महाकुंभ के रास्ते PoK वापसी की प्लानिंग ! जगत गुरु स्वामी रामभद्राचार्य की भविष्यवाणी
PoK संग 25 करोड़ पाकिस्तानियों की वापसी !….. महाकुंभ की मिट्टी से हुई अकाट्य भविष्यवाणी ! …… स्वामी रामभद्राचार्य ने बताई PoK वापसी की अंतिम तारीख़ ? …. 251 हवन कुंड और 1 करोड़ 51 लाख आहुति …देखिये सिर्फ़ धर्म ज्ञान पर

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विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम, मानवता का सबसे बड़ा जमावड़ा और साधु-संतों का अतुलनीय मेला।कहीं और नहीं, बल्कि संगम नगरी प्रयागराज में ।अबकी बार महाकुंभ की भव्यता और दिव्यता ऐसी है कि पूरी दुनिया की निगाहें तीर्थों के राजा प्रयागराज पर आकर टिक चुकी है।13 जनवरी से शुरु हुए महाकुंभ की प्रसिद्धि सिर्फ़ भारत तक ही सीमित नहीं है।बल्कि यूरोप से लेकर मीडिल ईस्ट देशों की ज़ुबान पर इसी की चर्चा है। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ऐसा है, जो गिद्ध की तरह महाकुंभ की हर एक गतिविधि पर अपनी नज़रें बनाए हुए हैं। गूगल पर महाकुंभ को सबसे ज़्यादा सर्च अगर कहीं किया गया है, तो वो पाकिस्तान है।
पाकिस्तानी मीडिया में महाकुंभ की महाकवरेज दिखाई जा रही है।पाकिस्तानी हिंदुओं का महाकुंभ में आना शुरु हो चुका है..लेकिन क्या आप जानते हैं। महाकुंभ की भव्यता से पाकिस्तान की आँखें जितनी चौंधिया हुई हैं।उतना ख़ौफ़ में भी है।क्योंकि महाकुंभ की इसी मिट्टी से Pok की वापसी पर भविष्यवाणी हो चुकी है। महाकुंभ के रास्ते किस प्रकार से PoK को वापस लाया जाएगा और कब ?।इसको लेकर एक्शन मोड़ में जगत गुरु स्वामी रामभद्राचार्य की भविष्यवाणी क्या कहती है ?
शायद ही दुनिया का कोई कोना छूटा हो, जहां महाकुंभ को खोजा ना जा रहा हो। पाकिस्तान, नेपाल से लेकर सिंगापुर, आॉस्ट्रेलिया और सऊदी अरब से लेकर सूडान तक । गूगल पर महाकुंभ को खोजा जा रहा है..महाकुंभ को लेकर सर्च किया जा रहा है। दुनिया के कोने-कोने से महाकुंभ की अतुलनीय भव्यता देखी जा रही है। लेकिन इन सबके बीच पाकिस्तानी हुकूमत ख़ौफ़ में है।PoK हाथ से निकल जाने का डर सता रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि सनातन के सबसे बड़े ग्लोबल इवेंट में जगत गुरु स्वामी रामभद्राचार्य के शिवर में PoK मुक्ति के लिए विशेष अनुष्ठान किया जा रहा है। हनुमत जाप के साथ 1 करोड़ 51 लाख आहुतियां डाली जा रही हैं। और संगम की इसी रेती से जगद्गुरु रामभद्राचार्य PoK वापसी की अंतिम तारीख़ बता चुके हैं। भविष्यवाणी कर चुके हैं कि 2029 तक POK को हर हालत में वापस ले लेंगे। इसी को लेकर उनके उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास ने क्या कुछ बताया। जिसमें भारत के भविष्य का ब्लू प्रिंट है।