीच जारी जंग और भी ज्यादा भीषण होती जा रही है. इन सबके बीच ईरान से साफ कर दिया है कि वह तब तक सीजफायर पर विचार नहीं करेगा, जब तक इजरायल की तरफ से हमला जारी रहेगा. ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के इन हमलों में अब तक 224 नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि 1,277 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
ईरान और इजरायल के बीच बीते 72 घंटे से जारी जंग और भी ज्यादा भीषण होती जा रही है. इजरायल ने रविवार को ईरान के विदेश मंत्रालय को निशाना बनाते हुए मिसाइल हमला किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इससे ठीक एक दिन पहले शनिवार को इजरायली सेना ने तेहरान स्थित ईरानी रक्षा मंत्रालय पर भी हमला किया था. ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इज़रायल के इन हमलों में अब तक 224 नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि 1,277 से अधिक लोग घायल हुए हैं. हालांकि, अमेरिका स्थित एक मानवाधिकार संगठन ने दावा किया है कि मरने वालों की संख्या 406 तक पहुंच चुकी है.
दूसरी ओर, ईरान भी लगातार जवाबी कार्रवाई कर रहा है. तेहरान ने इजरायल की ओर सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन दागे हैं. इन हमलों में अब तक 14 इज़रायली नागरिकों की मौत हुई है और 380 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं. रिपोर्टों के मुताबिक, ईरान ने अब तक इज़रायल पर 200 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें और 100 ड्रोन दागे हैं. ईरान ने साफ कर दिया है कि जब तक इज़रायल की ओर से हमला जारी रहेगा, वह किसी भी संभावित सीजफायर पर बातचीत नहीं करेगा. वहीं, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी "लगातार और निर्णायक जवाब" देने की बात दोहराई है.
बताते चलें कि 13 जून को इजरायल द्वारा शुरू किए गए 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' के बाद से हालात तेजी से बिगड़ते जा रहें हैं. इस सैन्य अभियान में इजरायल ने ईरान की 170 से अधिक जगहों और 720 सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया. इनमें कई शीर्ष अधिकारी, परमाणु वैज्ञानिक और सैन्य कमांडर मारे गए हैं.
इजरायल की मशहद एयरपोर्ट पर भीषण बमबारी, ईरान का रिफ्यूलिंग प्लेन तबाह
ईरान और इजरायल के बीच चल रहा संघर्ष चौथे दिन और उग्र हो दिख रहा है, ताज़ा जानकारी के मुताबिक, इजरायल ने ईरान के पूर्वोत्तर में स्थित मशहद एयरपोर्ट पर भीषण बमबारी की है. इस हमले में ईरान का एक रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट यानी फ्लाइंग टैंकर पूरी तरह से तबाह हो गया है. वहीं, इजरायली सेना ने बताया कि यमन से ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने इजरायल की ओर बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जो हालांकि देश की सीमा में प्रवेश नहीं कर पाई और सीमा से बाहर ही नष्ट हो गई. इसी बीच, इजरायली सेना ने गोलान हाइट्स क्षेत्र में संभावित ड्रोन अटैक को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है.
तेहरान में हमला: विदेशी छात्रों के हॉस्टल को बनाया निशाना, दो भारतीय छात्र घायल
ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष के चौथे दिन भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. इसी बीच, तेहरान से चौंकाने वाली खबर सामने आई है. तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के छात्रावास के पास हुए हमले में दो भारतीय छात्र घायल हो गए हैं. इस हमले को लेकर मिली जानकारी के अनुसार, दोनों छात्र जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं और हमले के दौरान छात्रावास परिसर के पास मौजूद थे. घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र दोनों छात्रों को ईरान के रामसर शहर में स्थानांतरित कर दिया है.
