ईरान के खिलाफ इजरायल की जंग में अमेरिका भी कूदा, Fordow समेत 3 परमाणु ठिकानों पर किया हमला
ईरान के खिलाफ जारी इजरायल की जंग में अब अमेरिका की भी एंट्री हो गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस हमले की पुष्टि कर दी है. ट्रंप ने कहा कि हमारी वायु सेना ने Fordow, Natanz, और Esfahan न्यूक्लियर साइट्स पर हमला किया है.

ईरान के खिलाफ जारी इजरायल की जंग में अब अमेरिका की भी एंट्री हो गई है. अमेरिका ने ईरान के Fordow समेत तीन परमाणु ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है. फोर्दो के अलावा अमेरिका ने Natanz और Esfahan न्यूक्लियर साइट्स पर भी बमबारी की है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस हमले की पुष्टि कर दी है. ट्रंप ने कहा कि हमारी वायु सेना ने Fordow, Natanz, और Esfahan न्यूक्लियर साइट्स पर हमला किया है. हमले पर और अधिक जानकारी देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर बड़ा और सटीक हमला किया. अमेरिकी सेना ने इन ठिकानों पर पूरी तैयारी के साथ बमबारी की है.
ईरान ने इजरायल पर दागीं 30 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल
अमेरिकी एयर स्ट्राइक के जवाब में ईरान ने रविवार को इजरायल पर जोरदार हमला किया. इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) के अनुसार, ईरान ने 30 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें 16 लोग घायल हुए हैं और कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है. इजरायली मीडिया के मुताबिक, सेंट्रल इजरायल में जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं. कई शहरों में आपातकालीन सेवाएं और सिविल डिफेंस टीमें तैनात कर दी गई हैं. कुछ क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को नुकसान की खबर है, स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
अमेरिका की एयरस्ट्राइक के बाद ईरान की दो टूक
अमेरिका की एयरस्ट्राइक के बाद ईरान ने कड़ा बयान जारी किया है. ईरानी सैन्य प्रमुख ने कहा है कि ईरान अमेरिका और इजरायल के किसी भी आक्रमण से डरने वाला नहीं है. उन्होंने चेतावनी दी कि दुश्मन के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
अमेरिकी हमले पर ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने दी प्रतिक्रिया
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन (AEOI) ने पुष्टि की है कि अमेरिका ने फोर्डो, नतांज और इस्फहान स्थित परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं. संगठन ने इन हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार देते हुए कड़ी निंदा की है. AEOI ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. संगठन का कहना है कि IAEA ने इस मामले में उदासीनता दिखाई है, और उसके रवैये को अमेरिकी हमले के साथ मिलीभगत जैसा बताया है.
ईरान के समर्थन में उतरा यमन
अमेरिका की ओर से ईरान पर एयरस्ट्राइक के बाद यमन ने युद्ध में शामिल होने का ऐलान कर दिया है. यमन की सैन्य कमान की ओर से जारी बयान में कहा गया है, अगर अमेरिका फिर ईरान पर हमला किया तो हम लाल सागर में मौजूद सभी अमेरिकी जहाजों और युद्धपोतों पर हमला करेंगे.
UN महासचिव ने की शांति की अपील
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अमेरिका द्वारा ईरान पर किए गए हमले पर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी कार्रवाई से अंतरराष्ट्रीय तनाव और बढ़ेगा. गुटेरेस ने जोर देकर कहा, “इस समय हमें युद्ध नहीं, बातचीत और शांति की जरूरत है. सैन्य कार्रवाई समाधान नहीं, रास्ता सिर्फ कूटनीति है.”
ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद नेतन्याहू ने ट्रंप को कहा धन्यवाद
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर अमेरिकी हमले को "इतिहास बदल देने वाला साहसिक कदम" बताया. उन्होंने कहा, राष्ट्रपति ट्रंप और मैं मानते हैं कि पहले ताकत दिखाई जाती है, फिर शांति स्थापित होती है. आज रात अमेरिका ने यही किया है.
President Trump and I often say: ‘Peace through strength.’
— Benjamin Netanyahu - בנימין נתניהו (@netanyahu) June 22, 2025
First comes strength, then comes peace.
And tonight, @realDonaldTrump and the United States acted with a lot of strength. pic.twitter.com/7lTWCZkgw7
ईरान पर हमले को लेकर अमेरिकी सेना करेगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने संबोधन में यह भी बताया कि रविवार को पेंटागन में अमेरिकी सेना इस पूरे ऑपरेशन को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी, जिसमें मिशन की रणनीति और परिणामों को लेकर विस्तृत जानकारी दी जाएगी.
