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मॉनसून में गुनगुना पानी है सेहत का सीक्रेट! जानें कब और कैसे पीएं, ताकि बीमारियों से रहें दूर

मॉनसून में वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे पाचन धीमा हो सकता है और शरीर में विषाक्त पदार्थ (toxins) जमा होने की आशंका रहती है. ठंडा पानी पीने से पाचन क्रिया और धीमी हो सकती है. वहीं, गुनगुना पानी शरीर के आंतरिक तापमान को बनाए रखने, पाचन को सुधारने और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है. यह मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए एक ढाल का काम करता है.

मॉनसून का मौसम अपने साथ ताजगी और हरियाली तो लाता है, लेकिन यह कई स्वास्थ्य चुनौतियों जैसे पाचन संबंधी समस्याएँ, सर्दी-जुकाम और इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ा देता है. ऐसे में, गुनगुना पानी आपके स्वास्थ्य की कुंजी बन सकता है. आयुर्वेद से लेकर आधुनिक विज्ञान तक, गुनगुने पानी के अनगिनत फायदों को स्वीकार करते हैं, खासकर मॉनसून के मौसम में. आइए जानते हैं कि कब-कब गुनगुना पानी पीने से आपको सबसे ज़्यादा लाभ मिल सकता है.

मॉनसून में गुनगुना पानी क्यों है ज़रूरी?

मॉनसून में वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे पाचन धीमा हो सकता है और शरीर में विषाक्त पदार्थ (toxins) जमा होने की आशंका रहती है. ठंडा पानी पीने से पाचन क्रिया और धीमी हो सकती है. वहीं, गुनगुना पानी शरीर के आंतरिक तापमान को बनाए रखने, पाचन को सुधारने और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है. यह मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए एक ढाल का काम करता है.

"उष्णं जलं पचति आमं तेन रोगा न जायते" इस श्लोक के अनुसार, गरम जल टॉक्सिन्स को पचाता है, जिससे रोग नहीं होते. 

नमी के कारण गले में खराश, कफ और कई तरह के इन्फेक्शन हो सकते हैं. ऐसे में गुनगुना पानी पीने से इन समस्याओं से काफी राहत मिलती है और इन्फेक्शन को दूर करने में भी मदद मिलती है. मॉनसून के दौरान नमी के कारण शरीर में अक्सर जकड़न महसूस होती है. रोजाना गुनगुना पानी पीने से मांसपेशियों में होने वाली जकड़न कम होती है और आराम महसूस होता है.

गुनगुना पानी शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को निकालता है बाहर

आयुर्वेद के अनुसार, गुनगुना पानी पीने से शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं, जिससे स्किन पर होने वाले कील-मुहांसे की समस्या से भी राहत मिलती है और स्किन ग्लोइंग और शाइनी नजर आने लगती है.

सुश्रुत संहिता के अनुसार, सुबह खाली पेट खाना खाने से आधे घंटे पहले, खाने के आधे घंटे बाद और रात में सोने से पहले गुनगुना पानी पीना चाहिए. जब आप सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीते हैं, तो पाचन तंत्र सक्रिय होता है. वहीं, खाने के आधा घंटे पहले पानी पीने से पाचन बेहतर होता है. 

खाना खाने के आधे घंटे बाद दो-तीन ग्लास पानी पीने से खाना आसानी से पचता है, रात को सोने से पहले गुनगुना पानी पीने से नींद अच्छी आती है. 

मॉनसून के मौसम में गुनगुना पानी सिर्फ एक आदत नहीं, बल्कि अच्छी सेहत बनाए रखने का एक शक्तिशाली माध्यम है. यह पाचन सुधारने, शरीर को डिटॉक्सिफाई करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और अच्छी नींद लाने में मदद करता है. तो, इस मॉनसून में ठंडे पानी को छोड़कर गुनगुने पानी को अपनाएं और स्वस्थ व ऊर्जावान बने रहें. 

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान और जागरूकता के उद्देश्य से है. प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और आवश्यकताएं अलग-अलग हो सकती हैं. इसलिए, इन टिप्स को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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