An attack occurred near the boys' dormitory for international students at Tehran University of Medical Sciences last night. Two Indian students from Kashmir were injured. Fortunately, both are stable and are relocated to Ramsar by the university for safety. @ANI @PTI_News
— J&K Students Association (@JKSTUDENTSASSO) June 16, 2025
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन का बड़ा बयान, परमाणु हथियार विकसित करने का कोई इरादा नहीं
इजरायल के साथ सैन्य कार्रवाई के बीच ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन का एक अहम बयान सामने आया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि ईरान का परमाणु हथियार विकसित करने का कोई इरादा नहीं है. राष्ट्रपति ने सोमवार को दिए बयान में कहा कि ईरान, परमाणु ऊर्जा और वैज्ञानिक अनुसंधान के अपने अधिकारों का पूरी तरह पालन करता रहेगा. साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई पहले ही सामूहिक विनाश के हथियारों के खिलाफ धार्मिक फरमान जारी कर चुके हैं, और ईरान उस सिद्धांत पर अडिग है.
ईरान से 10 हजार भारतीयों को निकालेगा भारत, जल्द शुरू होगा रेस्क्यू ऑपरेशन
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते युद्ध के बीच भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. ईरान में फंसे करीब 10 हजार भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए विशेष रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जा रहा है. इनमें बड़ी संख्या भारतीय छात्रों की है, जो ईरान के मेडिकल और धार्मिक संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, ईरान सरकार ने भारत सहित अन्य देशों के नागरिकों को सुरक्षित उनके देश भेजने पर सहमति दे दी है. इस फैसले के बाद भारत ने त्वरित रूप से ऑपरेशन की तैयारी शुरू कर दी है। रेस्क्यू के लिए ईरान से सटे अज़रबैजान, तुर्कमेनिस्तान और अफगानिस्तान के बॉर्डर रूट का इस्तेमाल किया जाएगा. वर्तमान में ईरान में मौजूद भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारतीय दूतावास लगातार संपर्क में है.
ईरानी मिसाइल हमलों में 12 घायल, सेंट्रल इजरायल में दो रिहायशी इमारतें क्षतिग्रस्त
सेंट्रल इजरायल में ईरान द्वारा किए गए बैलिस्टिक मिसाइल हमलों में 12 लोगों के घायल होने की खबर सामने आई है. इजरायली स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को जानकारी दी कि घायलों में एक 10 वर्षीय बच्चा भी शामिल है. दो लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं, जबकि अन्य 10 को हल्की चोटें आई हैं. आपातकालीन सेवा मैगन डेविड एडोम (MDA) के मुताबिक, घायल हुए अन्य लोगों की जांच की जा रही है. हमले के बाद मौके पर पहुंचे राहतकर्मियों ने बताया कि मिसाइलों के कारण कम से कम दो आवासीय इमारतों को गंभीर नुकसान पहुंचा है.
ओमान और कतर की मध्यस्थता की पहल को झटका, ईरान ने प्रस्ताव किया खारिज
इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष के बीच युद्धविराम की कोशिशों को उस समय झटका लगा जब ईरान ने ओमान और कतर की मध्यस्थता का प्रस्ताव ठुकरा दिया. इजरायली हमलों के बीच तेहरान ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक इजरायल की आक्रामक कार्रवाई जारी रहेगी, तब तक वह किसी भी तरह की बातचीत या मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा. ईरानी विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, “मौजूदा हालात में कोई भी वार्ता सिर्फ समय की बर्बादी होगी। अगर इजरायल हमले रोकता है, तभी कोई पहल संभव है.”
इजरायल और ईरान जंग के बीच बोले डोनाल्ड ट्रंप-‘हम इज़रायल का समर्थन जारी रखेंगे’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को उम्मीद जताई कि इजरायल और ईरान के बीच जारी भीषण संघर्ष जल्द ही युद्धविराम पर आकर थम सकता है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कभी-कभी हालात ऐसे बन जाते हैं जब देशों को पहले लड़ना ही पड़ता है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “मुझे लगता है कि इजरायल और ईरान अंततः सीजफायर तक पहुंच सकते हैं. लेकिन कई बार पहले लड़ना जरूरी हो जाता है, ताकि बाद में शांति कायम की जा सके.” अपने बयान में उन्होंने इजरायल के प्रति अमेरिका की पारंपरिक नीति को दोहराते हुए साफ किया, “हम हमेशा इजरायल का समर्थन करेंगे.”
