अपने घर में गलती से भी इन जगहों पर रखा तुलसी का पौधा, तो आएगी कंगाली
तुलसी के पौराणिक महत्व? तुलसी का पौधा किस दिशा में लगाएं ? तुलसी के पौधे का जीवन पर प्रभाव? तुलसी का पौधा अचानक से क्यों सूख जाता है ? तुलसी के पौधे के पास किन चीजों को भूलकर भी नहीं रखना चाहिए ?

तुलसी का पौधा जितना आध्यात्मिक महत्व रखता है उतना ही ये पौधा चमत्कारी रूप से काम भी करता है, इस पौधे का बखान हमारे शास्त्रों में भी देखने को मिलता है, तुलसी के बिना भगवान विष्णु की पूजा को अधूरा माना जाता है, कहते हैं कि इस पौधे में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का वास होता है, इसलिए आज भी हर हिन्दू के घर में तुलसी का पौधा लगा होता है लेकिन अगर अचानक से तुलसी का पौधा सूख जाए तो ये किस तरफ़ संकेत देता है ? किन चीजों को तुलसी के पौधे के पास नहीं रखना चाहिए. घर में किस तरफ़ तुलसी के पौधे को रखने से मिलते है सकारात्मक प्रभाव ?
हिन्दू धर्म में तुलसी का कितना महत्व है इस बात का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि हर सनातनी के घर में तुलसी के पौधे को भगवान के रुप में पूजा जाता है. हर घर में तुलसी की पूजा की जाती है, भगवान विष्णु की हर पूजा में तुलसी को चढ़ाया जाता है. स्कंद पुराण, शिव पुराण और रामायण जैसे धार्मिक ग्रंथों में भी तुलसी का बखान देखने को मिलता है,और तुलसी को धन, समृद्धि, और मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है, और इससे जुड़ी कई सारी कथाएं दुनिया भर में प्रचलित हैं और उनमें से सबसे प्रसिद्ध कथा है कि एक बार भगवान शिव ने अपने तेज को समुद्र में फेंक दिया और उस तेज से एक बालक का जन्म हुआ. जिसका नाम पड़ा जालंधर और दैत्यराज कालनेमी की एक कन्या वृंदा जो आगे चलकर जालंधर की पत्नी बनी. वृंदा पवित्र और भगवान विष्णु की परम भक्त थी लेकिन ये बात जालंधर को पसंद नहीं थी, जिस कारण से जालंधर स्वर्ग की कन्याओं को परेशान करने लगा, और सभी देवी-देवता इस बात से परेशान हो गये इसलिए वे सब इस बात को लेकर भगवान विष्णु के पास गए और भगवान विष्णु से जालंधर के आतंक को समाप्त करने के लिए प्रार्थना करने लगे.
वहीं भगवान विष्णु ने अपनी माया से जालंधर का रूप धारण किया और छल से वृंदा की सारी पवित्रता को खत्म कर दिया, वहीं जैसे ही वृंदा की पवित्रता नष्ट हुई वैसे ही जालंधर की भी सारी शक्तियां खत्म हो गई और जलंधर भगवान विष्णु के हाथों मारा गया. इसके बाद जब वृंदा ने अपने पति की मौत का समाचार सुना तो वो बेहद परेशान हो उठी. इतना ही काफी नहीं था कि वृंदा को जब ये पता चला कि भगवान विष्णु ने उसके साथ छल किया है तो वो इस बात पर इतनी क्रोधित हुई कि उसने भगवान विष्णु को श्राप दे दिया और भगवान विष्णु ने श्राप को जीवित रखने के लिए अपने आपको एक पत्थर में बदल लिया जो बाद में शालिग्राम कहलाया और जालंधर के साथ वृंदा भी सती हो गई और वृंदा की राख से जो पौधा निकला वो तुलसी का पौधा कहलाया और इस घटना को याद रखने के लिए हर साल कार्तिक शुक्ल एकादशी को शालिग्राम का विवाह तुलसी से कराया जाता है इसके अलावा भगवान विष्णु ने ये भी कहा था कि तुम अगले जन्म में तुलसी के रूप में मुझे सबसे प्रिय होगी तुम्हारा स्थान मेरे शीश पर होगा मैं तुम्हारे बिना प्रसाद या भोजन ग्रहण नहीं करूंगा और यही कारण है कि युगों-युगों से मां तुलसी के बिना भगवान विष्णु की पूजा को अधूरा माना जाता है.