ट्रंप ने कहा, नेतन्याहू के साथ मिलकर टीम वर्क किया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मिलकर एक मजबूत और समन्वित टीम की तरह काम किया. ट्रंप ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नेतन्याहू को धन्यवाद और बधाई देना चाहता हूं. हमने ऐसी टीमवर्क दिखाई है जैसी शायद पहले कभी नहीं देखी गई. हमने इजरायल के लिए एक बड़े खतरे को खत्म करने की दिशा में निर्णायक कदम उठाया है.”
अमेरिका के खिलाफ पिछले 40 साल से काम कर रहा था ईरान: ट्रंप
ईरान पर हवाई हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने ईरान की परमाणु क्षमता को खत्म करने का लक्ष्य पूरा कर लिया है. उन्होंने कहा, “ईरान पिछले 40 साल से अमेरिका के खिलाफ साजिशें रच रहा है, कई अमेरिकी इसकी नफरत का शिकार हुए हैं. अब ये सब और नहीं चलेगा.”
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को दी चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर हमले के बाद स्पष्ट शब्दों में कहा कि अमेरिका का मिशन ईरान की परमाणु संवर्धन क्षमता को खत्म करना था और हमने यह कर दिखाया. राष्ट्र के नाम संबोधन में ट्रंप ने ईरान से शांति का रास्ता अपनाने की अपील की, लेकिन साथ ही सख्त चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा, “अगर ईरान ने अब भी शांति का रास्ता नहीं चुना, तो अगली अमेरिकी कार्रवाई इससे कहीं ज्यादा बड़ी और गंभीर होगी.”
ईरान पर अटैक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का संबोधन
ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने का मिशन पूरी तरह सफल रहा है. ट्रंप के अनुसार, अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने फोर्डो को प्राथमिक लक्ष्य बनाते हुए बमबारी की, और सभी विमान सुरक्षित लौट आए हैं. उन्होंने कहा, “निशाना बनाए गए सभी परमाणु ठिकाने पूरी तरह तबाह कर दिए गए हैं. अब समय है शांति का रास्ता अपनाने का.”
अब हर अमेरिकी नागरिक और सैनिक हमारे निशाने पर: ईरान की धमकी
अमेरिका के हवाई हमलों के जवाब में ईरान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. सरकारी टीवी चैनल के माध्यम से ईरान ने चेतावनी दी कि अब क्षेत्र में मौजूद हर अमेरिकी नागरिक और सैनिक उनके टारगेट पर है. यह धमकी अमेरिका द्वारा ईरान की परमाणु साइट्स पर ‘बंकर बस्टर बम’ के इस्तेमाल के बाद आई है. इस बयान से पश्चिम एशिया में हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं और बड़े पैमाने पर टकराव की आशंका अब और गहराती दिख रही है.
ईरान पर स्ट्राइक के बाद ट्रंप का थोड़ी देर में संबोधन, दुनिया की निगाहें टिकीं
ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप थोड़ी देर में देश को संबोधित करेंगे. लोकल टाइम के मुताबिक ट्रंप रात 10 बजे बयान देंगे, जबकि भारतीय समयानुसार उनका संबोधन सुबह 7:30 बजे होगा. इस संबोधन पर वैश्विक समुदाय की नजरें टिकी हैं, क्योंकि यह आने वाली रणनीति की दिशा तय कर सकता है.
अमेरिका ने सभी सैन्य ठिकानों पर हाई अलर्ट जारी किया
ईरान की तीन प्रमुख परमाणु साइट्स पर बी-2 बॉम्बर्स से हमले के बाद अमेरिका ने पश्चिम एशिया में अपने सभी एयरबेस और सैन्य ठिकानों पर अधिकतम स्तर का अलर्ट घोषित कर दिया है. क्षेत्र में तनाव के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था और चौकसी को उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया गया है.
अमेरिका ने बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स से किया हमला
इजरायल को ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर अमेरिकी एयरस्ट्राइक जानकारी पहले से ही थी. एक इजरायली अधिकारी ने इस बारे में कहा कि ट्रंप प्रशासन ने इस बारे में हमें पहले ही बता दिया था. अधिकारी के मुताबिक, ईरान के पमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले में बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स का इस्तेमाल किया गया.
ईरान ने भी की हमले की पुष्टि
ईरान ने भी अपनी न्यूक्लियर साइट्स पर अमेरिकी हमले की पुष्टि कर दी है. ईरान के अधिकारियों ने कहा है कि फोर्दो परमाणु ठिकाने के कुछ हिस्सों पर हई इस एयरस्ट्राइक से असर पड़ा है.