भारत ने इजरायल में रह रहे नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी
इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष के बीच भारत ने इजरायल में मौजूद अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. भारतीय दूतावास, तेल अवीव ने रविवार को यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि वह स्थानीय हालात पर नजर बनाए हुए है और सभी जरूरी सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं. एडवाइजरी में कहा गया है, “तेल अवीव में भारतीय दूतावास इजरायल में भारतीय समुदाय के सदस्यों जिनमें देखभाल करने वाले, कर्मचारी, छात्र, व्यवसायी और पर्यटक शामिल हैं. उनसे लगातार संपर्क में है. उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.” दूतावास ने भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने, आवश्यक यात्रा से बचने, और स्थानीय प्रशासन एवं दूतावास के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है.
📢 ADVISORY/INSTRUCTIONS FOR INDIAN NATIONALS IN ISRAEL (AS ON JUNE 15) pic.twitter.com/ubDecSywqe
— India in Israel (@indemtel) June 15, 2025
ईरान की हथियार निर्माण इकाइयों पर इजरायल का बड़ा हवाई हमला, IDF ने दी जानकारी
मध्य पूर्व में जारी भीषण संघर्ष के बीच इज़रायली रक्षा बलों (IDF) ने सोमवार को दावा किया कि उसने तेहरान में ईरान के प्रमुख हथियार उत्पादन केंद्रों को निशाना बनाते हुए बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए हैं. IDF के अनुसार, ये हमले कुद्स फोर्स, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) और ईरानी सेना की उन सैन्य सुविधाओं पर किए गए, जो हथियारों के निर्माण और मिसाइलों की सप्लाई के लिए अहम मानी जाती हैं.
⭕️Iranian Regime weapon production sites haven been been struck and degraded.
— Israel Defense Forces (@IDF) June 15, 2025
Earlier today, the IDF completed a wide-scale wave of strikes on numerous weapon production sites belonging to the Quds Force, the IRGC and the Iranian military, in Tehran. pic.twitter.com/ioPBZAUVQ9
ईरान ने इजरायल के हाइफा पोर्ट पर किया हमला, तेल पाइपलाइनों को पहुंचा नुकसान
ईरान की ओर से किए हमलों में इजरायल के हाइफा स्थित ऑयल रिफाइनरीज लिमिटेड (ओआरएल.टीए) की पाइपलाइनों और ट्रांसमिशन लाइनों को नुकसान पहुंचा है. कंपनी ने यह जानकारी दी है. जानकारी के लिए बता दें कि इजराइल के हाइफा पोर्ट में अडानी ग्रुप का सबसे महत्वपूर्ण निवेश है. अडानी पोर्ट्स ने 2023 में इजराइल के Gadot Group के साथ मिलकर 1.2 अरब डॉलर में इसकी 70% हिस्सेदारी खरीदी थी.
🔴 Benjamin Netanyahou présent sur les lieux de l'impact du missile iranien à Bat Yam pic.twitter.com/7AGB60J6Lj
— i24NEWS Français (@i24NEWS_FR) June 15, 2025
जवाबी कार्रवाई रोकने को तैयार ईरान, इजरायल से रखा शांति का प्रस्ताव
तेहरान और तेल अवीव के बीच जारी तनाव के बीच ईरान की ओर से बड़ा बयान सामने आया है. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने रविवार को संकेत दिया कि यदि इजरायल की ओर से सैन्य कार्रवाई बंद कर दी जाती है, तो उनका देश भी जवाबी हमले रोक सकता है. तेहरान में राजनयिकों को संबोधित करते हुए अराघची ने कहा, “अगर हमारे देश पर आक्रामक हमले बंद होते हैं, तो हमारी प्रतिक्रिया भी रुक जाएगी.” उन्होंने यह टिप्पणी शुक्रवार से जारी इजरायली हमलों के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से की है. अराघची का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है और पूरे क्षेत्र में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है. ईरान की यह प्रतिक्रिया एक संभावित राजनयिक समाधान की ओर इशारा करती है, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी लगातार प्रोत्साहित कर रहा है.