तुलसी के पौधे का जीवन पर प्रभाव ?
तुलसी का पौधा जीवन पर कई तरह से सकारात्मक प्रभाव डालता है , ये पौधा सिर्फ स्वास्थ्य के लिए ही नहीं बल्कि इसका आध्यात्मिक महत्व भी होता है , हिन्दू धर्म में इस पौधे को पूजनीय माना जाता है इसलिए ये पौधा हर घर में देखने को मिलता है इस पौधे की नियमित रूप से पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है. इस पौधे से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक का वास होता है. कहते हैं इस पौधे को लगाने से घर में धन का लाभ होता है और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है साथ ही ये पौधा कई बीमारियों से भी बचाता है.
घर में लगी तुलसी क्यों सूख जाती है ?
घर में लगा तुलसी का पौधा सूखने लगे तो इसके पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं लेकिन अगर ये पौधा पानी डालने के बाद भी, धूप में रखने के बाद भी सूख रहा है तो इसका मतलब है कि ये पौधा आपको कई बड़े संकेत दे रहा है इसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करेंज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे का कनेक्शन बुध ग्रह से माना जाता है, यदि बुध ग्रह आप पर बुरा प्रभाव डालता है तो भी तुलसी का पौधा सूखने लग जाता है. कई बार ये पौधा पितृ दोष के कारण भी सूखने लगता है अगर ये पौधा अचानक से सूखने लग जाए तो अचानक से धन की हानि होती है, घर के सदस्यों के बीच मनमुटाव होने लगता है, आर्थिक स्थिति ख़राब होने लगती है.
तुलसी के पास भूलकर भी न रखें ये चीजें !
शास्त्रों में भी तुलसी को बेहद ही ख़ास और पवित्र माना जाता है लेकिन अगर आप भूलकर तुलसी के पास इन चीजों को रखते हैं तो हो जाइए सावधान, आप इन गलतियों की वजह से बर्बाद हो सकते हैं. सूखे या मुरझाए पौधे: कभी भी तुलसी के पौधे के पास कटीले या फिर मुरझाए पौधे भूलकर भी नहीं लगाने चाहिए. इन पौधों को लगाने से घर में क्लेश बढ़ता है, तनाव जैसी समस्याएं बनी रहती हैं और साथ ही नकारात्मकता भी घर में प्रवेश करती है.
गुलाब के पौधे को भूलकर भी तुलसी के पास नहीं लगाना चाहिए इससे घर से सुख-शांति नहीं रहती है. जूते-चप्पलों को अशुद्ध माना जाता है ऐसा करने से मां तुलसी की पवित्रता खत्म होती है और आपको इससे आर्थिक तंगी का संकट झेलना पड़ सकता है, आप राजा से रंक बन सकते हैं और घर में दरिद्रता का वास भी होता है. कूड़ेदान में घर की सारी गंदगी जमा होती है, और ये गंदगी अगर आप तुलसी के पवित्र पौधे के पास रखेंगे तो इससे आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जीवन में इतनी परेशानियां आएंगी कि आप समझ नहीं पाओगे कि ये क्यों हो रही हैं इसलिए भूल कर भी कूड़ेदान के पास तुलसी का पौधा नहीं रखें.
इस तरह तुलसी के पौधे का हमारे जीवन पर प्रभाव पड़ता है, इस तरह तुलसी का पौधा हमारे जीवन से जुड़ा है, और आप चाहते हैं कि तुलसी का पौधा आपके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाले तो हमेशा तुलसी के पौधे को हमेशा उत्तर दिशा में या फिर उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना चाहिए इससे आपके जीवन पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.