ईरान के हमले में करीब 10 इजरायली लोगों की मौत, हुआ भारी नुकसान
इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष बढ़ता ही जा रहा है. इसी बीच इजरायल में हुए ईरानी मिसाइल हमलों में करीब 10 लोगों की मौत हो गई है. इसके बाद IDF ने भी ईरानी सेना से कहा है कि सैन्य इलाके से आम लोगों को हटा लें, जिससे ये पता लग रहा है कि हमले और बढ़ने वाले हैं.
ईरान-इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष ट्रंप-पुतिन के बीच हुई लंबी बातचीत
ईरान-इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर बात की है. जानकारी के मुताबिक ये बातचीत करीब 50 मिनट तक हुई है. कहा जा रहा है कि इस दौरान दोनों नेताओं ने संघर्ष की वजह से मध्य पूर्व में गहराते जा रहे संकट पर विचार-विमर्श किया है.
ईरान को ट्रंप की कड़ी चेतावनी, अमेरिका पर हमला किया तो अंजाम भयावह होगा
ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान सामने आया है. ट्रंप ने ईरान को कड़ी चेतावनी दी है. विवार को दिए गए एक बयान में ट्रंप ने कहा कि ईरान-इजरायल का यह संघर्ष बातचीत और समझौते से खत्म किया जा सकता है, लेकिन अगर ईरान किसी भी रूप, माध्यम या आकार में अमेरिका पर हमला करने की कोशिश करता है, तो उसे ऐसा जवाब मिलेगा जो पहले कभी नहीं देखा गया होगा. ट्रंप ने स्पष्ट किया कि अमेरिका का इस संघर्ष में कोई प्रत्यक्ष हस्तक्षेप नहीं है, लेकिन उसकी सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता. ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब पश्चिम एशिया में हालात बेहद संवेदनशील बने हुए हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें स्थिति पर टिकी हैं.

ईरान की जवाबी कार्रवाई से इजरायल में 7 की मौत, 100 से अधिक घायल
इजरायली हमलों के जवाब में बीती रात ईरान ने तगड़ा पलटवार किया है. ईरान ने उत्तरी इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइल हमले किए. इन हमलों में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है. स्थानीय पुलिस ने इन मौतों की पुष्टि की है. मिसाइल हमलों के कारण मध्य इजरायल के कई इलाकों में भारी तबाही मची है. सुरक्षा और स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, हमले में अब तक 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं. घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी है.
इजरायली हमलों से ईरान में कोहराम, 29 बच्चों समेत 60 लोगों की दर्दनाक मौत
ईरान और इजरायल के बीच जारी तनाव लगातार घातक रूप लेता जा रहा है. बीती रात इजरायल की ओर से किए गए ताजा हवाई हमले में 29 बच्चों समेत कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई है. स्थानीय मीडिया के अनुसार, ये हमले रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर किए गए, जिससे कई मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए. यह लगातार दूसरा दिन है जब ईरानी धरती पर इजरायली हमलों में जानमाल का बड़ा नुकसान हुआ है. पिछले 48 घंटों में अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है.
ईरान ने इजरायल पर दागीं 50 बैलिस्टिक मिसाइलें, देशभर में सायरन और अफरातफरी
ईरान ने इजरायल के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई करते हुए लगभग 50 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं. इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन मिसाइलों का निशाना मुख्य रूप से बेन गुरियन इंटरनेशनल एयरपोर्ट और तेल अवीव के पूर्वी इलाके थे, जहां जोरदार विस्फोटों की खबर है. इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी कि मिसाइल हमलों के चलते देश के कई हिस्सों में सायरन बजने लगे, जिससे लाखों लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागते नजर आए. कई शहरों में बंकर और अंडरग्राउंड शेल्टर्स खोल दिए गए हैं.
🚨Millions of Israelis are currently running for shelter as sirens sound in the following cities and communities around Israel:
— Israel Defense Forces (@IDF) June 14, 2025
Jerusalem, Ashdod, Kfar Ruppin, Maoz Haim, Neve Eitan, Ganey Hugg’, Beit She'an, Hamadia, Ein HaNatziv, Kfar Ruppin, Maoz Haim, Neve Eitan, Sdeh…
तेहरान में परमाणु हथियार परियोजना के बुनियादी ढांचे पर इजरायली हमला
अंतराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी के मुताबिक, IDF ने कहा, “तेहरान में ईरानी परमाणु हथियार परियोजना के बुनियादी ढांचे और ईंधन भंडारण सुविधाओं पर वायुसेना ने निशाना साधा. खुफिया शाखा के मार्गदर्शन में अंजाम दिए गए इन हमलों में ईरानी रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय, परमाणु परियोजना के संचालन से जुड़े स्पैन्ड (SPND) का मुख्यालय और अन्य महत्वपूर्ण सैन्य-वैज्ञानिक टारगेट्स शामिल हैं.” IDF का कहना है कि इन ठिकानों पर हमला इसलिए किया गया क्योंकि ये परमाणु हथियार बनाने की ईरान की कोशिशों को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे थे.
अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी, ईरान छोड़ने का दिया निर्देश
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए गंभीर सुरक्षा चेतावनी जारी की है. अमेरिकी विदेश विभाग ने साफ शब्दों में कहा है कि जो भी अमेरिकी नागरिक वर्तमान में ईरान में मौजूद हैं, वे तुरंत देश छोड़ दें. साथ ही, सभी अमेरिकी नागरिकों को ईरान की यात्रा करने से सख्त परहेज करने की सलाह दी गई है. यूएस वर्चुअल एंबेसी ईरान की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "अमेरिकी नागरिकों को किसी भी कारणवश ईरान की यात्रा नहीं करनी चाहिए और जो पहले से मौजूद हैं, उन्हें तत्काल वहां से निकल जाना चाहिए. यदि ऐसा करना संभव न हो, तो उन्हें लंबे समय तक आश्रय में रहने के लिए तैयार रहना चाहिए.”
तेहरान में ईरान के रक्षा मंत्रालय को इजरायल ने बनाया निशाना
मध्य पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच गया है. इस बीच इजरायल ने दावा किया है कि उसने शनिवार देर रात तेहरान में स्थित ईरान के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय को निशाना बनाया है. इसके अलावा, बुशहर और तेहरान में मौजूद ऑयल डिपो, गैस रिफाइनरी और अन्य सैन्य-संभावित ठिकानों पर भी व्यापक हवाई हमले किए गए. इजरायली सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में कुल 150 से अधिक रणनीतिक ठिकानों को सफलतापूर्वक हिट किया गया है. इन ठिकानों को ईरान के सैन्य और ऊर्जा ढांचे का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है.
ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच नेतन्याहू ने बुलाई सुरक्षा कैबिनेट की आपात बैठक
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार देर रात सुरक्षा कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई. इस बैठक में नेतन्याहू ने देश की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए टॉप सैन्य और खुफिया अधिकारियों के साथ गहन चर्चा की. माना जा रहा है कि कैबिनेट बैठक में जवाबी रणनीति, क्षेत्रीय समर्थन और अमेरिका सहित अंतरराष्ट्रीय सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण फैसले लिए गए है.
तेहरान के ऑयल डिपो पर इजरायली हमला, 48 घंटे से जारी है मिसाइल वॉर
मध्य पूर्व में तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है. शनिवार देर रात इजरायल और ईरान के बीच एक बार फिर जबरदस्त मिसाइल हमला हुआ. दोनों देशों के बीच बीते 48 घंटे से लगातार वार-पलटवार का दौर चल रहा है. ईरानी अधिकारियों के मुताबिक, इजरायल ने राजधानी तेहरान के तेल डिपो को निशाना बनाया है. हमले के बाद इलाके में जबरदस्त आग लग गई, जिसके कारण वहां अफरा-तफरी मच गई. जवाब में ईरान ने भी कई मिसाइलें दागीं, हालांकि इजरायल की तरफ से अभी तक नुकसान की जानकारी साझा नहीं की गई है.
ईरान-इजरायल तनाव के बीच एअर इंडिया ने जारी की एडवाइजरी, कुछ उड़ानों के रूट बदले गए
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव का असर अब अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा पर भी दिखाई देने लगा है. इसी कड़ी में भारत की प्रमुख एयरलाइन एअर इंडिया ने यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण सूचना जारी की है. एअर इंडिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए बताया कि मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कुछ उड़ानों को वैकल्पिक और लंबे रूटों से संचालित किया जा रहा है. एयरलाइन ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी उड़ान की अद्यतन स्थिति के लिए आधिकारिक वेबसाइट या कस्टमर सेंटर से संपर्क करें. एअर इंडिया ने यह भी स्पष्ट किया है कि यात्रियों की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है.
#TravelAdvisory
— Air India (@airindia) June 14, 2025
Due to the emerging situation in Iran and parts of the Middle East, the subsequent closure of airspace, and in view of the safety of our passengers, some of our flights are operating on alternative extended routes.
We are doing our best to minimise any…
ईरान का जवाबी हमला
ईरानी सेना ने इस सैन्य कार्रवाई को ‘Severe Punishment’ (गंभीर सजा) नाम दिया है. सेना के प्रवक्ता ने कहा कि यह हमला इजरायली आक्रामकता और उकसावे का उचित जवाब है. “हमारे प्रमुख सैन्य और परमाणु ठिकानों पर इजरायली हमलों का यह जवाब है. दुश्मन को अब अहसास होगा कि हम चुप नहीं बैठेंगे.” ईरान का यह हमला उस वक्त हुआ है जब इजरायल ने अपने हालिया ऑपरेशन में नतांज न्यूक्लियर साइट, तेहरान और अन्य शहरों में कई सैन्य और वैज्ञानिक ठिकानों पर हवाई हमले किए थे. इनमें ईरान के तीन शीर्ष सैन्य अधिकारी परमाणु प्लांट से जुड़े वैज्ञानिक मारे गए थे. वही मौजूदा परिस्थिति को लेकर जानकारों की माने तो, यह हमला 1980 के दशक में इराक-ईरान युद्ध के बाद से ईरान पर हुआ सबसे बड़ा हमला था. अब ईरान का जवाबी हमला इस पूरे संघर्ष को एक फुल-स्केल युद्ध में बदल सकता है. संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक शक्तियां लगातार शांति बनाए रखने की अपील कर रही हैं, लेकिन जमीनी हालात तेजी से बिगड़ते दिख रहे हैं. अमेरिका, रूस और चीन सहित कई देश इस पर गंभीर नजर बनाए हुए हैं.
ईरान ने वॉर मिनिस्ट्री को बनाया निशाना
इजरायल के खिलाफ बड़ा जवाबी हमला करते हुए ईरान ने शुक्रवार की रात तेल अवीव स्थित वॉर मिनिस्ट्री को निशाना बनाया. यह कार्रवाई ईरानी सुप्रीम लीडर अली खामेनेई द्वारा बदला लेने की घोषणा के महज़ 12 घंटे के भीतर की गई, जिससे मध्य पूर्व में हालात और अधिक विस्फोटक हो गए हैं. ईरानी समाचार एजेंसी मेहर न्यूज ने इजरायली टीवी चैनल टीवी-13 के हवाले से बताया कि ईरान ने हमला विशेष रूप से उस स्थान को टारगेट करते हुए किया जहां इजरायली सैन्य रणनीति बनाई जाती है. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी अक्सर यहीं से युद्ध योजनाओं की निगरानी करते हैं.
ईरानी हमले के बाद इजरायल की प्रतिक्रिया
ईरान द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई के कुछ ही समय बाद इजरायली रक्षा बल (IDF) ने अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी कर दी है. सेना के अनुसार, ईरान से दागी गई कई मिसाइलों को समय रहते ट्रैक कर लिया गया और उन्हें इजरायली डिफेंस सिस्टम द्वारा निष्क्रिय करने का प्रयास जारी है. IDF के प्रवक्ता ने बताया, "हमने ईरान से दागी गई मिसाइलों की पहचान की है. हमारी वायु रक्षा प्रणालियां सक्रिय हैं और खतरे को बेअसर करने के लिए काम कर रही हैं." सेना ने देश की जनता से सतर्कता बरतने और सुरक्षात्मक निर्देशों का पालन करने की अपील की है. होम फ्रंट कमांड द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, नागरिकों को तत्काल सुरक्षित स्थानों में चले जाने और अगली सूचना तक वहीं रहने के लिए कहा गया है. बयान में यह भी स्पष्ट किया गया कि सुरक्षित स्थान को केवल अधिकृत सूचना के बाद ही छोड़ा जा सकता है.
इजरायली पीएम का ईरान को कड़ा संदेश
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इजरायल "ऑपरेशन राइजिंग लायन" के तहत इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण सैन्य अभियानों में से एक को अंजाम दे रहा है. पीएम नेतन्याहू ने अपने संदेश में ईरान की आम जनता को संबोधित करते हुए कहा, "इस्लामी शासन, जिसने लगभग 50 वर्षों से आप पर अत्याचार किया है, अब मेरे देश को नष्ट करने की धमकी दे रहा है." उन्होंने साफ किया कि इजरायल की यह सैन्य कार्रवाई ईरान से उत्पन्न परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल खतरे को हमेशा के लिए समाप्त करने के उद्देश्य से की जा रही है. उन्होंने ईरान की बहादुर जनता से अपील करते हुए कहा कि आप अपने देश की मौजूदा इस्लामिक सत्ता को हटाइए. इसके साथ ही इजराइल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "ईरान ने इजरायल के नागरिक इलाकों को निशाना बनाकर सभी सीमाएं लांघ दी हैं." उन्होंने आगे जोड़ा, "हम अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे और सुनिश्चित करेंगे कि अयातुल्ला शासन को अपने आपराधिक कृत्यों के लिए भारी कीमत चुकानी पड़े."
नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से भी की बात
पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच फोन पर अहम बातचीत हुई है. इस बीतचात की जानकरी व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया साझा की है. यह दो दिनों के भीतर ट्रंप और नेतन्याहू के बीच दूसरी बातचीत है, जो मौजूदा हालात की गंभीरता को दर्शाता है. माना जा रहा है कि इस बातचीत में क्षेत्रीय सुरक्षा, सैन्य स्थिति और आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श हुआ. बता दें कि यह बातचीत ऐसे समय पर हुई है जब इजरायल ने ईरान पर भीषण हमले किए हैं और ईरान ने जवाबी कार्रवाई में बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया है.
नेतन्याहू ने पी मोदी को किया कॉल
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर किए गए हमलों और मिडिल ईस्ट की मौजूदा परिस्थिति को लेकर पीएम मोदी को जानकारी दी. इसकी जानकारी ख़ुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया पर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तरफ से फोन आया. उन्होंने मुझे मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी. मैंने भारत की चिंताओं को साझा किया और क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता की शीघ्र बहाली की आवश्यकता पर जोर दिया.”
IRGC और खामेनेई का बड़ा बयान
इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ईरानी क्षेत्रों पर शुक्रवार सुबह इजरायली हमले का जवाब अब "सटीक और निर्णायक" कार्रवाई से दिया जा रहा है. IRGC ने कहा, “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के भीतर इलाकों पर बर्बर, आतंकवादी और बच्चों की हत्या करने वाले जायोनी शासन द्वारा किए गए आपराधिक हमले के जवाब में हमने ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3’ शुरू किया है.” IRGC ने इसे जायोनी शासन के खिलाफ “अल्लाह की ताक़त और ईरानी जनता की एकजुटता” का प्रतीक बताया. इसके अलावा ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने भी बयान जारी किया। उन्होंने कहा, “ईरानी लोग हमारे साथ हैं और हमारे सशस्त्र बलों का समर्थन करते हैं. अल्लाह की रहमत से इस्लामी गणतंत्र जायोनी शासन पर फतह हासिल करेगा. यह तय है कि हमारे सैनिक इस दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाएंगे. जायोनी शासन अपने अपराधों से बच नहीं पाएगा.”